बहुत से लोगों को सुबह उठते के साथ जी मिचलाने या उल्टी जैसा महसूस होता है (morning nausea)। जिसकी वजह से दिन की शुरूरात बेहद धीमी और चिड़चिड़ी होती है। हालांकि, कुछ लोगों की यह समस्या कुछ देर में शांत हो जाती है, पर बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्हें यह लंबे समय तक परेशान करती है। कई बार इतना ज्यादा कि उन्हें ब्रेकफास्ट स्किप करना पड़ता है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है (morning nausea)। ताकि आप उसके अनुसार अपनी समस्या का समाधान ढूंढ सकें (morning nausea)।
होम्योपैथ स्पेशलिस्ट और न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर स्मिता पाटिल ने सुबह उठते के साथ जी मिचलाने और वॉमिटिंग टेन्डेन्सी के कारण और इन्हे अवॉयड करने के टिप्स भी सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से (Why do I feel nauseous when I wake up)।
गैस्ट्रोएसोफागीयल रिफ्लक्स डिसऑर्डर और एसिड रिफ्लक्स सुबह उठने के साथ जी मिचलाने (morning nausea) और वोमिटिंग टेंडेंसी महसूस होने के सबसे सामान्य कारण है। कई बार हमारे पेट का एसिड फूड पाइप में ऊपर की ओर रिफ्लेक्स कर जाता है, जिसकी वजह से यह समस्या होती है। यदि कोई व्यक्ति अपने पेट के बल सोता है, या बिना तकिए के बिलकुल फ्लैट सोता है, तो उन्हें यह समस्या अधिक परेशान कर सकती है। इसके साथ ही डिनर में ऑयली, फ्राइड और अनहेल्दी खाद्य पदार्थों के सेवन की वजह से भी गैस्ट्रोएसोफागीयल रिफ्लेक्स डिसऑर्डर हो सकता है।
बहुत से लोगों में सुबह उठने के साथ लो ब्लड शुगर के कारण जी मचलने और उल्टी आने जैसी समस्या हो सकती है। खासकर यदि आपका ब्लड शुगर लेवल फ्लकचुएट करता है तो आपको अक्सर मॉर्निंग सिकनेस का सामना करना पर सकता है। ऐसे में इसे बैलेंस करने के लिए सुबह उठकर फ्रूट जूस पीने से मदद मिलेगी।
एंजायटी और स्ट्रेस की वजह से एक न्यूरल रिएक्शन ट्रिगर होता है, जो आपके पेट की लाइनिंग को प्रभावित करता है। जिसकी वजह से सुबह जी मिचलाने और उल्टी आने (morning nausea) जैसी समस्याओं का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा एंजायटी और स्ट्रेस में होने वाले हार्मोनल बदलाव भी पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बनते हैं।
लो डाइटरी फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन इरिटेबल वॉवेल सिंड्रोम का कारण बन सकता है। कब्ज की स्थिति में पेट में गैस फंस जाता है, जिसकी वजह से उल्टी जैसा महसूस होता है। एक सामान्य दिनचर्या की शुरुआत करने के लिए सुबह स्टूल पास करना जरूरी है। अन्यथा पूरे दिन गैस, ब्लोटिंग और अपच जैसा अनुभव होता रहता है।
रात के समय में ज्यादातर लोग पानी नहीं पीते हैं, 8 से 9 घंटे तक लगातार पानी न पीने की वजह से बॉडी डिहाइड्रेटेड हो सकती है। डिहाइड्रेशन इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस है, विशेष रूप से सोडियम और पोटेशियम प्रभावित होते हैं, जिसकी वजह से वोमिटिंग टेंडेंसी पैदा होती है (vomiting tendency)।
रात को सोने से पहले कुछ प्रकार की दवाइयों का सेवन विशेष रूप से पेन किलर, कैंसर मेडिसिंस, एंटीबायोटिक, बर्थ कंट्रोल पिल्स, और एंटी डिप्रेसेंट लेने से सुबह उठने के बाद जी मिचलाने और उल्टी की टेंडेंसी महसूस हो सकती है।
