Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Jan 07, 2024
पौष्टिक फलों में शुमार चीकू स्वाद के साथ फाइबर से भी भरपूर है। इससे पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है और शरीर में कब्ज की समस्या हल हो जाती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में डाइजेस्टिव ट्रैक और इरिटेबल बॉवेल डिजीज से मुक्ति मिलती है। इसे स्मूदी, शेक या सलाद के तौर पर खा सकेत हैं।
चीकू में पाया जाने वाला विटामिन सी शरीर में मौजूद टॉक्सिक की मात्रा को कम करने में मदद करता है। इसे नियमित तौर पर आहार में सम्मिलित करने से शरीर में जमा होने वाले टॉक्सिक पदार्थों को दूर करने में मदद करते हैं। इससे शरीर में जमा होने वाली अतिाक्त कैलोरीज़ को भी बर्न किया जा सकता है।
चीकू में डाइट्री फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसे खाने से देर तक भूख नहीं लगती है। एनआईएच के शोध के अनुसार मोटापे के शिकार लोगों के ब्लड में लेप्टिन पाया जाता है, जिससे उन्हें निरंतर भूख लगती है। वहीं चीकू का सेवन करने से लेप्टिन के प्रतिरोध को रोकने में मदद मिलती है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा शरीर में कैंसर के खतरे कम करती है। इसमें मौजूद विटामिन ए, बी, मैग्नीशियम और कॉपर की मात्रा शरीर को मज़बूती प्रदान करते हैं। साथ ही लंग्स और ओरल कैंसर से बचाते हैं। इसके सेवन से शरीर का ऑक्सीडेटिव क्षति से भी बचाव होता है।
चीकू के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी होती है, जो हड्डियों को ताकत प्रदान करता है। इसमें पाई जाने वाली फास्फोरस और आयरन की मात्रा शरीर में रक्त प्रवाह को नियमित करती है। इससे मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन से भी राहत मिलती है।
चीकू का सेवन करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इससे त्वचा पर दिखने वाली झुर्रियों की समस्या हल होती है और स्किन में कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है। स्किन फ्री रेडिकल्स से मुक्त होती है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया भी थमने लगती है।
एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों से समृद्ध चीकू का सेवन करने से शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत होने लगता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंटस शरीर को सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के खतरे से दूर रखते हैं। इसके अलावा शरीर में हार्मोनल बैलेंसी को बनाए रखने का भी काम करता है।