Healthshots
By Sandhya Singh
Published Jan 04, 2024
आप नौकरीपेशा हैं, बिजनेस कर रहे हैं या सेल्फ हेल्प के लिए कोई नया कोर्स कर रहे हैं, सभी के लिए आपकी प्रोडक्टिविटी का बेहतर होना बहुत जरूरी है। उत्पादकता अक्सर सही आदतों का परिणाम होती है। जो व्यक्तियों को अपना समय, ऊर्जा और कार्यों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद करती है। इन छोटे बदलावों को करके आप अपने जीवन में बड़ी सफलता हासिल कर सकती हैं।
प्रोडक्टिव होने के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुच जरूरी है। जब अच्छी तरह से आराम किया जाता है, तो आपके पास अधिक ऊर्जा होती है और आप आने वाले दिन के लिए अधिक ध्यान केंद्रित कर पाते है। 7-9 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें ये आपके नींद चक्र को विनियमित करने में मदद करता है।
अधिक उत्पादक जीवन के लिए जल्दी उठना एक और महत्वपूर्ण आदत है। आपके पास काम निपटाने के लिए अधिक समय होता और जल्दी उठकर अपने दिन की सकारात्मक शुरुआत करें। जल्दी उठने वाले लोग देर तक जागने वालों की तुलना में अधिक सक्रिय, आशावादी और प्रेरित होते हैं।
अधिक उत्पादक जीवन के लिए व्यायाम बहुत अच्छी आदत है। व्यायाम करने से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, मूड में सुधार होता है और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है। नियमित व्यायाम से आपको बेहतर नींद भी आती है, जिससे आपकी उत्पादकता में और सुधार होता है।
खुद को फिर से रिचार्ज करने के लिए अपने काम के दौरान छोटे ब्रेक शेड्यूल करें। यह देखा गया है कि ब्रेक लेने से उत्पादकता और रचनात्मकता में सुधार होता है। अपना समय व्यवस्थित करने के लिए पोमोडोरो तकनीक (25 मिनट तक काम और उसके बाद 5 मिनट का ब्रेक) जैसी तकनीकों का उपयोग करें।
बर्नआउट को रोकने के लिए एक स्वस्थ और संतुलन काम के लिए प्रयास करें। काम कब खत्म होगा और व्यक्तिगत समय कब शुरू होगा, इसके लिए सीमाएं निर्धारित करें। इससे मानसिक और शारीरिक स्वस्थता बनाए रखने में मदद मिलती है।
सुबह के लिए अपने एक रूटिन स्थापित करें जो आपके लिए दिन में सकारात्मक माहौल बनाने में मदद करता है। इसमें ध्यान, व्यायाम, पढ़ना या योजना बनाने जैसी एक्टिविटी शामिल हो सकती हैं। मॉर्निंग रूटिन आपके फोकस और प्रेरणा में सुधार कर सकती है।
स्पष्ट लक्ष्यों को निर्धारित करने से फोकस और मोटिवेशन मिलता है औ उत्पादकता में सुधार हो सकता है। लक्ष्य निर्धारण करने से आपका प्रदर्शन 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इसलिए, प्रत्येक दिन, सप्ताह और महीने के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है।
अपने लक्ष्यों, प्रगति और रणनीतियों का नियमित मूल्यांकन करें। अपनी उपलब्धियों और चुनौतियों पर विचार करने से आप उसमें जरूरत के हिसाब से बदलाव कर सकते है और ट्रैक पर बने रह सकते हैं। देखें की आपके लिए कौन सी चीज काम करती है और कौन सी नहीं।