By Jyoti Sohi
Published Dec 18, 2024
शरीर में अन्य पोषक तत्वों के समान विटामिन डी की भी भरपूर आवश्यकता होती है। इससे न केवल शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद मिलती है बल्कि हड्डियों और दांतों को भी मज़बूत बनाता है। शरीर में विटामिन डी की उचित मात्रा हृदय रोगों और मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम भी कम कर देती हैं। मगर विटामिन डी सप्लीमेंट लेने से पहले रखें 8 बातों का ख्याल।
शरीर में विटामिन डी की कमी पाई जाने पर अधिकतर लोग मन मुताबिक दवाएं खाने लगते हैं। इससे शरीर पर दुष्प्रभाव होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में किसी भी सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें। इससे सही समय पर उचित डोज़ लेने में मदद मिलती है। साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार चलें
शरीर में विटामिन डी के स्तर को जांचने के लिए ब्लड टेस्ट आवश्यक है। रक्त परीक्षण की मदद से बॉडी में मौजूदा विटामिन डी के स्तरों को निर्धारित करने में मदद मिलती हैं। इससे विटामिन डी के सप्लीमेंट को आवश्यकतानुसार लेने में मदद मिलती है।
वर्तमान विटामिन डी लेवल का आंकलन
विटामिन डी की कमी डायबिटीज़ समेत अन्य समस्याओं का कारण साबित होती है। दरअसल, विटामिन डी का निम्न स्तर इंसुलिन रज़िसटेंस और इंपेयर्ड ग्लूकोज़ इनटॉलरेंस का जोखिम बढ़ा देता है। ऐसे में विटामिन डी इनटेक से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं की जानकार
अन्य चीजों की खरीददारी के दौरान जांच परख करने के साथ साथ विटामिन डी सप्लीमेंट लेने से पहले शुद्धता और गुणवत्ता दोनों का ख्याल रखना आवश्यक है। किसी भी सप्लीमेंट को खरीदने से पहले प्रतिष्ठित ब्रांड का चयन करें। इससे शरीर में विटामिन डी की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है।
गुणवत्ता की जांच करें
बहुत कम मामलों मेंअत्यधिक विटामिन डी का सेवन विषाक्तता का कारण भी साबित होता है। इसके चलते शरीर में पेट दर्द, मतली, कमजोरी, थकान और उल्टी जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार चलें।
दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक रहें
आहार में कई पोषक तत्व शामिल करने से विटामिन डी के अवशोषण पर उसका प्रभाव दिखने लगता हैं। ऐसे में विटामिन डी रिच फूड्स को अन्य खाद्य पदार्थों के साथ कंबाइन करने से शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है। ऐसे में आहार को कंबाइन करने से पहले जानकारी एकत्रित कर लें।
अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलाएं
पर्याप्त मात्रा में सूरज की रोशनी लेने से नेचुरल तरीके से विटामिन डी की प्राप्ति होती है। ऐसे में सप्लीमेंट का सेवन करते समय सनलाइट के संपर्क में आने पर विचार करें। इससे शरीर में अधिकता का खतरा बढ़ सकता है।
सनलाइट है फायदेमंद
अलग अलग आयु और जीवनशैली के मुताबिक विटामिन डी का स्तर घटता और बढ़ता है। ऐसे में अपनी ज़रूरतों के अनुसार सप्लीमेंट का सेवन करें। इससे शरीर को पोषण की उच्च प्राप्ति होती है और बॉडी एक्टिव रहती है।
आयु और जीवनशैली के आधार पर लें सप्लीमेंट