सर्दियों के कपड़ों में बेबी सबसे ज्यादा क्यूट लगते हैं। अगर आपके बेबी की यह पहली सर्दी है, तो यकीनन आप भी ढेर सार शॉपिंग साइट्स खंगाल रही होंगी अपने बेबी के लिए। पर अकसर हमारा ध्यान डिजाइन और उनकी क्यूटनेस की तरफ चला जाता है। बिना यह जाने कि ये बेबी की सेहत पर क्या असर करेंगे। उनमें भी फर वाले ड्रेस हमें सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं। पर क्या ये आपके बेबी के लिए सही हैं? टेंशन न लें, क्योंकि आपकी मदद करने के लिए हम यहां हैं।
हम हर वह कपड़ा खरीदने का प्रयास करते हैं जिससे हमारे बच्चे को आराम मिल सके। मार्केट में बड़े-बड़े ब्रांड्स कई प्रकार के बेबी ड्रेस निकालते हैं, जो देखने में काफी आकर्षक लगते हैं, इन्हीं में से एक है फर वाले कपड़े।
फर वाले कपड़े देखने में जितने आकर्षक लगते हैं, असल में वे उतने लाभदायक होते नहीं हैं। बच्चे के लिए विंटर शॉपिंग करते समय आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप फैशनेबल की बजाए कम्फर्ट और हेल्थ को प्राथमिकता दें।
दरअसल बच्चों के जैकेट पर व अन्य कपड़ों पर लगे फर में जहरीले और हानिकारक रसायन होते हैं। जो त्वचा की बड़ी समस्याओं समेत कई स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है।
डच फर फ्री एलायंस ( Dutch Fur Free Alliance ) के सदस्य बोंट वूर डायरेन द्वारा की गई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ। दरसअल उन्होंने कई फेमस ब्रांड के कपड़ों पर परीक्षण किया। जर्मन स्वतंत्र अनुसंधान प्रयोगशाला Bremer Umweltinstitut द्वारा परीक्षण किए गए सभी ब्रांड, फॉर्मलाडेहाइड ( formaldehyde ) और एथोक्सिलेट्स (ethoxylates) के उच्च स्तर को प्रकट करते हैं, जो एलर्जी, कैंसर और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं।
जानकारी हो कि ज्यादातर फर जानवरों से लिए जाते हैं। जानवरों के पेल्ट्स (pelts ) को सड़ने से रोकने के लिए भी कई प्रकार के खतरनाक और भारी प्रदूषणकारी रसायनों का उपयोग किया जाता है। इसके बाद फर को ब्लीच या डाई करने के लिए अधिक विषाक्त पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है। फर का उत्पादन अत्यधिक प्रदूषणकारी, ऊर्जा-खपत और एक अत्यंत अप्राकृतिक प्रक्रिया है।
फर वाले कपड़ों को छोटे बच्चों को पहनाने से उनकी त्वचा पर कई प्रकार के रिएक्शन देखने को मिल सकते हैं। इसमें खुजली, लालीपन, छोटे दाने, जलन, व अन्य प्रकार की एलर्जी हो सकती है।
इन फर को सुंदर दिखाने के लिए जिस डाई व कलर का इस्तेमाल किया जाता है, वह बच्चों के हार्मोन सिस्टम के लिए उचित नहीं होता। इससे हारमोनियम बैलेंस होने का खतरा बढ़ जाता है ।
फर वाले कपड़े में पसीना टिकने के कारण बच्चों में फंगल इंफेक्शन होने के खतरे बढ़ जाते हैं। यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है।
सबसे बड़ी बात, इनमें अकसर बेबी की लार, खाई हुई चीजें और धूल आदि फंस जाती हैं। जो बेबी के मुंह में जा सकती हैं। अगर ये फर स्लीव्स पर हैं, तब तो आपको बिल्कुल भी इनकी तरफ नहीं जाना चाहिए। क्योंकि बच्चों को मुंह में बार-बार हाथ डालने की आदत होती है।
इसलिए डियर मॉम्स, अपने बेबी के लिए फैशनेबल नहीं, कम्फर्टेबल कपड़ों का चुनाव करें। और शायद आप नहीं जानतीं, आपकी मम्मी जो ऊन से छोटे-छोटे स्वेटर और मोजे बुनती थीं न, वे किसी भी बड़े ब्रांड की ड्रेस से ज्यादा गर्म और आरामदायक होते हैं।