प्रेगनेंसी हर महिला के लिए बहुत खूबसूरत समय होता है। लेकिन खूबसूरत के साथ-साथ यह समय बदलावों से भरा भी होता है। आपके शरीर में तरह-तरह के हॉर्मोनल बदलाव आ रहे होते हैं जिनका असर आपकी त्वचा पर भी पड़ता है।
कुछ महिलाओं में त्वचा अत्यधिक तैलीय हो जाती है तो कुछ में पिम्पल और एक्ने की समस्या आम हो जाती है। पिगमेंटेशन, मेलास्मा और स्ट्रेच मार्क्स प्रेगनेंसी में बहुत आम बात हैं।
समस्या की बात यह है कि आपके सामान्य ब्यूटी केयर प्रोडक्ट्स में कई ऐसे केमिकल होते हैं, जो शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। केमिकल जैसे सैलिसिलिक एसिड, रेटोनॉइड, टेट्रासाइक्लिन और पैराबेन शिशु के विकास और प्रसव में अड़चन पैदा कर सकते हैं।
आपके क्लींजर से लेकर मॉइस्चराइजर तक में, इन केमिकल का भंडार होता है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप अपना स्किन केयर रूटीन ही त्याग दें।
इसलिए हम आपको बता रहे हैं कुछ प्राकृतिक और घरेलू विकल्प जिनका इस्तेमाल कर आप अपनी त्वचा का प्रेगनेंसी में भी ख्याल रख सकती हैं।
क्लींजर का काम है आपकी त्वचा को साफ करना। आमतौर पर अपने नाईट टाइम स्किन केयर रूटीन में हम वॉटर बेस्ड क्लींजर का इस्तेमाल करते हैं, जो त्वचा पर बहुत कठोर नहीं होता और उसे कोमलता से साफ करता है। लेकिन क्लींजर में सैलिसिलिक एसिड होता है जो गर्भपात का खतरा बढ़ाता है। इसलिए आपको बाजार के क्लींजर से दूर ही रहना चाहिए।
दिल्ली एनसीआर की जानी-मानी डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ रिंकी कपूर क्लींजर के रूप में कच्चे दूध या क्रीम का प्रयोग करने का सुझाव देती हैं। दूध त्वचा को साफ करता है और उसे ड्राई भी नहीं करता। आप दूध के साथ ओट्स का आटा मिलाकर हल्का एक्सफोलिएट भी कर सकती हैं।
टोनर आपके स्किन केयर का हिस्सा हो या नहीं, यह घरेलू टोनर आपको अपने रूटीन में जरूर शामिल करना चाहिए।
फ्रंटियर्स ऑफ डर्मेटोलॉजी जर्नल के अनुसार शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के असंतुलन के कारण ही ऑयली स्किन, पिगमेंटेशन इत्यादि की समस्या सामने आती हैं। इसके साथ ही प्रेगनेंसी में एक्ने और मुंहासों की समस्या भी होती है। इन सभी समस्याओं का इलाज है यह टोनर।
इसके लिए एक गिलास साफ पानी एक बर्तन में लें और उसमें आठ से बारह नीम के पत्ते डाल कर उबालें। उबलने के बाद इस पानी में एक बैग ग्रीन टी का डालें और ढक कर छोड़ दें। पानी हल्का ठंडा हो जाए तो उसे एक स्प्रे बॉटल में पलट लें और एक से दो चम्मच गुलाब जल मिला लें। एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर यह टोनर आपकी एक्ने और पिगमेंटेशन की समस्या को दूर रखेगा।
बाजार में मौजूद हर्बल और आयुर्वेदिक क्रीम पर भरोसा किया जा सकता है। अपनी स्किन टाइप के अनुसार बिना खुशबू वाला हर्बल मॉइस्चराइजर या क्रीम इस्तेमाल करें।
अगर आपकी त्वचा ड्राई है तो मॉइस्चराइजर की जगह बादाम का शुद्ध तेल सीरम की तरह इस्तेमाल करें।
प्रेगनेंसी के दौरान आपकी त्वचा खिंचेगी और स्ट्रेच मार्क्स पड़ेंगे। इन स्ट्रेच मार्क्स को पड़ने के बाद गायब नहीं किया जा सकता, इसके लिए आपको पहले ही सही कदम उठाने होंगे। अरण्डी का तेल स्ट्रेच मार्क्स के लिये सबसे कारगर है। पेट, कमर, कंधे और कूल्हों पर अच्छी तरह मॉइस्चराइजर लगाएं और रात हो सोने से पहले कैस्टर ऑयल लगाकर सोएं।
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कस्टमाइज़ करेंइसके अलावा आप हफ्ते में एक बार चेहरे पर एलोवेरा, हल्दी का मास्क या टमाटर लगा सकती हैं।
त्वचा की सही देखभाल से आप मां बनने के बाद भी जवां और दमकती त्वचा की स्वामिनी बन सकती हैं। तो केमिकल भरे उत्पादों को आज ही छोड़ें और इन घरेलू नुस्खों से त्वचा की देखभाल करें।