जिस तरह भावनाएं सार्वभौमिक हैं, भावनात्मक बुद्धिमत्ता का महत्व भी उतना ही है। भावुक होना एक बात है। मगर भावनात्मक रूप से बुद्धिमान होना इस बात के लिए महत्वपूर्ण है कि आप विभिन्न स्थितियों में अपने मन और मस्तिष्क के बीच तालमेल कैसे बिठाते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च स्तर की भावनात्मक बुद्धिमत्ता से मानसिक स्वास्थ्य, रिश्ते और नौकरी में बढ़ोतरी हो सकती है।
भावनात्मक रूप से बुद्धिमान व्यक्ति आदर्श रूप से न केवल अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से प्रबंधित करेगा, बल्कि उनके आसपास के लोगों की भी।
हेल्थशॉट्स के लिए डॉ बख्शी के हेल्थकेयर में परामर्श मनोवैज्ञानिक और समग्र चिकित्सक काशिका गुलाटी द्वारा संकलित इस इमोशनल इंटेलिजेंस टेस्ट में हिस्सा लें।