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By sumit dwivedi
Published june 05, 2023
19 साल या उससे अधिक उम्र की महिला के लिए हर रोज 8 मिलीग्राम जिंक की जरूरत होती है। वहीं, गर्भवती महिला को 11 मिलीग्राम और स्तनपान कराने वाली महिला को 12 मिलीग्राम जिंक की जरूरत होत है। 30 की उम्र के बाद भी आपको अपने जिंक के स्तर पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
जिंक अग्नयाशय में इंसुलिन का भंडारण करने और रिलीज करने की भूमिका निभाता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल बराबर रहता है। इंसुलिन बॉडी में शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद करता है। शुगर में बदलाव होने का कारण इंसुलिन है।
जिंक का सेवन करने से उल्टी, दस्त, मतली जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। डाइट में जिंक का स्तर बढ़ाने के लिए दही, दूध, पालक जैसे खाद्य पदार्थों काे शामिल किया जाना चाहिए। जिंक की कमी भी डाइजेशन की समस्या पैदा करती है।
जिंक की मात्रा पूरी होने से बॉडी समस्त वायरस से लड़ने में सक्षम होती है। यह न सिर्फ वायरस से लड़ने में मदद करता है, बल्कि टी कोशिकाओं के विकास में भी मदद करता है। जो हमारी सेहत के लिए अच्छा है।
नेज़ल कैविटी में टेस्ट रिसेप्टरर्स मौजूद हैं, जो स्वाद दिलाने का काम करते हैं। जिंक पूरी तरह स्वाद दिलाने में महत्वपूर्ण है। यह आपको चीज़ों को सूंघने, चखने में मदद करता है। जिस महिला में इस तत्व की कमी होगी उसे खाने का स्वाद नहीं मिलेगा।
जिंक प्रोटीन, कार्ब्स और वसा को मेटाबोलाइज़ करने में हेल्प करता है। इसके कम होने से आप ऊर्जा में कमी होने का अनुभव कर सकते हैं। इसके साथ सुस्ती का भी एहसास हो सकता है। जिंक को बढ़ाने के लिए नट्स, फलियों व बीजों का सेवन करें।
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