By Yogita Yadav
Published Mar 01, 2025
ओट्स में बहुत से पोषक तत्व होते हैं, और यही कारण है कि ये एक हेल्दी ब्रेकफास्ट हैं। इसमें विटामिन-बी, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर और फोलेट जैसे तत्व पाए जाते हैं। हेल्दी होने के साथ ही, इसमें कैलोरी कम होती है और यही वजह है कि इसे खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है
इसके अंदर वेंटेनट्रामाइड्स एंटीऑक्सीडेंट्स का एक ग्रुप होता है, जो आपके शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ाता है। ये नसों को रिलैक्स करने में मदद कर इनको खोलने का काम करते हैं। जिससे नसों में ब्लड का फ्लो और प्रेशर नॉर्मल हो जाता है। यही कारण है कि ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
ओट्स में हाई न्यूट्रिशन
ये पोषण तत्वों का भंडार है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, कार्ब्स की मात्रा पर्याप्त होती है। ओटमील में मैंगनीज, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, फोलेट, विटामिन बी1 और विटामिन बी5 भी ज्यादा मात्रा में होता है, जो शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर जरूर खाएं
इसमें एक सॉल्यूबल फाइबर पाया जाता है जिसका नाम बीटा ग्लूकैन है। यह शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। ये एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और टोटल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसे खाने से दिल की बीमारी से भी बचा जा सकता है।
ब्लड शुगर लेवल में सुधार
ओटमील में मौजूद बीटा ग्लूकैन हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। खासतौर से उन लोगों के लिए है जिनका वजन ज्यादा होता है, उनमें ये इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है, जिससे खून में अतिरिक्त ग्लूकोज इकट्ठा नहीं होता है।
कब्ज होती है दूर
अगर आप लंबे समय से कब्ज से परेशान हैं तो इससे आपके मलाशय पर जोर पड़ता है। इससे आपको बवासीर की समस्या हो सकती है। लेकिन ओटमील खाने से कब्ज और बवासीर का खतरा कम हो सकता है। क्योंकि, इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है।