एंटीऑक्सीडेंटस ही नहीं बल्कि एडाप्टोजेनिक गुण से भी भरपूर है तुलसी की पत्तियां, जानें इसके फायदे
तुलसी का पौधा भारतीय घरों में हमेशा ही पाया जाता है। तुलसी के पौधे के साथ लोगों की आस्था जुड़ी हई होती है। कई लोग तुलसी के पौधे को अपने आगंन में लगाते है और सुबह शाम उसकी पूजा करते है। तुलसी के पौधे का स्वास्थ्य पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है।
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एडाप्टोजेनिक गुण से भरपूर
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तुलसी को एडाप्टोजेन माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर को तनाव को अनुकूल बनाने और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह शरीर पर शारीरिक और भावनात्मक तनाव के हानिकारक प्रभावों को कम कर सकता है।
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श्वसन स्वास्थ्य के लिए फायेदमंद
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तुलसी का उपयोग अक्सर खांसी, सर्दी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है। इसके सूजनरोधी और एंटीबैक्टिरियल गुण श्वसन पथ के संक्रमण को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
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एंटीइंफ्लामेटरी गुण हैं मौजूद
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तुलसी में सूजन को कम करने और उससे लड़ने वाले गुण होते हैं। यह शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। पुरानी सूजन हृदय रोग और कैंसर सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हुई होती है।
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पाचन स्वास्थ्य को बनाए मज़बूत
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तुलसी पाचन में सहायता कर सकती है और सूजन, अपच और गैस जैसी पाचन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकती है। यह एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को भी बढ़ाने में मदद कर सकती है।
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एंटीऑक्सीडेंट गुण
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तुलसी में फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स जैसे यौगिक होते हैं जिनमें मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जो विभिन्न पुरानी बीमारियों से जुड़े हानिकारक अणु होते हैं।