अकेले होने और अकेलेपन में बहुत अंतर होता है। कभी-कभी आप परिवार के बीच रहकर भी अकेली हो सकती हैं। तो कभी, अपने एकांत के हर पल को आप पूरी जिंदादिली से सेलिब्रेट करती हैं। यानी अकेला होना बुरा नहीं है, बुरा है अकेलापन।
अकेलापन तब होता है जब आपके पास सभी हैं- दोस्त भी हैं, परिवार भी है, आप उनसे अपनी बात कह सकते हैं, लेकिन कहना नहीं चाहते। सबके होते हुए भी जब आप अकेला महसूस करते हैं तब आप अकेलेपन से ग्रस्त होते हैं।
अकेले होना और अकेलेपन का होना दोनों अलग-अलग स्थिति हैं। हम में से कई लोग अकेले ही रहते होंगे, लेकिन अकेलेपन से परेशान नहीं हैं। कई लोग सबके बीच होकर भी अकेला महसूस करते हैं। एकाकी होना सामान्य है लेकिन मन का अकेलापन बहुत खतरनाक है। ना केवल अकेलापन विकट परिस्थिति है, बल्कि अवसाद को जन्म भी दे सकता है।
इससे बचे रहने के लिए जरूरी है कि आप अपने अकेलेपन के स्कोर को चैक करें। यहां इस क्विज में हिस्सा लेकर।
0 of 8