Cheese side effects : पिज्जा से लेकर पराठा तक, सब में एड कर रहीं हैं ‘चीज़’, तो बीमार पड़ने के लिए तैयार हो जाएं
किसी भी व्यंजन का स्वाद बढ़ा सकता है चीज़। पर इन दिनों जैसे चीज़ ट्रेंड बन गया है। पिज्जा, बर्गर, डोसा, पराठा सभी व्यंजनों को एक्स्ट्रा चीज़ के साथ सर्व किया जा रहा है। पर क्या शायद आप नहीं जानतीं कि चीज़ की ये ओवरलोडिंग मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, डिहाइड्रेशन और हृदय संबंधी बीमारियों का भी कारण बन सकती है। आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा चीज़ (Health hazards of too much cheese) खाने के स्वास्थ्य जोखिम।
चीज़ खास चीज है (Cheese is a special food)
अपने पोषक तत्वों के कारण चीज़ को सुपरफूड कहा जाता है। यह प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। साथ ही इसमें अच्छी मात्रा में फास्फोरस और कैल्शियम पाया जाता है। ये आपकी बोन्स को मजबूत बनाने में मददगार हो सकता है। पर इसमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। पर इन दिनों अलग-अलग तरह के चीज़ बाज़ार में मौजूद हैं। जिनका स्वाद बढ़ाने के लिए उनमें न केवल प्रीजर्वेटिव मिलाए जाते हैं, बल्कि सोडियम की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है। यही वजह है कि चीज़ की बढ़ती मात्रा आपके स्वास्थ्य के लिए जोखिम बढ़ा सकती है।
एक व्यक्ति के लिए क्या होनी चाहिए चीज़ की आदर्श मात्रा (how much cheese is too much per day)
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के सुझावों पर भरोसा करें, तो एक वयस्क व्यक्ति दिन भर में 40 ग्राम चीज़ का सेवन कर सकता है। पर ये मात्रा उसकी दिन भर की डाइट में शामिल होनी चाहिए। वहीं सेलिब्रिटी पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर भी संतुलित मात्रा में चीज़ का सेवन करने की सलाह देती हैं।
रुजुता कहती हैं, “यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, पर तभी तक जब तक यह फ्रेश है और प्योर है। इसके साथ ही आपके रुटीन में ऐसी फिजिकल एक्टिविटीज शामिल होनी चाहिए, जो इससे प्राप्त होने वाली कैलोरीज का बर्न कर सकें।”
हालांकि वयस्कों की तुलना में छोटे बच्चे चीज़ का सेवन ज्यादा करते हैं। किसी भी व्यंजन का स्वाद बढ़ाने के लिए अकसर माएं उन्हें एक्स्ट्रा चीज़ के साथ सर्व करती हैं। चीज़ उनकी बढ़ती उम्र में हड्डियों के विकास में मदद करता है। पर वही बच्चे जब फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होने की बजाए दिन भर गैजेट्स के साथ समय बिताते हैं, तो ये उनमें भी मोटापे का कारण बन सकता है।
यहां हैं ज्यादा चीज़ खाने के स्वास्थ्य जोखिम
1 पहला जोखिम है मोटापा (Belly and waist fat)
बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं और पुरुषों दोनों के ही पेट पर फैट की परत जमने लगती है। वहीं जब आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जिनसे प्राप्त कैलोरी को बर्न करने के कम अवसर आपके पास हैं, तब वे फैट के रूप में पेट और कमर पर जमा होने लगते हैं।
2016 में हुई एनसीबीआई की एक रिसर्च में सामने आया है कि हेल्दी होने के बावजूद डेयरी प्रोडक्ट्स का ज्यादा सेवन वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस अध्ययन में 18 से 52 वर्ष के लोगों को शामिल किया गया। जिसमें सभी में डेयरी प्रोडक्ट के ज्यादा सेवन के परिणामस्वरूप वजन का बढ़ना पाया गया।
2 पाचन संबंधी समस्याएं (Digestive issues)
बिना फिजिकल एक्टिविटी के प्रतिदिन 40 ग्राम चीज़ का सेवन करना भी आपके लिए जोखिम कारक हो सकता है। यह आपके लिए पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। जिनमें गैस, एसिडिटी और हार्ट बर्न शामिल हैं। अगर आप लेक्टोज इंटॉलरेंट हैं, तो चीज़ आपकी बड़ी आंत में सूजन का भी कारण बन सकता है। जिसका परिणाम खराब गट हेल्थ है।
3 हार्ट हेल्थ के लिए जोखिमकारक (Heart disease)
फोर्टिस हॉस्पिटल वसंत कुंज में डायरेक्टर कॉर्डियोलॉजी डाॅ तपन घोष कहते हैं, “खराब लाइफ स्टाइल और खानपान की गलत आदतें खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा रहीं हैं। जिसके कारण हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ता जा रहा है। अगर आपका सेडेंटरी लाइफस्टाइल है, ताे चीज़ या मक्खन तो छोड़िए आपको मलाई वाला दूध भी नहीं पीना चाहिए। चीज़ में सैचुरेटेड फैट बहुत ज्यादा होता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदेह है।”
डेस्क जॉब करने वाले लोगों को वे न केवल घी, मक्खन और चीज़ की ओवरलोडिंग से बचने की सलाह देते हैं, बल्कि दूध को भी मलाई हटाकर पीने का सुझाव देते हैं।
4 हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension)
2019 के एनसीबीआई के अध्ययन में सामने आया है कि हाई सोडियम इन्टेक और हाई ब्लड प्रेशर का सीधा संबंध है। अगर आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो आपको दिन भर में 2400 मिग्रा सोडियम से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए। जबकि ज्यादातर चीज़ में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, जो हाईपरटेंशन के जाेखिम को बढ़ा सकती है।
ध्यान रहे
चीज़ स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है। पर इसमें फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है। जबकि सोडियम और फैट बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। इसलिए अपने चीज़ के सेवन की मात्रा को नियंत्रित रखना जरूरी है। आप भले ही इसे हेल्दी सलाद में एड कर रहें हो या भरवा पराठे में, चीज़ की ओवरडोज किसी भी तरह से डैमेज कंट्रोल नहीं कर पाएगी। इसलिए संतुलित आहार के साथ एक्सरसाइज का भी ध्यान रखें।
यह भी पढ़ें – वेट लॉस में मददगार है फाइबर, पर बढ़ा सकता है सूजन और एलर्जी की समस्या: स्टडी