आपके अगले दिन की सुबह का अनुभव आपकी रात के खाने पर निर्भर करता है। रात के समय डाइटरी एलर्जी और सेंसिटिव फूड के सेवन से सुबह उठने के साथ पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इसके साथ यदि आप खाना खाते ही तुरंत बेड पर लेट जाती हैं, तो यह आदत भी गलत है। खाने के 2 घंटे बाद ही सोना चाहिए। वहीं शाम के समय फ्राइड, फैटी फूड्स के साथ ही डेयरी प्रोडक्ट्स और स्पाइसी मिल लेने से इन्हें पहचाना मुश्किल हो जाता है और यह आपकी परेशानी का कारण बन सकते हैं।
बहुत से लोग डिनर स्किप करते हैं, या रात को बेहद थोड़ा सा खाना खाते हैं। यह उतना ही हानिकारक है, जितना की रात के समय ओवरईटिंग करना। रात की भूख सुबह जी मिचलाने और वॉमिटिंग टेंडेंसी का कारण बन सकती है। जब आपका शरीर लंबे समय तक भूखा रहता है, तो ब्लड शुगर लेवल डाउन हो सकता है, जो मॉर्निंग सिकनेस का एक कारण है।
रात के समय पोषक तत्वों से भरपूर हेल्दी रेसिपीज को डिनर के लिए तैयार करें ताकि बिना किसी नुकसान के आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान हो सके। वहीं आप अपने मॉर्निंग सिकनेस को हमेशा के लिए अलविदा कह सके।
सुबह उठने के साथ जी मचलने के अनुभव के पीछे सभी के व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं। कुछ लोग रात को सोने से पहले दवाइयों का सेवन करते हैं, तो कुछ लोगों को ऐसा अनहेल्दी खाद्य पदार्थों के सेवन से होता है। इसलिए अपनी व्यक्तिगत गलती को पहचाने और उनमें सुधार करना शुरू करें। यदि दवाइयां लेती है तो इस बारे में डॉक्टर से कंसल्ट करें और रात को समय पर डिनर करें। साथ ही डिनर में हल्के और हेल्दी खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
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सुबह उठने के साथ एक कप पानी में थोड़ा सा अदरक कस लें, उसमें अच्छी तरह उबाल आने दे उसके बाद अदरक के पानी में शहद मिलाकर इसे पिएं। इससे आपकी वोमिटिंग टेंडेंसी काम हो जाती है। साथ ही साथ यह समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है और वेट लॉस में भी आपकी सहायता करता है।
आजकल जल्दबाजी में हम उठने के साथ ही काम में लग जाते हैं, या किचन में खाना बनाने लगते हैं, परंतु आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। सुबह उठने के बाद कम से कम 15 से 20 मिनट खुद के लिए निकालें। इस समय में पानी पिएं और नेचुरल लाइट में कुछ देर खड़ी रहें। हवा को महसूस करें और गहरी सांस लें। इसके साथ ही यदि योग और एक्सरसाइज करती हैं, तो यह और भी फायदेमंद रहेगा।
रात को समय पर डिनर करें और डिनर में पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इसके साथ ही डिनर के लगभग 2 घंटे के बाद बेड पर जाएं। आप चाहे तो बेड पर जाने से पहले जीरा, धनिया या अजवाइन की चाय ले सकती हैं। इससे बेहतर पाचन में मदद मिलती है। साथ ही साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और रात को नींद खुलने पर भी थोड़ा पानी पीने की कोशिश करें, ताकि आपका शरीर सुबह हाइड्रेटेड रहे। डिहाइड्रेशन भी वोमिटिंग टेंडेंसी को ट्रिगर कर सकता है।
जो लोग स्मोकिंग करते हैं, उन्हें रात को डिनर के बाद सिगरेट पीने की आदत होती है। इसके साथ-साथ ऐसे लोगों को सुबह उठने के साथ बाथरुम जाने के लिए भी सिगरेट की आवश्यकता पड़ती है। यह एक बेहद बुरी आदत है इस प्रकार आपकी नींद खुलते ही आपको वोमिटिंग महसूस होता है और आपका पेट काफी ज्यादा ब्लोटेड रहता है। साथ ही आपको घबराहट महसूस होती रहती है।
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