यह वाकई एक बुरे सपने के सच होने जैसा ही है। कोविड-19 संक्रमण हवा के जरिए फैलने लगा है। हम सब हैरान थे कि बिना किसी संक्रमित व्येक्ति के सीधे संपर्क में आए कुछ लोग कोरोना वायरस से कैसे संक्रमित हो गए। इस संदर्भ में पहले वैज्ञानिकों ने इसके हवा में मौजूद होने की संभावना जताई और उसके बाद विश्वच स्वाइस्य् र संगठन ने भी उनकी आशंका पर मुहर लगा दी।
WHO की स्टेटमेंट में कोविड-19 पैंडेमिक की टेक्निकल लीड मारिया वैन केरखोव ने कहा, “हम कोविड-19 संक्रमण के हवा से फैलने की सम्भावना पर काम कर रहे हैं।”
इस सब का एक ही मतलब है- हमें बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। घर के अंदर और बाहर हर जगह प्रीकॉशन्स लेने होंगे। अब यह वायरस केवल संक्रमित वस्तुओं और व्यक्तियों से नहीं, बल्कि उस हवा से भी फैल रहा है जिसमें हम सांस लेते हैं।
मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल की इंटरनल मेडिसिन कंसल्टेंट डॉ मंजूषा अग्रवाल बताती हैं इस स्थिति में सुरक्षित रखने के लिए प्रीकॉशन्स लेना अब और भी ज्यांदा महत्वेपूर्ण है।
बक़ौल डॉ अग्रवाल, “समस्या यह है कि यह वायरस हवा में कई घण्टों तक जीवित रह सकता है। हवा में मौजूद वायरस से बचाव के लिए कोई भी मास्क नहीं, सिर्फ N95 मास्क और ट्रिपल लेयर सर्जिकल मास्क ही कारगर हैं।”
एयर बोर्न इन्फेक्शन्स वह होते हैं जो हवा में फ़ैल सकते हैं। जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है तो उसके शरीर से वायरस हवा में आ जाते हैं। यह वायरस हवा में जिंदा रह सकते हैं, और उस हवा में सांस लेने वाले व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं।
खुद को बचाने के लिए इन 5 जरूरी उपायों का पालन करें –
डॉ अग्रवाल कहती हैं, “अभी तक केवल मरीजों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य था। मगर इस नई जानकारी के बाद हर व्यक्ति को हर वक्त मास्क पहनने की ज़रूरत है। “बिना मास्क के घर से बाहर ही न निकलें। मास्क पहनना सबसे ज्यादा ज़रूरी है।”
विश्वह स्वामस्य्न संगठन (WHO) की एक्सपर्ट केरखोव अपनी ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहती हैं कि मास्क पहनना ही नहीं आपस में उचित दूरी बनाना भी इस संक्रमण को रोकने के लिए बहुत ज़रूरी है। बात करते वक्त एक मीटर से अधिक दूरी बनाएं और मास्क पहनें। बोलते वक्त भी वायरस हवा में फैल सकता है।”
डॉ अग्रवाल कहती हैं, हेल्थ केयर वर्कर्स सोशल डिस्टेंासिंग का पालन नहीं कर सकते इसलिए उन्हें मास्क पहनकर ही खुद का बचाव करना होगा। ये वायरस सिर्फ 5 माइक्रोन के होते हैं, अगर कोई संक्रमित व्यक्ति आपके आसपास सांस भी ले रहा है तो आप इन्फेक्टेड हो सकते हैं।
एयर कंडीशनिंग वाली सार्वजनिक जगहों से बिल्कुल दूर रहें। कम वेंटिलेशन वाली जगहों पर भी ना जाएं। ऐसी जगह वायरस आसानी से फैल सकता है। डॉ अग्रवाल मॉल, रेस्टोरेंट और पार्लर जैसी बन्द जगह जाने से सख्त मना करती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंजिन कमरों में वेंटिलेशन अच्छा हो उन्हीं कमरों का प्रयोग करें। वेंटिलेशन नहीं होने पर वायरस कमरे में ही सर्कुलेट करता रहता है और इन्फेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है।
डॉ अग्रवाल के अनुसार अगर आप काम पर जाते हैं, घर से बाहर निकलते हैं तो फेस शील्ड पहनना बेहतर विकल्प है। इससे आप बार-बार अपना चेहरा नही छुएंगे और इन्फेक्शन से बचे रहेंगे।
अंत में डॉ अग्रवाल कहती हैं, “सिर्फ हाथों को साफ रखना ही काफी नहीं, एयर बॉर्न कोविड-19 से बचने के लिए इन प्रीकॉशन्स को अपनी आदत बना लें।”