Nail health : पीले और टेढ़े-मेढे नाखून बताते हैं कि आपको है अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत

स्वस्थ और चमकीले नाखून आपके ओवरआल हेल्थ की तस्वीर पेश करते हैं। मजबूत और हेल्दी नेल्स मैनीक्योर के साथ-साथ आपके स्वस्थ होने के बारे में बताते हैं। यदि नाखून का कलर, शेप और साइज सही नहीं है, तो यह कई बीमारियों का भी संकेत दे सकता है।
nakhoon ke swasthya de sakte hain beemari ka sanket.
कुछ नाखून संबंधी चिंता स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत दे सकती हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक
Published On: 2 Sep 2023, 09:30 am IST
  • 125

नाख़ून को सुंदर दिखने के लिए हम तरह तरह के प्रयास करते हैं। हम मैनीक्योर कराते हैं। इन सभी के बावजूद पीले और टेढ़े-मेढे नाखून दीखते हैं। इन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कुछ समस्याएं उम्र के साथ दिख सकती हैं, तो कुछ नहीं भी। नाखून का इस तरह दिखना सामान्य हो सकता है या किसी रोग का संकेत भी। हमें उन लक्षणों की पहचान करने की कोशिश करनी चाहिए। आइये जानते हैं नाखून के कुछ लक्षण (Nail health) को, जो किसी बीमारी का संकेत दे सकते हैं।

क्यों नाखून बताते हैं हेल्थ का हाल (Nail health) 

डर्मेटोलोजिस्ट शिवानी कश्यप बताती हैं, ;कुछ नाखून संबंधी चिंता स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत दे सकती हैं। इनमें विटामिन की कमी और पुरानी स्थितियां शामिल हैं। अक्सर चोट लगने या नमी के अधिक संपर्क में रहने के कारण नाखूनों की समस्या हो जाती है।

यहां हैं 6 तरह के नाखून जो किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बता सकते हैं

1 पीले नाखून (Yellow nails)

पीले नाखूनों का दिखना कुछ कारणों से हो सकता है। यह उम्र के साथ स्वाभाविक रूप से हो सकता है। यह कभी-कभी नेल लैकर्स या ऐक्रेलिक नाखूनों के कारण भी होता है। यदि आप अक्सर ऐक्रेलिक नाखून लगाती हैं या नाखूनों को पेंट करती हैं, तो यह समस्या हो सकती है। इसके लिए कुछ दिनों के लिए सैलून जाना बंद कर दें। इससे आपके नाखूनों को ठीक होने के लिए पर्याप्त समय मिल जायेगा। स्मोकिंग भी पीले नाखून का कारण बन सकता है। इस लत को छोड़ दें। आपको येलो नेल सिंड्रोम भी हो सकता है। यह एक दुर्लभ डिसऑर्डर है, जहां किसी व्यक्ति के नाखून मोटे पीले होते हैं। यह आमतौर पर श्वसन संबंधी समस्याओं और अंगों में सूजन के साथ होते हैं।

2  सूखे और टूटने वाले नाखून (dry and brittle nail)

नाखूनों का टूटना एक आम समस्या है। इसके कुछ संभावित कारण भी हैं। नेल प्लेट पर सूखेपन के कारण नाखून मुलायम और टूटने लग सकते हैं। यह स्वीमिंग, नेल पॉलिश रिमूवर के अत्यधिक उपयोग, दस्ताने के बिना बार-बार बर्तन धोने या कम नमी वाले वातावरण में रहने से हो सकता है। कभी-कभी हाइपोथायरायडिज्म भी इस दुष्प्रभाव का कारण बनता है। उन पर सुपर-मॉइस्चराइजिंग लोशन लगाने का प्रयास करें। आपकी त्वचा की तरह नाखून भी शोषक होते हैं। लोशन उन्हें भविष्य में सूखने से रोक सकता है। ऐसा उत्पाद चुनें, जिसमें हयालूरोनिक एसिड, ग्लिसरीन, या शिया बटर हो। बायोटिन लेने का भी प्रयास करें, जो एक ओवर-द-काउंटर पोषण सप्लीमेंट है।

3 नेल की क्लब्बिंग (clubbed nails)

नाखूनों का आपस में चिपकना भी किसी रोग के होने की निशानी है। जब आपकी उंगलियों के सिरे सूज जाते हैं और नाखून घुमावदार और गोल हो जाते हैं, तो कभी-कभी लिवर या किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। क्लबिंग फेफड़ों और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट, जैसे- फेफड़ों का कैंसर, आईबीडी से संबंधित स्थितियों का भी संकेत मिल सकता है।

nails
जब आपकी उंगलियों के सिरे सूज जाते हैं , तो यह लिवर या किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। चित्र : अडॉबी स्टॉक

4  सफेद धब्बे (White spot on nails)

अपने नाखूनों पर आप सफेद धब्बे पा सकती हैं। आम तौर पर वे सफेद धब्बे बहुत महत्वपूर्ण नहीं होते हैं। नाखूनों पर सफेद धब्बे कैल्शियम की कमी का संकेत (Nail health) देते हैं। आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। ये धब्बे अक्सर मामूली आघात का परिणाम हो सकते हैं। सफेद धब्बों को ल्यूकोनीचिया के रूप में जाना जाता है

5  बुरी तरह कटे हुए नाखून

इसे चिकित्सकीय भाषा में ओनिकोफैगिया के रूप में जाना जाता है। एक आम आदत है, जो आमतौर पर किसी प्रकार के तनाव के कारण (Nail health) होती है। यह ध्यान आकर्षित करने के लिए भी की जाती है। मेंटल हेल्थ के इलाज के लिए मेंटल हेल्थ पेशेवर से मिलना जरूरी है

पोल

प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

6  हॉरिजॉन्टल लकीरें (Horizontal line)

आमतौर पर यह उम्र बढ़ने का एक सामान्य संकेत हैं। चेहरे पर झुर्रियों की तरह उम्र बढ़ने के साथ-साथ नाखूनों पर भी रेखाएं दिखने लगती हैं।”

nakhoon ka tootna swasthya samasya ka sanket hai,
हरे पर झुर्रियों की तरह उम्र बढ़ने के साथ-साथ नाखूनों पर भी रेखाएं दिखने लगती हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

हॉरिजॉन्टल लकीरें नाखून में विभाजन होने (ओनिकोरेक्सिस) के साथ होती हैं । एलोपेसिया एरीटा से भी यह जुडा हो सकता हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जहां व्यक्ति खोपड़ी पर विभिन्न स्थानों पर अपने बाल खो देते हैं।

यह भी पढ़ें :- मेनोपॉज के साथ त्वचा मुरझाने लगी है, तो स्किन ग्लोइंग क्रीम आ सकती है आपके काम, हम बता रहे हैं इसके फायदे

लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख