By Jyoti Sohi
Published Dec 02, 2024
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने आहार का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। ताज़े फल और सब्जियों के अलावा भीगे बादाम भी मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते है। इसमें मौजूद पोषक तत्व से शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है। आयरन, कैल्शियम और फॉलिक एसिड से भरपूर बादाम से शरीर को एनर्जी की भी प्राप्ति होती है। जानते हैं गर्भावस्था के दौरान बादाम खाना क्यों है फायदेमंद।
हड्डियों की मज़बूती
बादाम का सेवन करने से शरीर में मैग्नीशियम, फास्फोरस और कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है। इससे हड्डियां और दांत मज़बूत होते है। साथ ही मसल्स पेन की समस्या भी हल हो जाती है। ओवरनाइट भिगोकर इसका सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है।
एनीमिया से राहत
अक्सर प्रेगमेंसी के दौरान महिलाओं में खून की कमी बढ़ जाती है। ऐसे में बादाम का सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बना रहता है। साथ ही हार्मोनल बैलेंस उचित बना रहता है। हेल्दी स्नैकिंग के तौर पर बादाम खाने से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ती है, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह उचित बना रहता है।
हार्मोनल असंतुलन को रोके
इसमें मौजूद विटामिन ई की मात्रा हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करते हैं। इसके अलावा शरीर में ऊर्जा की मात्रा बनाए रखती है। इसके अलावा हेल्दी फैट्स और कार्ब्स से भी बच्चे की ग्रोथ में भी मदद मिलती है। इसके अलावा ऑक्सीडेटिव तनाव से भी राहत मिलती है।
हेल्दी वेट मैनेजमेंट में करे मदद
बादाम को सेवन करने से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन घ्रेलिन को नियंत्रित करने और भूख कम करने वाले हार्मोन लेप्टिन को बढ़ाने में मदद करता है। इससे शरीर में हेल्दी वेट मेंटेन करने में फायदा मिलता है। इससे शरीर को हेल्दी फैट्स की भी प्राप्ति होती है।
फॉलिक एसिड की प्राप्ति
इससे शरीर को फॉलिक एसिड की प्राप्ति होती है, जिससे जन्म दोषों को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा स्पाइन को प्रभावित करने वाली समस्या हल हो जाती है। इससे बच्चे में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा भी कम हो जाता है। हेल्दी स्नैकिंग के रूप में सुबह भीगे बादाम का सेवन फायदेमंद साबित होता है।