क्या आप हर उस चीज़ के बारे में सोचते हैं जो आपके सामने आती है? अगर हां, तो यह वीडियो आपके लिए ही है। यदि आप मानते हैं कि अधिक सोचने से केवल मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है, तो दुर्भाग्य से आप गलत हैं। जानकारों के मुताबिक ज्यादा सोचने से आपके दिल पर भी असर पड़ सकता है। डॉ काशिका गुलाटी, बख्शी हेल्थकेयर , कैलिडोस्कोप में मनोवैज्ञानिक सलाहकार हैं, वे बता रहीं हैं कि कैसे ओवर थिंकिंग या जरूरत से ज्यादा सोचना आपके दिल के लिए धीमे जहर की तरह काम करता है।