छोटी छोटी बातों पर बढ़ने वाला तनाव और आहार में सोडियम की अधिक मात्रा हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनने लगती है। आर्टरीज़ में ब्लड का प्रेशर बनने से उल्टी, थकान और चक्कर आने के अलावा सिरदर्द का भी सामना करना पड़ता है। सिर में बढ़ने वाले दर्द से बचने के लिए अक्सर लोग दवाओं की मदद लेते है। मगर कुछ आसान टिप्स भी इसमें मददगार साबित होती है। सबसे पहले जानते हैं हाईपरटेंशन सिरदर्द (Hypertension headache) किसे कहते हैं और इससे राहत पाने के लिए किन लाइफस्टाइल टिप्स को फॉलो करना चाहिए।
आर्टिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन का कहना है कि
कि उच्च रक्तचाप से होने वाला सिरदर्द हाइपरटेंशन सिरदर्द कहलाता है। दरअसल, शरीर में जब आर्टरीज़ के माध्यम से रक्तचाप का स्तर बहुत अधिक हो जाता है, तो वो माइग्रेन का कारण बनने लगता है, जिससे सिर के एक तरफ धड़कन जैसी अनुभूति होती है। ऐसे में सिरदर्द के अलावा उल्टी, चक्कर आना, रेडनेस और आंखों में खून के धब्बे भी दिखने लगते हैं।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर के दौरान शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इससे आर्टरीज़ की वॉल्स एक्सपैंड होने लगती हैं, जो हाइपरटेंशन सिरदर्द की समस्या का कारण बनता है। ईरानियन जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी रिसर्च के अनुसार शरीर में उच्च रक्तचाप के लक्षणों के कारण सिर के दोनों तरफ दर्द होने लगता है। शारीरिक गतिविधि के दौरान ये दर्द बढ़ने लगता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार कैफीन में मौजूद एनाल्जेसिक गुणों के कारण अधिक कैफीन का सेवन सिरदर्द का कारण बनने लगता है। क्रानिक हेडएक यानि पुराने सिरदर्द से पीड़ित लोगों को अत्यधिक चाय और कॉफी के सेवन से परहेज करना चाहिए।
पैकेज्ड फूड्स में नमक की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड प्रेशर के बढ़ने का खतरा बना रहता है। सोडियम की अधिक मात्रा सिरदर्द का कारण बनती है। ऐसे में प्रोसेस्ड फूड को हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों से रिप्लेस कर दें। इससे शरीर को ताकत और एनर्जी मिलती है। साथ ही पोषक तत्वों की भी प्राप्ति होता है।
सिडेंटरी लाइफस्टाइल कई शारीरिक समस्याओं का कारण साबित होता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करने के लिए सुबह उठकर कुछ देर योग और व्यायाम करें। इससे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे शरीर में बढ़ने वाली थकान और दर्द से छुटकारा मिलता है। रोज़ाना 30 मिनट का अभ्यास मांसपेशियों की मज़बूती को बढ़ाता है।
नेशनल लाइब्रेरी आूफ मेढिसिन के अनुसार डाइट में फाइबर का सेवन बढ़ाने से गंभीर सिरदर्द और माइग्रेन से बचा जा सकता हैं। साबुत अनाज का सेवन करने से फाइबर की प्राप्ति होती है, जो पाचन और हृदय स्वास्थ्य में मदद करता है।
ज्यादा स्ट्रेस लेना हाई ब्लड प्रेशर का कारण साबित होता है। इससे हाइपरटेंशन का जोखिम बढ़ जाता है, जिससे सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में माइंड को रिलैक्स रखें और दिनभर में कुछ वक्त मेडिटेशन के लिए निकालें। साथ ही सोशल सर्कल को भी बढ़ाएं।
रूटीन में शराब का सेवन करने और सिगरेट पीने से हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। जहां सिगरेट के धुएं की स्मैल से सिरदर्द का खतरा बढ़ता है, तो वहीं निकाटिन से ब्लड वेसल्स संकुचित हो जाती है। इसके अलावा ज्यादा शराब पीने से मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजन बढ़ने लगती है। ऐसे में ब्लडप्रेशर का बढ़ना सिरदर्द को बढ़ाता है। इसके चलते स्मोकिंग और अल्कोहल के सेवन से बचें।