scorecardresearch

बहती नाक और गले की खराश से हैं परेशान, तो एक्सपर्ट से जानें इसके लिए आयुर्वेदिक उपचार

गले में खराश और बहती नाक सुनने में जितने साधारण लगते हैं, ये उतने ही ज्यादा दुखदायी हैं। पर इसके लिए दवा लेने से पहले ये आयुर्वेदिक उपचार आजमा कर देखें।
Published On: 3 Nov 2022, 03:59 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
ayurvedic-remedy-cold-sore-throat
कुछ आसान टिप्स की मदद से टॉन्सिलाइटिस की समस्या को हल किया जा सकता है । चित्र शटरस्टॉक

महानगरों का बढ़ता प्रदूषण आपके लिए गले में खराश, जुकाम और बहती नाक का कारण बन सकता है। पर इसके लिए हमेशा डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आपको हल्का फुल्का सर्दी-जुकाम, ख़ासी या गले में खराश की समस्या है, तो हेल्थ शॉट्स पर आपके लिए मौजूद है एक खास आयुर्वेदिक उपचार। जाे न केवल आपको इन सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाएगा, बल्कि इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्सा भावसार सावलिया कहती हैं, संक्रामक बीमारियों और सर्दी-जुकाम के लिए वर्षों से आयुर्वेद का इस्तेमाल किया जाता रहा है। जो काफी फायदेमंद हैं। आज कुछ ऐसे ही आयुर्वेदिक उपचारों पर बात करेंगे, जो बढ़ते प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं से आपको बचाएंगे।

sardi khansi ke upaay
मौसम बदलने पर हुए कोल्ड-कफ को घरेलू उपाय से ठीक किया जा सकता है| चित्र : शटरस्टॉक

ये 4 सामग्रियां हैं आयुर्वेद में बहुत खास

1. हल्दी (Turmeric)- हल्दी करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट की तरह भी काम कर सकती है। जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।

2. सोंठ (Ginger Powder)- सोंठ अदरक का पाउडर होता है, जो लगभग हर रसोई में इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग सब्जी, चाय और अन्य पेय पदार्थों में किया जाता है। अदरक मलेरिया और बुखार जैसी परेशानियों के साथ सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने का कार्य करता है।

3. काली मिर्च (Black Pepper)- काली मिर्च का इस्तेमाल सर्दी-खांसी के लिए एक मेडिसीन के रूप में किया जाता है। इसमें पाइपरिन नामक कंपाउंड शामिल होता है, जो सर्दी-खांसी और गले में खराश की परेशानी से राहत दिलाता है।

यह भी पढ़े- जानिए क्यों थायरॉयड के कारण झड़ने लगते हैं बाल? साथ ही 3 हर्ब्स जो इससे छुटकारा दिला सकती हैं

4. शहद (Honey)- शहद का प्रयोग खांसी के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, यह बलगम की परेशानी में राहत दिलाने में भी कारगर हो सकता है।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

अब जानिए इन सामग्रियों से कैसे तैयार करना है आयुर्वेदिक काढ़ा, जो आपको सर्दी, खांसी और गले में खराश को जल्दी और प्रभावी ढंग से दूर करने में सहायता कर सकता है।

आयुर्वेदिक चूर्ण बनाने के लिए आपको चाहिए

हल्दी- आधा छोटा चम्मच
सूखा अदरक पाउडर (सोंठ) – आधा छोटा चम्मच
काली मिर्च पाउडर- चुटकीभर
शुद्ध शहद- 1 छोटा चम्मच

इन सभी सामग्रियों को अच्छे से मिक्स करें और भोजन से 1 घंटे पहले और दिन में 2 से 3 बार लें।

बहती नाक और गले में खराश के लिए इस तरह तैयार करें आयुर्वेदिक काढ़ा

तुलसी के पत्ते – थोड़े से ( तकरीबन 10-12)
️अदरक- एक इंच का टुकड़ा
लहसुन- 3 से 4 कलियां
अजवायन- 1 छोटी चम्मच
मेथी के बीज- 1 छोटी चम्मच
हल्दी (ड्राई या ताजी)- 1 छोटा चम्मच
काली मिर्च- 4-5
पानी- 1 लीटर

काली मिर्च
काली मिर्च का सेवन खासी और जुकाम में लाभकारी है। चित्र शटरस्टॉक

इन सभी सामग्रियों को पानी में मिलाएं और पानी के आधा होने तक उबालें। सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।

यह भी पढ़े- पीरियड्स के दौरान निपल्स में दर्द होता है? तो एक्सपर्ट से जानिए ये नॉर्मल है या नहीं

इसके अलावा

1 दिन में दो बार भस्त्रिका, अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करें।

2. पीने के लिए और नहाने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करें।

3. पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए गुनगुने पानी का सेवन करें।

4. शहद का इस्तेमाल करें यह आपके गले की खराश को शांत करने में मदद करता है।

5. हल्दी, नींबू और अदरक से बनी चाय का सेवन करें।

6. एक बर्तन में उबला हुआ पानी लें। अब इसमें 1 चम्मच अजवाइन, 4 से 5 बूंद नीलगिरी का तेल या आधी चम्मच हल्दी मिलाकर इससे भाप लें।

7. 1 गिलास गर्म दूध में एक चौथाई हल्दी मिक्स करके इसका सेवन करना भी फायदेमंद है।

8. मुलेठी चबाएं।

9. वसायुक्त भोजन, तला हुआ, बासी और स्ट्रीट फूड का सेवन करने से बचना चाहिए। कोशिश करें और हल्का घर का बना खाना खाएं।

इन चीजों से बचकर रहें

1. कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें।
2. दही खासकर फलों के साथ मिलाकर खाने से बचें।
3. तला या भारी भोजन, बहुत ज्यादा मीठा और आइसक्रीम आदि खाने से बचें।
4. दिन में सोने से बचें।
5. देर तक जागते रहना अवॉयड करें।

यह भी पढ़े- लगातार बढ़ रहा है वायु प्रदूषण, सेहत के लिए आपकी कल्पना से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है यह 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
संबंधित विषय:
लेखक के बारे में
निशा कपूर
निशा कपूर

देसी फूड, देसी स्टाइल, प्रोग्रेसिव सोच, खूब घूमना और सफर में कुछ अच्छी किताबें पढ़ना, यही है निशा का स्वैग।

अगला लेख