Healthshots
By Anjali Kumari
Published Jan 02, 2024
क्विनोआ फाइबर और प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है। यह दोनों पोषक तत्व आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। इसके अलावा इसमें आयरन, जिंक, सेलेनियम और विटामिन ई की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो बॉडी फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ावा देते हैं। क्विनोआ को डाइट में शामिल करना भी बेहद आसान है।
योगर्ट में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से आपको लंबे समय तक संतुष्टि का अनुभव होता है और आपको भूख नहीं लगती। साथ ही साथ आपकी पाचन क्रिया कार्ब्स की तुलना में प्रोटीन को पचाने में अधिक कैलरी बर्न करती है। वेट लॉस के लिए किसी तरह के फ्लेवर्ड और एडेड शुगर युक्त योगर्ट की जगह, प्लेन योगर्ट खाएं।
सेब पेक्टिन और सॉल्युबल फाइबर से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में पानी पाया जाता है, जो आपको हाइड्रेटेड रखने के साथ ही लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करता है। सेब के नियमित सेवन से बॉडी में फैट जमा नहीं होते। वेट लॉस के लिए सेब खा रही हैं, तो उन्हें स्नैक्स में या फिर लंच के बाद लें।
शकरकंद में भरपूर मात्रा में पोटेशियम, बीटा कैरोटीन, विटामिन सी और फाइबर पाए जाते हैं। यह सभी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखते हैं, साथ ही साथ बॉडी में मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं। वहीं फैट बर्निंग कैपेसिटी को भी बूस्ट करते हैं, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है। इन्हें बेक करके अपनी डाइट में शामिल करें।
अंडे में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। साथ ही साथ इसमें अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। ब्रेकफास्ट में इसका सेवन बॉडी को अधिक कैलरी बर्न करने में मदद करता है, साथ-साथ आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है। जिससे कि आपको बार-बार भूख नहीं लगती।
एंटीऑक्सीडेंट विटामिन से भरपूर कीवी मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती हैं और बॉडी एनर्जी को बूस्ट करती हैं। हेल्दी मेटाबॉलिज्म फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देता है, साथ ही साथ एनर्जेटिक रहने से हम सभी फिजिकली एक्टिव रहते हैं। जिससे कैलरी बर्न करने में मदद मिलती है।
ग्रीन टी में मौजूद टेनिन्स फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देते हैं। साथ ही साथ ग्रीन टी का नियमित सेवन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है। इतना ही नहीं यह पाचन क्रिया के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं और डाइजेशन को रेगुलेट करते हैं। ऐसे में बॉडी में फैट जमा नहीं होता।
ओट्स में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसका सेवन व्यक्ति को लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और बॉडी में इंसुलिन का स्तर सामान्य रहता है। साथ ही साथ फूड क्रेविंग्स नियंत्रित रहती हैं, और यह फैट स्टोरेज को रोकता है। आप इसे ब्रेकफास्ट में शामिल कर सकती हैं।