By Anjali Kumari
Published Sep, 2024
शुद्ध देसी घी में हेल्दी फैट सहित कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं। इसका सेवन समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बाजार में कई प्रकार के घी के ब्रांड मौजूद हैं, जो शुद्ध और देसी होने का दावा करते हैं। पर क्या ये असल में पूरी तरह से शुद्ध हैं? आइए जानते हैं, ऐसे कुछ टिप्स जो शुद्ध देसी घी को पहचानने में आपकी मदद करेंगे।
टेक्सचर से पहचान करें
गर्मी के मौसम में शुद्ध देसी घी रूम टेंपरेचर पर स्मूद लिक्विड के फॉर्म में होती है। यदि आपके घी में किसी प्रकार के ग्रेंस या इंप्योरिटी नजर आ रहे हैं, तो आपकी घी मिलावटी हो सकती है। आप चाहें तो इसे पैन में पिगलाकर भी इसके टेक्सचर की जांच कर सकती हैं।
पानी में मिलाकर जांचें
गुनगुने पानी में एक चम्मच घी डालें, शुद्ध घी पानी में पूरी तरह से घुल जाएगी और आपका पानी बिल्कुल क्लियर नजर आएगा। यदि आपको पानी में कुछ अन्य चीजें नजर आ रही हैं, तो आपके घी में प्रिजर्वेटिव्स और एडिशिव्स ऐड किए गए हैं।
फ्रिज में रखकर करें जांच
अपने घी को कुछ घंटों के लिए रेफ्रिजरेटर में रख दें। प्योर घी एक सामान्य टेक्सचर में जम जाएगी। यदि जमाने के बाद आपको अपनी घी में किसी प्रकार का टेक्सचर या लेयर नजर आ रहा है, तो यह मिलावटी हो सकती है। घी को छू कर देखें, यदि गांठें बंध रही हैं, तो आपकी घी में एडिटोव्स ऐड किए गए हैं।
ट्रांसपेरेंसी चेक करें
एक चौथाई चम्मच घी को किसी सफेद प्लेट या किसी सफेद कागज पर डालें, यदि घी पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट हैं, और लाइट पास करने की इजाजत दे रही, तो यह शुद्ध है। वहीं सफेद कागज पर घी पूरी तरह अवशोषित हो जा रही है, किसी भी प्रकार का टेक्सचर या पार्टिकल कागज पर नजर नहीं आ रहा है, तो यह शुद्ध देसी देसी घी की पहचान है।
हथेलियों पर रखकर जांचें
थोड़े से जमे हुए घी को अपनी हथेली पर रखें, यदि घी तुरंत अपने आप मेल्ट हो रही है, तो यह शुद्ध है, और यदि घी मेल्ट नहीं हो रही तो यह मिलावटी हो सकती है। यह तरीका सबसे आसान और प्रभावी है।
आयोडीन टेस्ट
अपने घी में दो बूंद आयोडीन सॉल्यूशन डालें। आयोडीन सॉल्यूशन डालते ही यदि आपकी घी पर्पल रंग की हो जा रही है, तो यह आपके घी में स्टार्च की मिलावट को दर्शाता है। इस तरह के घी से पूरी तरह परहेज रखना चाहिए। यदि घी का रंग नहीं बदलता है, तो वह शुद्ध है।