By Jyoti Sohi
Published Mar 19, 2025
अचार की गिनती प्रोबायोटिक्स फूड्स में की जाती है, जो खाने के स्वाद को बढ़ाने के अलावा पाचन को भी मज़बूत करने में मदद करता है। अधिकतर लोग कांच की शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए उसे कांच की बर्नी में स्टोर करते हैं। दरअसल, सही रखरखाव की कमी अचार खराब होने का कारण साबित होती है। अगर आपको भी अचार में नजर आएं ये 5 संकेत तो समझिए वह खराब हो रहा है।
अचार का रंग बदल जाए
अक्सर कांच की बॉटल में अचार को स्टोर करने से वो साफ नज़र आता है। अगर बर्तन के अंदर धुंधलापन दिखने लगे और रंग में कुछ बदलाव नज़र आए, तो वो अचार के खराब होने का मुख्य संकेत होता है। दिन की रोशनी में भी अगर अचार का रंग बदला हुआ नज़र आता है, तो उसे खाने से परहेज करना चाहिए।
फंगस का नज़र आना
अगर अचार की बॉटल खोलते ही पानी या फिर अचार पर सफेद या ग्रे रंग की फफूंदी नज़र आती है, तो ऐसे अचार को खाने से बचना चाहिए। अधिकतर अचार की निचली ओर से फंगस पूर्ण रूप से नज़र आती है और कई बार जाले का रूप ले लेती है। इसका सेवन करने से पाचन संबधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अचार का नरम हो जाना
खराब अचार पहले की तुलना में रंगहीन, नरम और मुलायम नज़र आता है। इससे अचार की बनावट से लेकर खुशब में बदलाव दिखने लगता है। अचार की शेप अलग नज़र आती है और पूरी तरह से सूख जाता है। इसके अलावा ढ़क्कन भी फूला हुआ नज़र आने लगता है।
सुगंध में बदलाव महसूस होना
बाज़ार से खरीदे हुए अचार को खुला छोड़ने और एक्सपाइरी डेट के बावजूद भी न फेंकने से अचार खराब हो जाता है। खराब अचार का स्वाद और सुगंध अलग लगने लगते है। स्मैल करने के बाद चखकर अवश्य देखें। अगर अचार में से तीखी गंध वाला स्वाद आता है, तो ये खराब अचार का संकेत है।
ढक्कन का उभर आना
अचार खराब होने से डिब्बे का ढक्कन उपर की ओर उठने लगता है। दरअसल, अचार में पनपने वाले बैक्टीरिया या अन्य माइक्रोऑर्गेनिज्म की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे गैस उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसे में ढक्कन फूल जाता है। इसका सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ने लगता है।
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