कोरोनाकाल के दौरान मां बनना किसी वरदान से कम नहीं है। वरदान के साथ – साथ सभी मांओं के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस दौरान बेबी का ख्याल रखना बहुत मुश्किल है। हालांकि, एक बच्चे को पालना हमेशा से मुश्किल रहा है, लेकिन कोविड – 19 (Covid – 19) के बाद से यह और भी जटिल कार्य हो गया है।
आजकल के इस घातक माहौल में आपके मन में भी यह सवाल ज़रूर आया होगा कि कहीं मेरे बच्चे को कोविड हो गया तो? क्योंकि न उन्हें वैक्सीन (Covid- 19 Vaccine) लगी है और न ही उन्हें कुछ खाने को दिया जा सकता है, जो उनकी इम्युनिटी बढ़ाए और न ही वे मास्क लगा सकते हैं।
ऐसे में आप अपने बेबी को कोविड – 19 से कैसे बचा सकती हैं? आपकी इन चिंताओं का हल करने के लिए हेल्थशॉट्स नें फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम की एडिशनल डायरेक्टर और पीडियाट्रिक पल्मोनोलॉजिस्ट, डॉ नीतू तलवार से बात की।
डॉ. नीतू का कहना है कि ”अभी तक जितनी भी वेव्स आईं हैं, उन्होनें शिशुओं को बेहद कम ही नुकसान पहुंचाया है। ऐसा इसलिये, क्योंकि कोविड – 19 के वायरस को पनपने के लिए जगह चाहिए होती है, और छोटे बच्चों में वो रेसेप्टर्स ही नहीं होते हैं, जिसकी वजह से नाक और मुंह तक संक्रामण जा सके। इस वजह से बेबी के संक्रमित होने का खतरा बहुत कम हो जाता है। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि आप लापरवाही बरतें।”
कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाएं बहुत ही दुर्लभ मामलों में यह बीमारी अपने बच्चे को दे सकती हैं। जन्म के कुछ समय बाद ही शिशु भी संक्रमित हो सकते हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, अधिकांश नवजात शिशुओं में जो कोरोनावायरस के लिए पॉज़िटिव पाये जाते हैं, उनमें हल्के लक्षण होते हैं या बिल्कुल भी नहीं होते हैं। वे जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ गंभीर मामले भी सामने आए हैं।
कोविड 19 एक एयर बोर्न वायरस है, जिसका मतलब है कि यह हवा में फैलता है और सतह पर कुछ घंटों के लिए मौजूद हो सकता है। इसलिए, डॉ. नीतू बताती हैं कि ”जब भी आप अपने बच्चे को छूएं, तो अच्छे से हाथ धो लें और किसी को भी उनके पास न जानें दें।”
ऐसे में गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, जिसमें कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने डॉक्टर से कोविड-19 वैक्सीन लेने के बारे में बात करना शामिल है। हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोविड-19 पैदा करने वाला वायरस स्तन के दूध में मौजूद होता है। मगर सांस की बूंदों के माध्यम से स्तनपान के दौरान कोवि-19 फैलने की संभावना होती है। इसलिए सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है।
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