हम पेट (Pet) को घर पर रखते हैं और सबसे पहले उसे जरूरी टीका(Vaccine) लगवाते हैं। कई टीकों में एक टीका रेबीज का भी होता है। इससे कुत्ता रेबीज वायरस (Rabies Virus) से संक्रमित नहीं हो पाता है। यदि कुत्ता किसी व्यक्ति को काट लेता है, तो रेबीज संक्रमण से व्यक्ति का बचाव हो जाता है। पर अक्सर गली या सड़कों पर रहने वाले कुत्ते को यह टीका नहीं लगा होता है। इसलिए जब वह हमें काट लेता है, तो हमें तुरंत नजदीकी अस्पताल या प्राइवेट क्लिनिक पर जाकर एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए। कुत्ता काट लेने पर अस्पताल जाने से पहले हमें प्राथमिक उपचार (First Aid) भी जरूर करना चाहिए। रेबीज के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए ही विश्व में वर्ल्ड रेबीज डे (World Rabies Day) मनाया जाता है।
हर वर्ष रेबीज वायरस के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। रेबीज वायरस जानवरों में पाया जाता है, जिनसे इंसानों में संक्रमण फैलता है। कुत्तों के अलावा, बिल्ली, बंदर और कई दूसरे जानवरों के काटने पर रेबीज फैलता है। सही समय पर उपचार नहीं मिलने पर व्यक्ति को कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जानवरों के काटने पर जल्द से जल्द रेबीज का इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के अनुसार, भारत में हर साल रेबीज से लगभग 20,000 मौतें हो जाती हैं। कुत्ते के काटने के बाद रेबीज के लक्षणों को दिखने में 1 से 3 महीने का समय लग सकता है। वहीं, कुछ मामलों में 1 वर्ष के बीच भी लक्षण दिख सकते हैं।
कुत्ते के काटने के बाद शरीर में रेबीज वायरस तेजी से फैलता है। इससे मरीज की छह माह के अंदर मौत भी हो सकती है। इसलिए कुत्ते का नाखून लगने पर भी लोग डर कर तुरंत इंजेक्शन लगवाने हॉस्पिटल चले जाते हैं। जबकि नाखून की बजाय कुत्ते के दांत स्किन के अंदर जाने पर रेबीज फैलता है।
शरीर के जिस जगह पर कुत्ते या किसी दूसरे जानवर ने काटा है, तो उस जगह को पानी की तेज धार से कई बार धोना चाहिए। ऐसा करने से बैक्टीरिया और वायरस साफ हो जाते हैं। इसके बाद किसी एंटीबैक्टीरियल साबुन या एंटीबैक्टीरियल लिक्विड से प्रभावित हिस्से को साफ कर लें।
बहुत अधिक खून न बह जाये, इसके लिए किसी साफ कॉटन के कपडे से उस स्थान को हल्के से बांध दें। इससे खून बहना बंद हो जायेगा।थोड़ी देर बाद कपड़ा हटा दें।
आप घाव पर एंटी बैक्टीरियल या कोई अन्य घाव ठीक करने वाली क्रीम भी लगा सकती हैं।
इसके बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर की सलाह पर एंटी रेबीज वैक्सीन (Anti Rabies Vaccine) का इंजेक्शन अवश्य लगवा लें। यह इंजेक्शन 48 घंटे के अंदर जरूर लगवा लें।पहले रेबीज वैक्सीन की 28 दिन के अंदर 5 डोज लगाई जाती थी। अब सिर्फ तीन डोज में वैक्सीन पूरी हो जाती है।
कुत्ते के काटने के बाद टमाटर, इमली, अधिक मसालेदार भोजन, आलू,दूध, धनिया, दाल, मांस नहीं खाना चाहिए।
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