अगर आप पिछले कुछ दिनों से न्यूज देख रहीं हैं तो बार-बार सुशांत सिंह राजपूत और रिया चक्रवर्ती के रिश्ते में ड्रग्स के एंगल का जिक्र हुआ है। ऐसे में यह सवाल वाकई महत्वपूर्ण है कि अगर हमारे पार्टनर को किसी भी तरह की गलत लत लग जाए तो हम क्या कर सकते हैं या क्या करना चाहिए?
किसी भी रिश्ते की नींव होती है प्यार और देखभाल, जब भी आप किसी व्यक्ति से प्यार करते हैं तो हर अच्छे बुरे समय में उनका साथ देने का वादा भी करते हैं।
ऐसे में उनके खराब समय में खासकर जब वह किसी गलत लत का शिकार हैं, आपका प्यार और साथ ही है जो उन्हें इस लत से बचा सकता है।
जब हम बात करते हैं लत की, तो लत सिर्फ ड्रग्स की ही नहीं होती। शराब, तम्बाकू, सिगरेट इत्यादि की लत भी उतनी ही खतरनाक होती है और आपको उससे अपने पार्टनर को बचाना होगा।
इन लक्षणों का ध्यान रखें और इनमें से दो या उससे अधिक लक्षण दिखने पर सचेत हो जाएं।
1. वे आपके बिना अक्सर बाहर जाते हैं। बाहर का अर्थ रेस्टोरेंट, बार के साथ-साथ दोस्तों के साथ पार्टी, ऑफिस में ओवरटाइम भी हो सकता है। अगर वह सामान्य से ज्यादा घर के बाहर रहने लगें और आपको साथ न आने को कहें, तो आपको सचेत हो जाना चाहिए।
2. अगर वह नशे की स्थिति में गाड़ी चलाने के लिए तैयार हैं, तो यह भी खतरे की घण्टी है। आपके मना करने के बाद भी अगर वह ड्राइव करने की जिद करते हैं या आपको समझाते हैं कि वे ड्राइव कर सकते हैं, तो सावधान हो जाएं। इसका सीधा मतलब है कि वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं जो कि चिंता का विषय है।
3. अगर आपका पार्टनर घर में दिलचस्पी नहीं दिखाते, तो यह भी लत के संकेत हो सकते हैं। घर-परिवार के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से बचना, काम में हाथ बंटाने से मना करना या पूरे परिवार के साथ समय न बिताना लत के संकेत हैं।
4. बिना कोई कारण बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं या आपकी जानकारी के बिना पैसा गायब हो रहा है, तो नशे की लत उसका कारण हो सकता है। अगर पूछे जाने पर भी पैसे का हिसाब न दें तो यह खतरे की घण्टी है।
5. अगर आपका पार्टनर आपको अपने दोस्तों से मिलवाते नहीं हैं या उनसे दूर रखते हैं, तो भी आपको सावधान हो जाना चाहिए। या तो वे इसलिए डर रहे हैं कि उनके दोस्त उनकी लत के बारे में आपसे शिकायत कर देंगे या उन्हें डर है कि उनके दोस्तों से मिलकर आपको शक हो जाएगा। दोनों ही मामलों में आपका सचेत हो जाना जरूरी है।
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कस्टमाइज़ करें6. जॉब में तरक्की रुक जाना या जॉब ही चली जाना भी लत के संकेत हैं। इसका स्पष्ट अर्थ है कि वह अपने काम पर ध्यान नहीं दे रहे जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें काम से हटा दिया गया है।
