एड्स एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। असुरक्षित यौन संबंध बनाने से इसके जीवाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका पता काफी देर से चलता है। लोगों में इसके प्रति जागरूकता न होने के चलते वह एचआईवी (HIV) टेस्ट के प्रति सजग नहीं रहते हैं। इसलिए हर साल वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) के जरिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है।
वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) 2020 की थीम “एचआईवी/एड्स महामारी समाप्त करना: लचीलापन और प्रभाव” (Ending the HIV/AIDS Epidemic: Resilience and Impact) रखी गई है। विश्व एड्स दिवस पहली बार 1988 में मनाया गया था। हर साल, दुनिया भर के स्वास्थ्य एवं एड्स की रोकथाम के लिए काम कर रहे संगठन एचआईवी महामारी की ओर ध्यान दिलाते हैं।
एड्स (AIDS) का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम (Acquired Immunodeficiency Syndrome) है। जिसका अर्थ है-
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक एचआईवी के लक्षण संक्रमण के चरण के आधार पर भिन्न होते हैं। एचआईवी से पीड़ित लोग संक्रमित होने के बाद पहले कुछ महीनों में सबसे अधिक संक्रामक होते हैं। लेकिन कई लोग बाद की अवस्था तक अपनी स्थिति से अनजान होते हैं। प्रारंभिक संक्रमण के बाद पहले कुछ हफ्तों में लोगों को बुखार या सिरदर्द, गले में खराश या खराश जैसी समस्याओं का अनुभव करते हैं।
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चूंकि यह संक्रमण इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, इसलिए इससे संक्रमित होने के बाद व्यक्ति लिम्फ नोड्स (lymph nodes) में सूजन, वजन कम होना, बुखार, दस्त और खांसी आदि का अनुभव कर सकता है। सही समय पर उपचार न होने पर वे तपेदिक (tuberculosis), क्रिप्टोकोकल मेनिन्जाइटिस (cryptococcal meningitis), गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन और लिम्फोमास (lymphomas) और कपोसी सारकोमा (Kaposi’s sarcoma) कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को भी विकसित कर सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार एचआईवी संक्रमित लोगों से शरीर के विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थों के आदान-प्रदान के माध्यम से संचरित हो सकता है। जैसे रक्त, स्तन का दूध, वीर्य और योनि स्राव। प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान मां से बच्चे में एचआईवी भी फैल सकता है। साथ ही असुरक्षित यौन संबंध बनाना इसका एक प्रमुख कारण है।
जब शरीर में कुछ तरह के पदार्थों का आदान-प्रदान होता है, तो उस दौरान एचआईवी संक्रमण का जोखिम होता है। लेकिन आप संक्रमण के जोखिम को कम कर सकती हैं। इसके लिए आपको को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है।-
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ये तो आप जानती ही होंगी कि किसी व्यक्ति से गले मिलने, उसके साथ डांस करने, उसके साथ खाने-पीने, उसके साथ अपना, शौचालय, शावर, स्नान या बिस्तर शेयर करने, उसे किस करने, उसके साथ अपनी चीजें साझा करने से एड्स नहीं फैलता।