गैस्ट्रिक और अपच जैसी समस्याओं के लिए दवा करके थक गईं हैं, तो ट्राय करें योग के ये 5 आसन

बदहजमी, अपच और गैस न सिर्फ आपका मूड खराब कर देती है, बल्कि अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर डालती है। 
पेट संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो ट्राय करें ये 5 योगासन। चित्र-शटरस्टॉक।
विनीत Published: 18 Mar 2021, 05:36 pm IST
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हम में से अधिकांश लोग अक्सर पेट संबंधी समस्याओं का सामना करते हैं। पेट संबंधी परेशानी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को न्योता है। ज्यादातर लोग ब्लोटिंग, कब्ज, अपच, गैस्ट्रिक समस्या या हार्टबर्न होने पर कई तरह की दवाओं का सेवन करते हैं। लेकिन डॉक्टर्स का सुझाव है कि कुछ शारीरिक गतिविधियों और व्यायाम के जरिए आप पेट की परेशानी से नेचुरली राहत पा सकती हैं। इन्‍हीं में एक प्रभावशाली उपाय है योगासन। आज बात करते हैं उन योगासनों के बारे में जो पेट में गैस, अपच आदि की समस्‍या से राहत दे सकते हैं। 

पेट संबंधी परेशानियों से निजात दिला सकते हैं ये 5 योगासन 

  1. सुखासन (Sukhasana)

  • सबसे पहले समतल जमीन पर कोई चटाई बिछाकर उस पर पालथी मारकर बैठ जाएं।
  • अब अपने सिर व् गर्दन को एक सीध में रखें।
  • अब अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
  • अब अपने दोनों कंधों को ढीला छोड़कर उन्हें एक सीध में रखें तथा अपनी सांस को पहले अंदर की ओर लें फिर बाहर की ओर छोड़ें।
  • अब  अपनी हथेलियों को एक के ऊपर एक करके अपनी पालथी के ऊपर रखें।
  • अपना पूरा ध्यान अपनी श्वास क्रिया पर लगाते हुए लम्बी और गहरी सांस लें।
  • इसे 4-5 बार दोहराएं

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सुखासन मुद्रा को एक अच्छी प्रारंभिक स्थिति माना जाता है क्योंकि इसमें बहुत अधिक प्रयास की आवश्यकता नहीं होती। इससे एक आधार बनाया जाता है। पेट की समस्याओं में राहत देने के लिए, आप समस्या वाले क्षेत्र से बेहतर तरीके से जुड़ने के लिए अपने पेट पर हाथ रख सकती हैं। अपनी आंखें बंद रखें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें।

पेट की समस्याओं के लिए सुखासन एक प्रभीवी मुद्रा है। चित्र-शटरस्टॉक।
  1. पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)

  • सबसे पहले साफ जगह पर योगा मैट या दरी बिछाएं और कमर को सीधा कर बैठ जाएं।
  • अब दोनों पैरों को सामने की तरफ सीधा और एक साथ कर लें और पैरों की उंगलियों और पंजों को आराम दें।
  • एक गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं।
  • जितना संभव हो सके दोनों हाथों, कंधों और गर्दन को सर के पीछे ऊपर की तरफ 
  • संतुलन बनाते हुए खींचे। कुछ समय इस मुद्रा में बने रहें।
  • अब सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को फिर से नीचे पैरों की उंगलियों की तरफ़ लाना है और कोशिश करनी है कि आप की नाक पैरों के घुटनों और हाथ की उंगलियां पैरों के पंजों को स्पर्श करें।
  • अब इस पोजीशन में कमर और कूल्हों मे खिंचाव को महसूस करें।
  • अब फिर से दोनों हाथों और गर्दन को सांस लेते हुए ऊपर की तरफ ले जाएं। इसे 4-5 बार दोहराएं।
  1. अपानासन (Apanasana)

जिसे नी टू चेस्ट पोज (knees-to-chest) भी कहा जाता है, यह आसन आपकी पाचन क्रिया और पीठ के निचले हिस्से से अतिरिक्त दबाव को रिलीज करता है।

  • अपनी पीठ और पैरों को जमीन पर फैलाकर पीठ के बल लेट जाएं।
  • अब श्वास लें, जब आप सांस लेते और छोड़ते हैं और घुटनों को अपनी छाती के करीब लाते हैं।
  • 5-10 मिनट के लिए अपने घुटनों को उस स्थिति में रखें और फिर दोहराएं।
  1. बालासन (Balasana)

  • इस मुद्रा में आपके पेट की मांसपेशियों में तनाव को दूर करने के लिए आपकी सांस लेने की सचेत अवस्‍था शामिल है। इसे चाइल्ड पोज (child’s pose) के रूप में भी जाना जाता है।
  • अपने पैरों को थोड़ा अलग करके अपने घुटनों पर बैठें।
  • अब आगे झुकें और अपनी बाहों को अपने सामने फैलाएं।
  • धीरे-धीरे अपने माथे को सीधा रखते हुए फर्श पर रखें।
  • इस मुद्रा को 30 सेकंड से 5 मिनट के बीच कहीं भी रखें।
यह शरीर को आराम दिलाने वाला सबसे आसान योगासन है। चित्र: शटरस्‍टाॅॅक
  1. उत्तानासन (Uttanasana)

इसे आमतौर पर ‘स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड’ (standing forward bend) पोज कहा जाता है, यह आसन आपकी रीढ़ को मजबूत करता है। यह डाइजेस्टिव एयर (digestive air) के दबाव को कम करके परेशान पेट को ठीक करता है।

  • अपने पैरों को अलग करके सीधे खड़े हो जाएं।
  • अब अपनी कमर पर आगे की ओर झुकें।
  • हाथ को जमीन पर रखें और अपने पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें। 
  • इस मुद्रा में लंबे समय तक बने रहें।
  • उसके बाद इसे दोहराएं।

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