कोविड-19 महामारी में सिर्फ़ वायरस का ही नहीं, बल्कि और भी बहुत सारे तनाव हैं जो हमें परेशान कर रहे हैं। किसी अपने को खोने का कष्ट, नौकरी खोने का डर, बिज़नेस लॉस और भविष्य को लेकर असमंजस। इन सभी के तनाव के कारण मेंटल हेल्थ संबंधी महामारी भी कोविड-19 के साथ-साथ फैल रही है।
कोविड-19 ने हमारी नॉर्मल ज़िंदगी की परिभाषा ही बदल कर रख दी है। शॉपिंग, मूवी और पार्टी जैसी एंटरटेनमेंट एक्टिविटी बन्द हो चुकी हैं, लेकिन हमने घर में ही उसके अल्टरनेटिव भी निकाल लिए हैं। कुकिंग, बेकिंग, पेंटिंग जैसी हॉबीज की तरफ़ लोग वापस बढ़ रहे हैं।
और इसी के साथ लोगों की दिनचर्या में शामिल हुआ है योग। असल में योग लोगों की फिजिकल और मेन्टल फिटनेस दोनों के लिए ही लाभदायक है।
योग की उपयोगिता को 3 तरह से देखा जा सकता है
1. स्ट्रेस और एंग्जायटी से लड़ने में मदद करता है।
2. रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत बनाता है जो कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरे में है।
3. इम्यूनिटी बढ़ाता है और रिकवरी में मददगार है।
शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहना बहुत ज़रूरी है। खासकर कोविड-19 की इस लड़ाई में तनाव मुक्त होना और पॉज़िटिव महसूस करना स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी जितना ही ज़रूरी है। योग इसमें एक बड़ा रोल निभाता है।
प्राचीन काल से ही योग फिजिकल फिटनेस से ज्यादा मेन्टल फिटनेस पर केंद्रित है। योग की मदद से आप डेली तनाव, एंग्जायटी, चिंता और अवसाद को कंट्रोल में रख पाती हैं।
नियमित रूप से योग करने से आप पॉजिटिव महसूस करती हैं और मेंटली फिट रहती हैं।
आसान शब्दों में समझें तो योग में आसन (फिजिकल पोस्चर), प्राणायाम (सांस का कंट्रोल) और ध्यान (मेडिटेशन) सभी होते हैं। प्राणायाम करने से फेफड़े साफ रहते हैं और अपने पूरे पोटेंशियल से काम करते हैं। इतना ही नहीं प्राणायाम से विंड पाइप दुरुस्त रहता है। पूरे रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए प्राणायाम बहुत लाभकारी है।
योग हमारे पूरे शरीर को स्वस्थ रखता है, शरीर का ऑक्सीजन इन्टेक बढ़ाता है, मेटाबॉलिज्म तेज़ करता है और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को सुचारू बनाता है। जब हमारा शरीर स्वस्थ होता है, तब हमारी इम्यूनिटी भी स्ट्रॉन्ग रहती है। योग एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने में मददगार होता है।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार 12 अलग-अलग आसनों का संयोजन है जो कार्डियो वर्कआउट के बराबर ही है। रोज सुबह सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मस्तिष्क में एक पॉज़िटिव ऊर्जा का संचार भी होता है। मसल्स का स्ट्रेंथ बढ़ाने से लेकर रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाना और स्टैमिना बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार सबसे बेहतर योगासन है।
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कस्टमाइज़ करेंभ्रामरी
भ्रामरी प्राणायाम में नाक से भ्रमर यानी भंवरे की आवाज़ निकालते हुए सांस छोड़ी जाती है। यह प्राणायाम करने से शरीर मे नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ता है, ब्लड प्रेशर कम होता है, खून का बहाव ऑर्गन्स में इम्प्रूव होता है और इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है।
यह तो तय है कि हमें इस वायरस के साथ ही जीना सीखना होगा। कम से कम जब तक वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक। इसलिए हमें अपने जीवन को इसके अनुरूप ढालना होगा। जैसे हमेशा मास्क पहन रहे हैं, हाथ धो रहे हैं वैसे ही योग को भी जीवनशैली का हिस्सा बना लेना अच्छा उपाय है।