World Lung Cancer Day – स्मोकिंग के अलावा ये चीजें भी पहुंचाती हैं आपके फेफड़ों को नुकसान
कोरोना महामारी के बाद से हम सभी अपनी सेहत के प्रति सजग और सतर्क हो गए हैं। बीते वर्ष फेफड़ों की कमजोरी और ऑक्सिजन की कमी की वजह से हुई मृत्यु नें हम सभी को लंग हेल्थ के बारे में जागरूक कर दिया है। फेफड़ों की बात करें तो यह स्पंजी, हवा से भरे अंगों की एक जोड़ी होती है, जो छाती के दोनों ओर स्थित होते हैं। यह व्यक्ति को ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
लंग फेलियर (Lung Failure) काफी घातक साबित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत कैंसर से होने वाली मौतों के लिए फेफड़े का कैंसर (Lungs Cancer) जिम्मेदार है और यह दुनिया भर में सबसे आम कैंसर में से एक है। फेफड़ों के कैंसर से संबंधित चुनौतियों और खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, हर साल 1 अगस्त को वर्ल्ड लंग कैंसर डे (World Lung Cancer Day) मनाया जाता है।
क्या है वर्ल्ड लंग कैंसर डे और इसका महत्व (World lung cancer day 2022)
इस दिवस का उद्देश्य फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा करना है। जिस तरह से हम अपने वज़न को कम करने के लिए काम करते हैं। ठीक उसी तरह से हमें लिवर हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए भी काम करना चाहिए। वर्ल्ड लंग कैंसर डे 2022 की थीम “क्लोज द केयर गैप” है।
इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) के अनुसार, कैंसर के नए मामले 2020 में 19.3 मिलियन से बढ़कर 2040 में 30.2 मिलियन हो जाएंगे। भारत में, कैंसर के नए मामले भी 2040 तक बढ़कर 2 मिलियन हो जाएंगे।
मगर, पर्यावरण और जीवनशैली कारक कैंसर के लिए प्रमुख जोखिम बढ़ाने वाले कारक हैं, इसलिए 50% तक कैंसर को रोका जा सकता है। ऐसे में हमें यह पहचानने की ज़रूरत है कि स्मोकिंग के अलावा, हमारी ऐसी कौन सी चीज़ें हैं जो लंग्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
चलिये जानते हैं उन चीजों के बारे में जो हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं
अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कोच्चि, केरल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के क्लिनिकल प्रोफेसर और प्रमुख डॉ के पवित्रन कहते हैं, “जब आप सेकेंड हैंड स्मोक में सांस लेते हैं, तब भी आपके लंग कैंसर का जोखिम काफी बढ़ जाता है।”
1 मोल्ड:
यदि बहुत अधिक नमी मौजूद है, तो मोल्ड बढ़ सकता है और आपके वायुमार्ग के लिए हानिकारक हो सकता है।
2 केमिकल्स:
केमिकल से भरी हवा में जहरीली गैस, क्लोरीन, सफाई की आपूर्ति और अन्य चीजों के साथ सांस लेने से फेफड़ों की बीमारियों का खतरा हो सकता है।
3 धूल:
फेफड़े के ऊतक समय के साथ धूल और कण जमा कर सकते हैं जो वायुमार्ग को घायल कर देते हैं।
4 प्रदूषण:
वायु प्रदूषकों में सांस लेने से न केवल आपके वायुमार्ग में जलन हो सकती है, बल्कि यह लंबे समय तक फेफड़ों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
लंग्स को हेल्दी रखने के लिए कुछ टिप्स
ज्यादा यातायात और वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में व्यायाम करने से बचें, क्योंकि प्रदूषण का स्तर जितना ज्यादा होगा, आपके फेफड़ों के लिए जोखिम उतना ही ज्यादा होगा।
सफाई करते समय मास्क पहनें और ताज़ी हवा में प्राणायाम करें।
एक एयर प्यूरीफायर में निवेश करें जो प्रदूषकों, एलर्जी और विषाक्त पदार्थों से हवा को साफ कर सके।
अपने शॉवर जैसे बहुत अधिक नमी वाले क्षेत्रों को मोल्ड से साफ रखें।
योग और प्राणायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
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