बहुत सारे लोगों को महीने में कम से कम एक बार एसिडिटी (acid reflux) और उससे होने वाली जलन (Heartburn) का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति इतनी असहनीय होती है कि हम इससे निपटने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। कैमोमाइल चाय (chamomile tea) की चुस्की लेने से लेकर अदरक का रस पीने तक। कई प्राकृतिक, घरेलू उपाय हैं जिन्हें आप जलन और बेचैनी को शांत करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। पर कुछ लोग इसके लिए अचार का रस (Pickle Juice) पीना पसंद करते हैं। हां यह सच है। आइए जानते हैं एसिडिटी और जलन पर अचार के रस के प्रभाव के बारे में।
एसिड रिफ्लक्स से सीने में जलन होती है जो कभी-कभी बहुत सारी परेशानियों का कारण बन जाता है। इससे छाती में इतना दर्द उठता है कि यह छाती की हड्डी के ठीक पीछे तक महसूस होता है। अगर आप भी अकसर एसिडिटी से परेशान रहती हैं, तो आपके मन में भी यह सवाल जरूर आया होगा कि यह बार-बार क्यों परेशान करती है।
असल में इसके लिए कमजोर मेटाबॉलिज्म और खानपान की गलत आदतें दोनों जिम्मेदार हैं। यह अक्सर खाने या पीने के साथ-साथ अपनी पीठ या पेट के बल लेटने के बाद और बदतर हो जाता है।
अचार का रस एक हाईड्रेटिंग लिक्विड (hydrating liquid) है जिसमें सिरका (vinegar), नमक और अन्य मिनेरल्स (minerals) पाए जाते है। यह एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) और इलेक्ट्रोलाइट (electrolyte) से युक्त है जिसके कारण एक्स्पर्ट्स इसे अपने आहार में शामिल करने का सुझाव देते है।
एसिडिटी और जलन से राहत पाने के लिए अचार के रस का प्रयोग करना मूल रूप से व्यक्तिगत उपचार है। एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित बहुत से लोग इस बार पर भरोसा करते हैं कि अचार का रस पीना उनके लक्षणों को दूर करने का प्राकृतिक तरीका है।
जब आप अपने सैंडविच के साथ अचार का एक टुकड़ा पसंद कर सकते हैं या यहां तक कि सीधे जार से बाहर निकालकर खा सकते है, तो अपनी सेहत के लिए अचार का रस भी पीकर देखें। दोनों में महज इतना फर्क है कि अचार पका होता है और उसका रस कच्चा। अगर आप अचार का कच्चा रस पी सकते हैं, तो यह एसिडिटी पर काम कर सकता है।
अचार का रस पीने के पीछे तर्क यह है कि यह आपके पेट को लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (lactic acid bacteria) की एक अच्छी खुराक देता है। यह खीरे में पाया जाने वाला एक अच्छा, प्रोबायोटिक बैक्टीरिया (probiotic bacteria) है जो आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
अचार के रस में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीव उसे एसिड रिफ्लक्स से लड़ने में मदद करते है। यदि आगे से आप जलन और खट्टे डकारों से परेशान है तो अचार का रस जरूर पिएं।
कोई भी होम रेमेडी आजमाते हुए इस बात का ख्याल हमेशा रखें कि एक ही चीज जरूरी नहीं कि दो अलग-अलग व्यक्तियों पर एक सा प्रभाव दिखाए। अगर आपको सिरके से एलर्जी है या आप हाई बीपी से ग्रस्त हैं तो आपको यह उपाय नहीं आजमाना चाहिए। इसके अलावा अपनी स्वास्थ्य स्थितियों के मद्देनजर अपने डॉक्टर से परामर्श करना हमेशा अच्छा होता है।
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