गर्मियों के मौसम में हम अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए कई ठंडी चीजे खाते और पीते है। इसमें अधिकतर लोग आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक का सेवन अधिक करते है। लेकिन इन चीजों का सेवन आपके पेट को ठंडा नही करता है बल्कि और ज्यादा गर्म कर सकता है। इसलिए आज आपको आयुर्वेद में मौजूद कुछ ऐसी चीजों के सेवन के बारे में बताएंगे जो आपके पेट को ठंडा कर सकते है।
पित्त गर्मी से जुड़ा हुआ है, और इसका प्रभाव विशेष रूप से तेज गर्मी के दौरान, जुलाई से अक्टूबर तक महसूस किया जाता है। जब पेट में पित्ता बढ़ता है तो इससे पेट में जलन, अपच होती है इसे पित्त दोष का बढ़ना कहा जाता है। बढ़े हुए पित्त के संकेतों में पेट में अधिक एसिड, जलन, त्वचा का फटना और चिड़चिड़ापन शामिल हैं। पित्त को शांत करने वाले आहार का सेवन करने से इसे ज्यादा उग्र होने से रोका जा सकता है।
इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट करिश्मा शाह से। उन्होने बताया कि गर्मियों के दौरान संपूर्ण तंदुरूस्ती के लिए आंत को ठंडा और शांत बनाए रखना आवश्यक है। अपने पाचन तंत्र को शांत करने और इसे बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए सरल और प्राकृतिक चीजों पर ध्यान रखें।
कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों और सप्लीमेंट्स है जो आपके शरीर के आंतरिक तापमान को संतुलित करने और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
करिश्मा शाह बताती है कि एलोवेरी शरीर पर ठंडा प्रभाव डालता है और पाचन तंत्र को शांत करने में मदद करता है। पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने और आंत में गर्मी को कम करने के लिए इसका जूस या जेल के रूप में सेवन किया जा सकता है।
धनिया के बीज और पत्ते अपने ठंडे गुणों के लिए जाने जाते हैं। उनका उपयोग खाना पकाने में किया जा सकता है, हर्बल चाय बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, या पेट को ठंडा करने और पाचन में सहायता के लिए पाचन क्रिया में उपयोग किया जा सकता है।
सौंफ के बीजों का पाचन तंत्र पर ठंडा और शांत प्रभाव पड़ता है। इन्हे खाना खाने के बाद पाचन के सुचारू रूप से होने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है या ताज़ा सौंफ पानी में डालकर सौंफ के पानी के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है।
पुदीने की पत्तियों अपने आप में दी काफी ठंडे गुणों से भरपूर होती है और आयुर्वेद में भी इसके गुणों को व्यापक रूप से माना जाता है। पुदीने को शीतल और सुखदायक गुणों के लिए उपयोग किया जाता है। पुदीने की चाय या इन्फ्यूज्ड पानी आंत को ठंडा करने, सूजन को कम करने और स्वस्थ पाचन का समर्थन करने में मदद कर सकता है।
करिश्मा शाह बताती है कि इलायची का शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है और पाचन में सहायता करता है। इसका उपयोग खाना पकाने में किया जा सकता है, हर्बल चाय जैसे पेय पदार्थों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, या खाना खाने के बाद चबाया जा सकता है ताकि सांसों को तरोताजा किया जा सके और पाचन में सहायता मिल सके।
गुलाब की पंखुड़ियों में पेट को ठंडा करने में मदद करती है। पानी में गुलाब की पंखुड़ियां डालने या हर्बल चाय में गुलाब जल का सेवन करने से शरीर को ठंडा करने और पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद मिल सकती है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंये भी पढ़े- Sleep Quality : खराब खानपान है अच्छी नींद का दुश्मन, यहां हैं स्लीप क्वालिटी बढ़ाने के एक्सपर्ट सुझाव