Healthshots
By Jyoti Sohi
Published April 26, 2024
प्रून्स यानि ड्राइड आलूबुखारे में सॉल्यूबल और नॉनसॉल्यूबल फाइबर कंटेंट पाया जाता है। इसके सेवन से बॉवल मूवमेंट नियमित रूप से होता है और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। इसमें सार्बिटोल और क्लोराजेनिक एसिड पाया जाता है, जिससे स्टूल आसानी से पास हो सकता है।
ड्राइड आलूबुखारे में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याओं से बचा रहता है। इसमें विटामिन और मिनरल की भी उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे पाचनतंत्र उचित बना रहता है। नियमित तौर पर आलूबुखारे का सेवन स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार ड्राइड आलूबुखारे के सेवन से शरीर को बॉडी बिल्डिंग पोषक तत्व बोरोन और विटामिन के की प्राप्ति होती है। इससे हड्डियों को मज़बूती मिलती है और ओस्टियोपिरोसिस का जोखिम भी कम हो जाता है। इसे मॉडरेट ढ़ंग से खाने से फायदा मिलता है।
प्रून्स में आयरन उच्च मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके सेवन से थकान, आलस्य और सांस संबधी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। यूएसडीए के अनुसा 1/4 कप प्रून्स में 0.37 मिलीग्राम आयरन की मात्रा पाई जाती है।
आर्टरीज़ में बढ़ने वाले फैट्स और कोलेस्ट्रॉल से प्लाक बनने लगता है। इससे आर्टरीज़ संकरी होने लगती हैं, जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है। एनआईएच के अनुसार सूखे आलुबूखाने खाने से पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में भी हृदय संबधी समस्याओं का खतरा कम होने लगता है।
इसमें पाई जाने वाली फाइबर की मात्रा डाइजेशन को स्लो करने में मदद करती है, जिससे दूर तक भूख नहीं लगती है। इससे कैलोरी काउंट कम होने लगता है, जो वेटलॉस में मदद करता है। प्रुन्स का ग्लाइसेमिक इंडैक्स लो है, जिससे शरीर में ग्लूकोज का स्तर धीरे धीरे बढ़ता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार प्रून्स में पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। सूखे आलूबुखारे का सेवन करने से किडनी संबधी रोगों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा स्किन सेल्स को रिपेयर करने में मदद करते है। समय से पहले नज़र आने वाली झुर्रियों और फाइन लांइस की समस्या को हल करने के लिए डाइट में इसे शामिल करें और चेहरे की त्वचा को हेल्दी बनाए रखें। इसे खान से त्वचा के टैक्सचर में भी सुधार आने लगता है।