scorecardresearch

डायबिटीज के बारे में बिल्‍कुल झूठ हैं ये 8 बातें, हम बता रहे हैं इनकी सच्‍चाई 

डायबिटीज आज के समय में बहुत आम बीमारी है। जीवनशैली के कारण होने वाली इस बीमारी के बारे में बहुत सी भ्रामक अवधारणाएं फैली हुई हैं।
Updated On: 10 Dec 2020, 12:25 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
आपको अपनी स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं का भी पता होना चाहिए। चित्र सौजन्य: शटरस्टॉक
आपको अपनी स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं का भी पता होना चाहिए। चित्र सौजन्य: शटरस्टॉक

डायबिटीज यानी मधुमेह से जुड़ी बहुत सी गलत जानकारी लोगों में होती हैं जिसके कारण ना केवल इस बीमारी के सही परहेज में समस्या आती है, बल्कि मरीजों के साथ भी गलत बर्ताव होता है।

आइये जानते हैं क्या हैं वह मिथ और क्या है सही जानकारी-

1.डायबिटीज के मरीज चीनी नहीं खा सकते

डायबिटीज को आम भाषा में कभी कभी शुगर की बीमारी कह दिया जाता है, लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि व्यक्ति चीनी नहीं खा सकता। यह समझना जरूरी है कि चीनी का अर्थ है ग्लूकोज जो रोटी, आलू, चावल जैसे सभी भोजन में होता है।

करे सत्तू की नमकीन तासीर का सेवन, यह आपको मधुमेह से देगा छुटकारा। चित्र: शटरस्‍टॉक
मीठा और मधुमेह एक ही नदी के दो किनारे है। चित्र: शटरस्‍टॉक

डायबिटीज में कैलोरी का ध्यान रखना होता है और अगर आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित है तो थोड़ी बहुत चीनी खाने में कोई समस्या नहीं है।

2.टाइप 2 डायबिटीज खतरनाक नहीं होती

यह अवधारणा बहुत लोगों में है जो कि बिल्कुल असत्य है।

दोनों ही तरह को डायबिटीज अगर सही तरह नियंत्रित ना की जाएं तो प्राणों के लिए घातक हो सकती हैं।

3.डायबिटीज सिर्फ मोटे लोगों को होती है

मोटापा स्वास्थ्य का एक परिचायक हो सकता है लेकिन जरूरी नहीं पतले क्लोग स्वस्थ हों, ना ही हर मोटा व्यक्ति अस्वस्थ होता है। फिटनेस जरूरी है, शरीर का साइज नहीं।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?
मोटापे से लिंक्‍ड डायबिटीज भारत में युवा महिलाओं की बढ़ती समस्‍या है। चित्र: शटरस्‍टॉक

अंडर वेट लोगों को भी डायबिटीज हो सकती है।

4.डायबिटीज के मरीज अंधे हो जाते हैं

डायबिटीज अंधेपन का एक कारण हो सकता है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि हर डायबिटिक व्यक्ति अंधा हो जाए।

सही देखभाल की जाए, ब्लड शुगर स्तर नियंत्रण में रखा जाए तो इस तरह के कॉम्प्लिकेशन नही होते।

5.डायबिटीज के मरीज बुरे ड्राइवर होते हैं

इस मिथ की जड़ असल में हाइपोग्लाइसीमिया के कारण है। हाइपोग्लाइसीमिया में शुगर लेवल बहुत कम हो जाता है और शरीर कांपने लगता है, हाथ-पैर पर नियंत्रण नहीं रहता।

हाथों का कांपना कभी-कभी गंभीर न्‍यूरोलॉजिक विकार भी हो सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
हाथों का कांपना कभी-कभी गंभीर मधुमेह का विकार भी हो सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

यह सच है कि शुगर लो हो जाए तो गाड़ी नहीं चलाना चाहिए। अन्यथा ड्राइविंग में कोई समस्या नहीं है।

6.डायबिटिक लोगों को खेल कूद में हिस्सा नही लेना चाहिए

यह बिल्कुल गलत है, उल्टा डायबिटिक लोगों को नियमित व्यायाम करना चाहिए। बस यह पता हो कि कितना व्यायाम उनके शरीर के लिए पर्याप्त है ताकि शुगर कम ना हो।

7.डायबिटीज के मरीज जल्दी बीमार पड़ते हैं

डायबिटीज एक लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारी है और यह इम्मयून सिस्टम को प्रभावित नहीं करती। डायबिटीज के मरीजों को खांसी, जुखाम या अन्य संक्रमण वाली बीमारियां सामान्य लोगों की तरह ही होती हैं। बस उनके लिए बीमारी का इलाज थोड़ा जटिल होता है।

8.डायबिटीज आपस में फैलती है

यह ऐसा मिथ है जिसके कारण डायबिटीज के मरीजों को भेदभाव सहन करना पड़ता है। जबकि इसके पीछे कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है। डायबिटीज जेनेटिक रूप से तो ट्रांसफर हो सकती है, लेकिन छूने, खून से या किसी अन्य सम्पर्क से ट्रांसफर नही होती है।

मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति थकान जैसी समस्या से भी पीड़ित रहता है।चित्र: शटरस्‍टॉक

यहां हैं वे कुछ आम मिथ जिन्हें दूर करना जरूरी है। अब यह आपकी जिम्मेदारी है कि सही जानकारी को अधिक से अधिक लोगों से साझा करें।

अगर डायबिटीज से जुड़ी कोई धारणा आपके मन में हो, जिसके सच होने पर आपको सन्देह हो, तो कमेंट बॉक्‍स में हमारे साथ साझा करें। हमारे एक्‍सपर्ट आपकी हर शंका का निवारण करेंगे।

यह भी देखे:डियर गर्ल्‍स, लो ब्लड प्रेशर आपके शांत मिजाज नहीं, किसी गंभीर बीमारी का संकेत है 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
विदुषी शुक्‍ला
विदुषी शुक्‍ला

पहला प्‍यार प्रकृति और दूसरा मिठास। संबंधों में मिठास हो तो वे और सुंदर होते हैं। डायबिटीज और तनाव दोनों पास नहीं आते।

अगला लेख