अब जब आप जान चुकी हैं कि एडिक्शन के लक्षण क्या हैं, यह जानना भी जरूरी है कि आप उनकी मदद कैसे करें। हालांकि उनकी लत कितनी गम्भीर है और उन्हें उस लत से बाहर कैसे निकालना है यह प्रोफेशनल एक्सपर्ट ही बता सकते हैं लेकिन शुरुआती कदम आप को ही उठाने हैं।
अगर आप उनसे एकदम से उनकी लत के बारे में पूछेंगी, तो स्थिति बनने के बजाय बिगड़ जाएगी। वे आपको अपना दुश्मन समझने लगेंगे और ड्रग्स की ओर और अधिक झुक जाएंगे। इसलिए उन्हें धीरे-धीरे समझाएं कि वह जो कर रहे हैं वह गलत है। उन्हें खुद सही गलत समझना जरूरी है।
सबसे पहला कदम यही होना चाहिए। आप चाहें तो उनको कोई झूठा बहाना बनाकर काउन्सलिंग के लिए ले जाएं। आप उन्हें फैमिली प्लानिंग जैसे विषय के बहाने काउंसलिंग के लिए ले जा सकती हैं।
अगर आपका पार्टनर शराब की लत में है तो आपकी जिम्मेदारी है कि आप शराब के सेवन से जुड़ी हर जानकारी जुटाएं। उसी तरह अगर वह किसी ड्रग की लत में हैं, तो जाने वह ड्रग क्या है, उसका असर क्या है और उसकी लत से निकलने में कितना समय लगता है। इस तरह की जानकारी आपको रहेगी तो आप मानसिक रूप से आने वाले समय के लिए तैयार हो जाएंगी।
अगर आप अपने या उनके माता-पिता के सामने उनके लिए बहाने बना रही हैं, तो आप बहुत गलत कर रही हैं। उनकी अनुपस्थिति या गलत बर्ताव पर पर्दा न डालें, बल्कि खुल कर बात करें। घरवालों और रिश्तेदारों के सामने उनका पक्ष न लें। इससे वह निश्चिंत हो जाएंगे और उम्मीद करेंगे कि आप आगे भी उनका ही पक्ष लेंगी। यह उनके अंदर का डर भी खत्म कर देगा।
माना कि यह लत उनके कर्मों का ही परिणाम है, लेकिन अगर आप उन्हें दोष देंगी या उनकी बेज्जती करेंगी तो उनकी नजर में आप बुरी बन जाएंगी। आपकी ओर से प्यार की कमी उन्हें ड्रग्स की ओर और अधिक धकेल देगी।
उनकी लत के लिए अपने बर्ताव या परिस्थितियों को भी दोष न दें। अगर आपको यह गिल्ट महसूस होगा कि आपकी किसी गलती के कारण यह स्थिति हुई है, तो वह आगे इस गिल्ट को आपके खिलाफ ही इस्तेमाल करेंगे।
यही नहीं, दोषारोपण बेकार है। उसके बजाय यह सोचें कि आप इस स्थिति को सुधारने के लिए क्या कर सकती हैं।
हम समझते हैं कि एक एडिक्ट के साथ रहना आपके लिए कितना मुश्किल है। हम आपको यह सुझाव बिल्कुल नहीं देंगे कि आप हर कीमत पर उनका साथ निभाएं। यह तो आप दोनों के रिश्ते पर ही निर्भर करता है। लेकिन धमकी का प्रयोग न करें। धमकी देने से उनका मन और अधिक विचलित होगा और इस प्रकार की कोई भी टेंशन उन्हें लत की ओर ही ढकेलेगी।
अगर उन्हें संभालने में आपके मानसिक स्वास्थ्य और शांति से समझौता हो रहा है, तो वह करें जो आपके लिए बेहतर है। बुरे वक्त में उनके साथ खड़ा होना जरूरी है, लेकिन खुद के स्वास्थ्य से समझौता कर के नहीं।
यह कुछ शुरुआती कदम हैं जो आपको उठाने चाहिए। अंततः मदद प्रोफेशनल एक्सपर्ट की ही लें। वह आपको बता सकते हैं कि रिहैब की जरूरत है या दवा काफी होगी। बस पहला कदम आपको उठाना है।