महिलाओं की हेल्थ एक ऐसा विषय है जिसके बारे में कोई ज्यादा बात नहीं करना चाहता है। अगर कोई बात करता भी है तो उसे बहुत अधिक गंभीरता से नहीं लिया जाता है। पीरियड में दर्द हो या बच्चा पैदा करते समय होने वाली तकलीफ उसे कोई समझता नहीं है बल्कि सिर्फ ये कह दिया जाता है कि औरत को इतना तो सहना ही पड़ता है। लेकिन अगर उन्हें इन चीजों के बारे में पूरी तरह से नहीं बाताया जाएगा तो इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है।
कई लड़कियां अपने फिमेल ऑर्गन के बारे में ही ठीक से नहीं जानती है, कई महिलाएं पोस्पार्टम डिप्रेशन को भी नहीं समझ पाती है, तो कई महिलाएं मेनोपॉज के बाद बढ़ते हुए वजन के कारण खुद के शरीर को भी एक्सेप्ट नहीं कर पाती है। इन सभी चीजों के बारे में आज सोशल मीडिया पर कई महिला इंफ्लुएंसर है जो बात कर रहीं है और महिलाओं को उनके शरीर से प्यार करना सीखा रहीं है। तो चलिए इस अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 पर एक एक कर जानते है उन प्रभावित करने वाली महिलाओं के बारे में।
हंसाजी योगेन्द्र, सांताक्रूज़, मुंबई में विश्व के सबसे पुराने योग संस्थानों में से एक के निदेशक, जिसकी स्थापना उनके ससुर श्री योगेन्द्र ने की थी। हंसाजी एक शानदार मेटिवेशनल स्पीकर हैं और दर्शकों को बांधे रखने की उनकी कुशलता लोगों को उनकी बातें सुनने के लिए योग संस्थान तक खींच लाती है। वह योग को जन जन तक पहुंचाने के लिए बहुत काम करती है। उन्होने योग को अपने जीवन में तब अपनाया जब उन्हें कई तरह की बिमारियों ने घेर लिया था। योग संस्थान द्वारा 100 वर्षों के शोध के आधार पर हंसाजी ने “योग फॉर ऑल” नामक अपनी पुस्तक जारी की।
वह एक लाइफ कोच, एक शिक्षिका भी हैं, जो लोगों को व्यावहारिक योग परामर्श के माध्यम से जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए मार्गदर्शन करती हैं। वह महिला सशक्तिकरण पर भी जोर देती हैं जहां वह प्रसवपूर्व, प्रसवोत्तर और मेनोपोज महिलाओं के लिए कक्षाएं भी चलाती है।
एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी से ‘न्यूट्रीशन अवार्ड’ की विजेता, रुजुता भारत की अग्रणी आहार एवं पोषण विशेषज्ञ हैं। वे दुनिया के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले पोषण विशेषज्ञों में से एक हैं। उनका पूरा परिवार बहुत ही व्यावहारिक रूप से योग को जीवन शैली के रूप में अपनाता था और इसका उन पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ा। उन्होंने इसके बारे में और अधिक जानने का फैसला किया और शिवानंद योग वेदांत वन अकादमी से आयुर्वेद के साथ-साथ योग और वेदांत का अध्ययन किया।
रुजुता दिवेकर कई बॉलिवुड हस्तियों के साथ काम कर चुकीं है। दिवेकर के इंस्टाग्राम पर 2 मीलियन फॉलोअर्स है। करीना कपूर से लेकर अनुपम खेर तक की वो न्युट्रिनिस्ट और डायटिशियन रह चुकी है।
डॉ तनाया नरेंद्र, जिन्हें इंस्टाग्राम पर डॉ क्यूटरस के नाम से जाना जाता है, एक चिकित्सक और एंब्रोयोलोजिस्ट हैं। वह अपने इंस्टाग्राम पेज का उपयोग अपने 450k+ फॉलोअर्स के साथ स्वास्थ्य और सेक्सुएलिटी, प्रजनन संबंधी जानकारी, सेक्स मिथकों को तोड़ने और प्रजनन स्वास्थ्य और पीरियड के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए करती है। महिलाओं को बॉडी शेम का भी विरोध करते हुई डॉ क्यूटरस ने कई बार अपनी बातों को लोगों के सामने रखा है।
डिंपल जांगड़ा एक आयुर्वेदिक हेल्थ कोच और प्राण हेल्थकेयर सेंटर की संस्थापक हैं। पहले, डिंपल ने देव पटेल, जूही चावला, अंजलि तेंदुलकर और सुशांत सिंह राजपूत जैसी मशहूर हस्तियों को प्रशिक्षित किया है। डिंपल जांगड़ा खास तौर पर गट हेल्थ पर काम करती है। उन्होंने इस विषय पर कई पुस्तकें भी लिखी है। उनकी बेस्ट सेलर पुस्तकों में (heal your gut, mind and emotions) है।
नेहा रंगलानी एक सर्टिफाइड पोषण विशेषज्ञ और हेल्थ कोच हैं जो पिछले 14 वर्षों इस क्षेत्र में काम कर रहीं है और उन्होंने दुनिया भर में 20000 से अधिक लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम किया है। उनका मानना है कि हमारे शरीर में खुद को ठीक करने की क्षमता रखता है, बशर्ते इसे भोजन, विचारों, भावनाओं और कार्यों के संदर्भ में सही रॉ मटिरियल मिले। वह लोगों को मोटापा, मधुमेह, थायराइड, पीसीओएस और किसी भी अन्य समस्या को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने या प्रबंधित करने में मदद करती है।
ये भी पढ़े- अपनी जिज्ञासा के पिटारे से आपको निकाल देने चाहिए महिलाओं के बारे में ये 6 सवाल, क्योंकि ये बदतमीजी हैं
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।