By Anjali Kumari
Published Dec 24, 2024
बेली फैट एक कॉमन प्रॉब्लम है, जिससे ज्यादातर महिलाएं परेशान हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, अपनी नियमित जीवनशैली में सुधार करना। उचित खान-पान, नियमित एक्सरसाइज के साथ यदि आप कुछ खट्टे फलों को अपनी डाइट में शामिल करती हैं, तो यह आपके बेली फैट बर्निंग जर्नी को अधिक आसान बना सकते हैं। अगर आप सोच रही हैं ये कौन से फल हैं, तो आइए हमारे साथ जानिए इन फलों के नाम और इनके फायदे।
संतरा (orange)
संतरा विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट का एक समृद्ध स्रोत है, जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और शरीर की चर्बी को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। संतरे में मौजूद सॉल्युबल फाइबर पाचन को धीमा कर देते हैं, जिससे ब्लड शुगर स्पाइक नहीं होता, साथ ही भूख को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
मौसंबी (sweet lime)
मीठे नींबू को भारत में मौसंबी के नाम से जाना जाता है। अन्य खट्टे फलों की तुलना में मौसंबी में एसिड की मात्रा कुछ कम होती है। वहीं इसमें फाइबर की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपको लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करते हैं। इस प्रकार आपकी भूख कम हो जाती है, और आप हेल्दी डाइट लेती हैं।
नींबू (lemon)
नींबू को सालो से वजन कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं नींबू में विटामिन सी, सॉल्युबल फाइबर और प्लांट कंपाउंड पाए जाते हैं। नींबू का नियमित सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है, जिससे वर्कआउट के दौरान आपकी फैट बर्निंग कैपेसिटी भी बढ़ जाती है। वहीं यह बेली फैट कटर के रूप में काम करता है।
अनानास (pineapple)
अनानास में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है, साथ ही इसका कैलोरी काउंट भी बेहद कम होता है। ये फैक्टर्स इसे वेट लॉस के लिए एक अच्छा विकल्प बनाते हैं। इसमें ब्रोमेलैन नामक एक एंजाइम होता है, जिसे मेटाबोलिज्म बढ़ाने और फैट ग्रोथ को कम करने के लिए जाना जाता है।
ग्रेपफ्रूट (Grapefruits)
ग्रेपफ्रूट को हिंदी में चकोतरा कहते हैं, साथ ही इसे डाब नींबू के नाम से भी जाना जाता है। इसका कैलोरी काउंट कम होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी बॉडी मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देती हैं, जिससे आपको अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। इसकी ये गुणवत्ताएं वेट लॉस के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं।