scorecardresearch facebook

Fart Walk Benefits : गैस और एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आजकल लोग कर रहे हैं फार्ट वॉक, जानिए क्या है यह

आमतौर पर लोग बैकवर्ड वॉकिंग और ब्रिस्क वॉक से दिन की शुरूआत करते हैं, मगर फार्ट वॉक दिन के अंत को सुखदायक बना सकती है। जानते हैं फार्ट वॉक क्या है और इससे स्वास्थ्य को क्या लाभ मिलते हैं
Updated On: 7 Aug 2024, 06:12 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
fart walk ke fayde
धीरे धीरे की जाने वाली इस वॉक से न केवल मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है बल्कि अपच से भी राहत मिल जाती है । चित्र : एडॉबीस्टॉक

चलते-फिरते, उठते-बैठते अक्सर कभी-कभी हर किसी को फार्टिंग होती है। मगर इन दिनों फिटनेस फ्रीक्स के बीच ये शब्द बार-बार रिपीट हो रहा है। इसकी वजह है वॉक का एक नया तरीका, फार्ट वॉक। जी हां, फार्ट वॉक उन लोगों के लिए सुझायी जा रही है, जिन्हें अकसर गैस, ब्लोटिंग और अपच की समस्या रहती है। आमतौर पर लोग बैकवर्ड वॉकिंग (Backward walking) और ब्रिस्क वॉक (Brisk Walk) से दिन की शुरूआत करते हैं, मगर फार्ट वॉक दिन के अंत को सुखदायक बना सकती है। जानते हैं फार्ट वॉक क्या है और इससे स्वास्थ्य को क्या लाभ मिलते हैं (fart walk benefits)

क्या है फार्ट वॉक (What is fart walk)

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है इस वॉक का मकसद फार्ट को रिलीज करने का अवसर देना है। फिज़ियोथेरेपिस्ट डॉ गरिमा भाटिया बताती हैं कि फार्ट वॉक (Fart Walk) को ब्रिस्क वॉक के समान ही किया जाता है। खाना खाने के बाद योग और स्ट्रेचिंग की जगह की जाने वाली वॉक शरीर को फायदा पहुंचाती है। अपच से बचने के लिए 60 मिनट वॉक की जाती है। मगर शरीर के स्टेमिना (Body stamina) को ध्यान में रखते हुए ये वॉक 15 से 20 मिनट भी की जा सकती है।

आरामदायक जूते पहनकर धीरे धीरे की जाने वाली इस वॉक से न केवल मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है बल्कि अपच से भी राहत मिल जाती है। जल्दी जल्दी वॉक करने से शरीर में थकान बढ़ने लगती है। ऐसे में खाने के बाद धीमी गति से सामान्य सैर पर जाएं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए पोसट डिनर वॉक आवश्यक है।

खाने के बाद वॉक के दौरान फार्टिंग की प्रक्रिया का सामना करना पड़ता है, जिससे जीआई ट्रैक्ट को फायदा मिलता है और इनडाइजेशन की समस्या हल होने लगती है। दरअसल, रात को आहार में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है और वॉक के दौरान गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal tract) यानि पाचनतंत्र उचित तरीके से अपना कार्य करने लगता है। वॉक करने से शरीर को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।

Brisk walk ke fayde
रोज़ाना 15 से 20 मिनट वॉक आपकी ओवरऑल हेल्थ को फायदा पहुंचाती है। चित्र : शटरस्टॉक

चलिए समझते हैं कि ये कैसे चलन में आई

टोरंटो स्थित कुकबुक लेखिका मैरलिन स्मिथ की बदौलत फार्ट वॉक इन दिनों खूब लोकप्रियता बटोर रही है। क्वीन ऑफ फाइबर के नाम से मशहूर स्मिथ के अनुसार रात में फाइबर रिच डाइट लेने के बाद 60 मिनट की वॉक शरीर को इनडाइजेशन, गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी से बचाती है। वॉक के दौरान होने वाली फार्टिंग इनटेस्टाइनल गैस को रिलीज़ करने का आसान तरीका है।

जानते हैं फार्ट वॉक किस प्रकार से है फायदेमंद

1. आंत की गतिशीलता को बढ़ाए

वॉक करने से हेल्दी वेट मेंटेन करने, हृदय फिटनेस में सुधार लाने और ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में मदद मिलती है। दरअसल, वॉक की मदद से पाचनतंत्र बूस्ट होता है। इससे मसल्स काट्रैक्शन की मदद से लार्ज इंटैस्टाइन के माध्यम से फूड को मूव करने में मदद मिलती है। इससे जीआई ट्रैक खाली हो जाता है पाचन को मज़बूती मिलती है।

2. ब्लोटिंग की समस्या होगी हल

शारीरिक गतिविधि से बॉवल मूवमेंट में रेगुलेरिटी आने लगती है। इससे अतिरिक्त गैस रिलीज़ होने लगती है। दरअसल, शरीर में गैस की अत्यधिक मात्रा ब्लोटिंग की समस्या को बढ़ा देती है। वॉक की मदद से पेट पर इंटरनल प्रैश बढ़ने लगता है, जिससे गैस आसानी से रिलीज़ होने लगती है।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

3. ब्लड शुगर लेवल को करे नियंत्रित

अमेरिकल डायबिटीज़ एसोसिएशन की रिसर्च के अनुसार वे लोग जो डायबिटीज़ से ग्रस्त हैं, उन्हें दिन में 30 मिनट वॉक करने की सलाह दी जाती है। इससे ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन उचित बना रहता है।

Diabetes control krne ke liye walk karein
वे लोग जो डायबिटीज़ से ग्रस्त हैं, उन्हें दिन में 30 मिनट वॉक करने की सलाह दी जाती है।

फार्ट वॉक के लिए किन टिप्स को फॉलो करें

  • रात के खाने के बाद 20 से 30 मिनट के लिए वॉक पर जाएं और धीरे चलें।
  • शरीर में पानी की नियमित मात्रा को बनाए रखें। इससे वॉक करने में मदद मिलती है और ऑक्सीजन का प्रवाह बना रहता है।
  • अपने स्टेमिना के अनुसार वॉक करें और वॉक के दौरान रिलैक्स रहने का प्रयास करें।
  • फार्ट वॉक से डाइजेशशन को मज़बूती मिलती है और वेटलॉस में भी फायदेमंद साबित होती है। इसे रूटीन में अवश्य शामिल करें।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

अगला लेख