By Anjali Kumari
Published Feb 13, 2025
भारतीय व्यंजन की असली पहचान इसके मसालों से होती है। ये मसाले अपने अलग-अलग स्वाद एवं सुगंध के लिए तरह-तरह के व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं। पर ये मसाले केवल व्यंजन में स्वाद और फ्लेवर नहीं जोड़ते, बल्कि आपके शरीर के लिए भी कई रूपों में फायदेमंद हो सकते हैं। सभी के किचन में ये 8 भारतीय मसाले उपलब्ध होने चाहिए, ताकि इसकी गुणवत्ता का उचित लुफ्त उठाया जा सके।
सुनहरे रंग की हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है। साथ ही इसमें करक्यूमिन नामक एक एक्टिव कंपाउंड मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखते हुए हृदय संबंधी समस्याओं के खतरे को कम कर देते हैं और डायबिटीज में ब्लड शुगर मैनेजमेंट में मदद करते हैं।
हल्दी (Turmeric)
लौंग को इसकी एंटी फंगल प्रॉपर्टी के लिए जाना जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल पुलाव में फ्लेवर और खुशबू ऐड करने के लिए किया जाता है। परंतु आप इसे सर्दी-खांसी की स्थिति में काढ़ा बनाने से लेकर दांत दर्द में इसके तेल का और पाचन संबंधी समस्याओं से राहत प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकता है।
लौंग (Clove)
इलायची की खुशबू और फ्लेवर खाने में चार चांद लगा देती है। इसकी वार्मिंग प्रॉपर्टी भूख और पाचन को स्टिम्युलेट करती है, जिससे गैस, उल्टी, एसिड रिफ्लक आदि जैसी परेशानी से बचाव में मदद मिलती है। इसे खाने के बाद चबाकर डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
इलायची (Cardamom)
दालचीनी को आमतौर पर गरम मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह न केवल खाने में इस्तेमाल होता है, बल्कि आपकी त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य रहता है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को इंप्रूव करने में मदद मिलती है। इस प्रकार ये हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और ब्लड शुगर रेगुलेशन में मदद करता है।
दालचीनी (Cinnamon)
हींग का इस्तेमाल खाने में तड़का लगाने के लिए किया जाता है। इसका सेवन डाइजेस्टिव एंजाइम को बढ़ा देता है, और शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को भी बढ़ावा देता है। ये खाद्य पदार्थों में एक बेहतरीन फ्लेवर और सुगंध जोड़ता है, जिससे खाने का स्वाद बढ़ जाता है।
हींग (Asafoetida)
अजवाइन के छोटे बीजों को विशेष रूप से पाचन क्रिया के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह प्रेगनेंसी कांस्टिपेशन को कम करने में महिलाओं की मदद कर सकता है। आप इन्हें चबाकर खाने के साथ-साथ पानी में उबालकर इसे चाय के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
अजवाइन (Carom)
तेजपत्ता का इस्तेमाल बिरयानी एवं कोरमा बनाने में किया जाता है। वहीं लग इसे खाने में तड़का लगाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। यह इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, और यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन को रोकता है। आप इसे पानी में उबालकर इसका चाय पी सकती हैं।
तेज पत्ता (Bay Leaf)
काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव पाए जाते हैं, जो शरीर को कई सकारात्मक फायदे प्रदान करते हैं। विशेष रूप से ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखते हैं और कार्डियक फंक्शन को बढ़ावा देते हैं। जिससे हृदय संबंधित समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। वहीं बॉडी को डिटॉक्स करते हुए त्वचा स्वास्थ्य को फायदे प्रदान करते हैं।
काली मिर्च (Black Pepper)
भांग के बीज मल्टीविटामिन की तरह करते हैं काम, हम बता रहे हैं इनके फायदे और सेवन का सही तरीका