क्या आपको भी बिस्तर पर लेटते ही पेट में गुड़गुड़ (indigestion) शुरू हो जाती है और वे बदबूदार गैस (Bad smelly fart ) रिलीज होने लगती है? यकीनन आप अकेली नहीं हैं, जिन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आजकल बहुत सारे लोग रात में बेचैनी, अपच, पेट में गड़बड़ी और पेट फूलना (Bloating) जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जानना चाहती हैं कि दिन के मुकाबले रात में ज्यादा क्यों रिलीज होती है गैस ()why am i so gassy at night and in the morning? तो बस इसे आगे पढ़ती रहिए।
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में ज्यादातर लोग फास्टफूड के आदी हो जाते हैं। वहीं, समय के अभाव और आलस के कारण फिजिकल एक्टिविटी भी कम या न के बराबर कर देते हैं। नतीजतन, ज्यादातर लोगों को सोते समय एक अजीब सी बेचैनी का सामना करना पड़ता है। कई बार पेट फूलने लगता है और ठीक से नींद नहीं आती है।
दरअसल, यह प्रॉब्लम पेट (Gas in stomach) में बनने वाली गैस के कारण होती है। बहुत से लोग इसको सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। अक्सर यह प्रॉब्लम रात के खाने के बाद सोते समय होती है। कई बार ठीक तरीके से गैस पास नहीं होने के कारण अच्छे से नींद नहीं आती। वहीं पेट में जलन होने लगती है। आखिर रात के समय क्यों ज्यादा गैस रिलीज होती है? अगर आपको यह समस्या है तो इससे कैसे निजात पाए।
प्रोटीन और वसा युक्त खाने की तुलना में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना अधिक गैस बनाता है। दरअसल, गैस की समस्या कब्ज के कारण होती है। आहार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर खाना बड़ी आंत में ज्यादा समय रहेगा तो गैस की समस्या पैदा होगी।
जो लोग धूम्रपान करते हैं या फिर च्युइंग गम के खाने के शौकीन हैं, उनके पेट अच्छी खासी हवा चली जाती है। इससे गैस की समस्या होती है। बढ़ती उम्र के साथ बॉडी में एंजाइम का स्तर कम हो जाता है। जिसके कारण गैस बनने की समस्या आती है।
जो लोग हेल्दी लाइफ के प्रति अवेयर नहीं है और फिजिकल एक्टिविटीज से बचते उन्हें भी यह समस्या आती है। अधिक कैलोरी युक्त भोजन भी गैस बनने की एक प्रमुख वजह है। ज्यादा भुना, तला और तीखा खाने से परहेज करें।
गैस होने के सामान्य लक्षण है पेट में दर्द, पेट फूलना, डकार आना और गैस पास होना आदि।
कुछ लोग भोजन करते समय या फिर बाद में जोर की डकार लेते हैं। इस वजह से वे काफी हवा निगल जाते हैं। बता दें कि अधिक डकार लेने के कारण डाइजेस्टिव सिस्टम के ऊपरी हिस्से में पेप्टिक अल्सर जैसी बीमारी होने के खतरा बढ़ जाता है।
फ्लैटुलेंस को आम बोलचाल की भाषा में गैस पास करना कहते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, एक स्वस्थ्य व्यक्ति दिन 14 से 23 बार गैस पास होना आम बात है। अगर, इससे ज्यादा गैस पास होती है तो गैस की समस्या हो सकती है।
अत्यधिक वसा युक्त खाने के कारण पेट आसानी से साफ नहीं होता है। इस वजह से बेचैनी होती है और पेट फूलने का अहसास होता है। हालांकि, कई बार हर्निया या आंत के कैंसर की वजह से पेट फूलने की समस्या आती है।
कई लोगों की आंत में गैस जमा हो जाती है, जिसके कारण पेट फूलने की समस्या पैदा होती है।
सब्जियां: प्याज, ब्रोकली, फूलगोभी और पत्तागोभी आदि।
फल : आड़ू, सेब, केला और नाशपाति।
अनाज : गेहूं, चना।
अन्य: दूध, सॉफ्ट ड्रिंक्स, दूध से बने उत्पाद, फलों का जूस, फलियां, ब्रेड, मटर और सलाद।
दरअसल, शरीर में भोजन को पचाने वाले स्वस्थ जीवाणु दिनभर गैस का निर्माण करते हैं। कुछ गैसों को तो जीवाणु अवशोषण कर लेते हैं। बाकी बची गैस को शरीर रिलीज कर देता है। गौरतलब है कि हमारे शरीर में खाना पचाने के समय तेजी से गैस बनती है। जो लोग रात के समय भारी खाने का या ज्यादा खाने का सेवन करते हैं। उन्हें सोते वक़्त ज्यादा गैस रिलीज होने की प्रॉब्लम आती है।
शरीर में जीवाणुओं को भोजन को पचाने में करीब-करीब 6 घंटे लगते हैं। ऐसे में रात को जल्दी या सोने से तीन घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए। इससे जीवाणुओं को आसानी भोजन पचाने में मदद मिलती है।
जिन लोगों को सोते समय गैस बनने की समस्या है, उन्हें भारी खाने की बजाय हल्का भोजन को तवज्जो देना चाहिए।
हाई-फाइबर तत्व युक्त खाना पचाना आसान नहीं होता है। ऐसे में रात में ऐसे भोजन के सेवन से बचना चाहिए। रात के भोजन में मटर, फल, सब्जियां, बीन्स और साबुत अनाज खाने से बचना चाहिए।
रात को भोजन के बाद कम से कम 20-25 मिनट तक टहलना चाहिए। इससे खाना पचाने में आसानी होती है।
जो लोग कम पानी पीते उन्हें भी खाना पचाने में दिक्कत होती है। ऐसे में दिनभर ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।
भोजन के बीच पर्याप्त अंतर होना चाहिए। इससे गैस बनने की समस्या नहीं होगी। कई लोग समय पर भोजन नहीं करते हैं। कई बार खाली पेट रहने से भी गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है। हेल्दी खाने को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।
अजवाइन : अजवाइन हमारे किचन में आसानी से मिल जाता है। पानी के साथ आधा चम्मच अजवाइन लेने से गैस की समस्या से निजात मिल सकती है। दरअसल, अजवाइन में थायमोल तत्व पाया जाता है, जो भोजन पचाने में मददगार है।
जीरा: जीरा भी रसोई घर में आसानी से मिल जाता है। इसे भी पानी के साथ सेवन किया जा सकता है। जीरा में पाए जाने वाले तत्व लार ग्रंथियों को उत्तेजित करके शरीर की पाचन शक्ति सकती को बढ़ाता है।
अदरक: भोजन करने के बाद एक चम्मच नींबू रस और अदरक का रस मिलाकर खाए।
हींग: हींग भी खाने को पचाने में लाभकारी है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच हींग पाउडर डालकर पीए। इससे गैस में तुरंत आराम मिलता है।
लहसुन: अपने भोजन में प्याज की जगह लहसुन का प्रयोग करें।
दही: इसके अलावा अपने आहार चार्ट में दही को शामिल जरूर करें।
पुदीना: पुदीना भी भोजन को पचाने में सहायक है।
अगर पेट फूलने या गैस की समस्या के अलावा को दूसरी परेशानी के लक्षण नजर आये तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।
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