By Jyoti Sohi
Published Nov 02, 2024
औषधीय गुणों से भरपूर पान के पत्ते शरीर के लिए एक डिटॉक्सिफायर के रूप में कार्य करते है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही इसमें पाए जाने वाले विटामिन, मिनरल और फाइबर मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं। पारंपरिक तौर पर खाए जाने वाले पान में सुपारी, सौंफ, कत्था, लौंग और गुलकंद लगाकर तैयार किया जाता है। जानते हैं पान के पत्ते कैसे स्वास्थ्य के लिए होते हैं फायदेमंद।
ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद
एंटी माइक्रोबियल गुणों से भरपूर पान के पत्ते का सेवन करने से मुंह की गंध, गम ब्लीडिंग और दांतों की सड़न से राहत मिलती हैं। इसे नियमित रूप से खाने से मुंह में मौजूद बैड बैक्टीरिया की मात्रा कम होने लगती है और सांसों में ताज़गी बनी रहती है।
डायबिटीज़ को करे नियंत्रित
पान के पत्तों में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इससे शुगर स्पाइक के जोखिम को कम करके ब्लड में पाई जाने वाली ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। खाली पेट इसका सेवन करने से शरीर को फायदा मिलता है।
तनाव को करे दूर
पान के पत्ते खाने से मूड स्विंग और एंग्जाइटी की समस्या दूर होने लगती है। इसमें मौजूद फेनोलिक कम्पाउंड तनाव को कम करके मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला ऑर्गेनिक कम्पाउंड कैटेकोलामाइन के रिलीज करता है, जो माइंड को रिलैक्स रखने में मदद करता है।
मौसमी संक्रमण से बचाए
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार पान के पत्तों का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज़ की प्राप्ति होती है। इससे गले में बढ़ने वाले संक्रमण और छाती में बढ़ रही जकड़न को दूर किया जा सकता है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार आने लगता है।
वेटलॉस में मददगार
पान के पत्तों को चबाने से निकलने वाले जूसिज़ एपिटाइट को नियंत्रित करके बार बार भूख लगने की समस्या को हल कर देते हैं। इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा के चलते शरीर में बढ़ने वाली कैलोरीज़ को नियंत्रित करके मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे वेटलॉस में मदद मिलती है।