World Sight Day: आपकी आंखों की रोशनी बनाए रखने में मददगार हो सकती हैं ये 5 हर्ब्स, जानिए क्या हैं वे
हम ऐसा जीवन बिता रहें हैं जहां हमारी सुबह हमारे व्हाट्सएप को चेक करने के साथ शुरू होती है, और सोशल मीडिया को स्क्रॉल करने के साथ समाप्त होती है। इन घंटों के बीच, हम कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन याद रखें कि सब कुछ (लगभग) स्क्रीन के माध्यम से ही होता हैं। ऐसे में हमारी आंखों को उस तरह का आराम नहीं मिलता जैसा उन्हें मिलना चाहिए। कोई आश्चर्य नहीं, आज आप चश्मा और कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोगों की बढ़ती संख्या देखते हैं। लेकिन सच तो यह है कि इन्हें पहनना कोई पसंद नहीं करता। इसलिए हम आपकी मदद के लिए प्राकृतिक उपचारों की सहायता ले रहें हैं। इस बार, आंखों की रोशनी में सुधार के लिए जड़ी-बूटियों के प्रभाव के बारे में बता रहें हैं।
विज़न को बढ़ाने के लिए विशेष जड़ी-बूटियां
1. बिलबेरी (Bilberry)
कहा जाता है कि इस जड़ी बूटी में ब्लूबेरी और क्रैनबेरी की तरह ही एंथोसायनिन (anthocyanin) नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट फ्लेवोनोइड्स (antioxidant flavonoids) होते हैं। वास्तव में, ऐसा माना जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, रॉयल एयर फ़ोर्स के पायलटों ने बिलबेरी जैम का सेवन किया था जिससे उनकी नाइट विजन में सुधार करने में मदद मिली।
वास्तव में, एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि यह अंधेरे में देखने में तुरंत मदद करता है और आंखों की थकान को भी कम करता है।
2. वाइल्ड ऐसपरेगस (Wild Asparagus)
अगर आपको अच्छी नजर चाहिए तो वाइल्ड ऐसपरेगस खाने से न चूकें। यह दृष्टि में सुधार करता है, और आपको चमकदार आंखें भी देता है! एक चम्मच जंगली शतावरी (wild asparagus) को थोड़े से शहद के साथ मिलाएं, और हर दिन एक कप गर्म गाय के दूध के साथ इसका सेवन करें। कुछ महीनों के लिए इस आदत का अभ्यास करें, और आप एक बड़ा अंतर देखेंगे!
3. आईब्राइट (Eyebright)
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए इस जड़ी बूटी का प्रयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। वास्तव में, अधिकांश उत्पाद या खाद्य पदार्थ जो आपकी आंखों के लिए अच्छे होते हैं, उनमें आईब्राइट विशेष रूप से होता हैं। दक्षिण अफ्रीका के एक अध्ययन के अनुसार, आईब्राइट ड्रॉप्स कन्जंगक्टिवाइटिस (conjunctivitis) से तेजी से ठीक होने में मदद कर सकता है। तो अगली बार जब आप खुद को लाल आंखों से जूझते हुए पाएं, तो आईब्राइट का उपयोग करें!
4. जिन्कगो बिलोबा (Ginkgo Biloba)
चीन और जापानी मूल की इस हर्ब के बारे में दावा किया जाता है कि ग्लूकोमा की सेहत में सुधार कर आंखों की रोशनी बढ़ाती है।
पबमेड में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार जिन्कगो बिलोबा के अर्क का जब ग्लूकोमा रोगियों पर उपयोग किया गया तो उनमें ओकुलर रक्त प्रवाह में बढ़ाेतरी महसूस हुई। जिससे आंखों में होने वाले तनाव में कमी आई। हालांकि, यह विज़न पर कितना असर डालते हैं, इस बारे में कोई निर्णयात्मक डाटा उपलब्ध नहीं है।
इसके बावजूद कहा जा सकता है कि जीबीई आंखों में होने वाले तनाव और ग्लूकोमा के रक्त प्रवाह में होने वाली कमी में सुधार करता है। जिससे आपको फायदा हो सकता है। परंतु मधुमेह रोगियों और बच्चों पर ऐसी किसी भी हर्ब का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अपनी स्क्रीन टाइम को करें काम। चित्र:शटरस्टॉक
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कस्टमाइज़ करें5. कोलियस (Coleus)
कहा जाता है कि यह जड़ी बूटी आंखों में तरल पदार्थ के उत्पादन को कम करती है, जिससे संभावित ग्लूकोमा (glaucoma) का जोखिम काम होता हैं।
लेडीज, उपरोक्त हर्ब्स आपके तनाव को कम कर आंखों को राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। पर दृष्टि कमजोर होने पर नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना आपकी आंखों की सेहत के लिए बेहतर होगा। आखिर आंखें हैं, तभी तो ये दुनिया इतनी खूबसूरत है।
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