बढ़ती उम्र, मोटापा लंबे समय तक डेस्क पर बैठकर काम करना, भारी सामान उठाना, स्थाई मुद्रा में बैठकर लांग ड्राइव पर जाना और डायबिटीज जैसी स्थितियां साइटिका की समस्या का कारण बनती हैं। साइटिका की स्थिति में पैर और लोअर बैक बार-बार सुन्न पड़ जाते हैं। पैर एवं कूल्हों में असहनीय दर्द का अनुभव होता है, साथ ही पैर की मांसपेशियों में झनझनाहट और कमजोरी भी महसूस होती है। यह समस्या आमतौर पर 40 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को अधिक प्रभावित करती है। परंतु ऐसा नहीं है, कि यह कम उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में नहीं ले सकती।
साइटिका के दर्द से राहत पाना बहुत मुश्किल नहीं है, इसके प्रति विशेष ध्यान देते हुए कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से आप इस समस्या से आसानी से उभर सकती हैं। तो फिर चलिए जानते हैं, ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण उपाय जो इस स्थिति से निपटने में आपकी मदद करेंगे (immediate relief for sciatica pain)।
साइटिका एक सामान्य समस्या है, परंतु कई बार यह काफी गंभीर हो जाती है। हमारी कमर और कूल्हे के पास कई सारी नसें होती हैं, उनमें से यदि एक में भी सूजन आ जाए तो पूरे पैर में असहनीय दर्द का अनुभव होता है। इस स्थिति को साइटिका कहा जाता है। यह समस्या आमतौर पर 40 से 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलती है।
यदि आप साइटिका की स्थिति से ग्रसित हैं और आपको असहनीय दर्द का अनुभव हो रहा है, तो ऐसे में शुरुआत के 72 घंटे में कोल्ड कंप्रेस की मदद ले सकती हैं। खासकर यदि दर्द चोट लगने से हुआ है तो आइस पैक का इस्तेमाल सूजन कम करते हुए दर्द से राहत पाने में मदद करेगा। कभी भी आइस पैक को सीधा अपनी स्किन पर अप्लाई न करें, इसे तोलिया या फिर किसी अन्य कपड़े में लपेट लें और 15 से 20 मिनट तक अच्छी तरह से सिकाई करें।
72 घंटों के बाद आप हीट अप्लाई कर सकती हैं। 15 से 20 मिनट तक हीटिंग पैड से सिकाई करें। यह आपके मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और दर्द और स्ट्रेस से राहत पाने में मदद करता है।
साइटिका की स्थिति में शरीर को स्थाई न रखें, कई बार असहनीय दर्द का अनुभव होने के कारण लोग अस्थाई रूप से बेड रेस्ट पर चले जाते हैं। जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है। हालांकि, साइटिका की स्थिति में चलना फिरना थोड़ा मुश्किल हो सकता है परंतु कोशिश करें और रोजाना कुछ देर अपने शरीर को मूवमेंट जरूर दें। देखें कि आपका शरीर कितने देर तक एक्टिव रह सकता है।
हालांकि, ज्यादा एक्टिव रहना भी उचित नहीं है परंतु पूरी तरह से अस्थाई रहना भी आपके दर्द को बढ़ा सकता है। बॉडी को धीमे-धीमे स्ट्रेच करने की कोशिश करें। यह दर्द से फौरन राहत देता है।
यदि आप साइटिका के दर्द से परेशान रहती हैं, तो ध्यान दें कि लंबे समय तक एक ही बॉडी पॉस्चर में न बैठी रहें। अब चाहे आप अपने डेस्क पर बैठकर ऑफिस का काम कर रहे हों, या गेम खेल रहे हो, या फिर घंटो-घंटो बालकनी में बैठकर गाने सुन रही हों, हमेशा हर 20 मिनट पर अपने शरीर के पॉस्चर को बदलते रहना जरूरी है। यदि आप एक सही बॉडी पॉस्चर में बैठने की आदत बना लेती हैं, तो यह आपके साइटिका के दर्द को कंट्रोल करने में मदद करता है।
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कुछ प्रभावी एसेंशियल ऑयल से प्रभावित क्षेत्र पर मसाज करने से दर्द से राहत प्राप्त होती है। इसके साथ ही अपने नहाने के पानी में इन्हें मिलाकर नहाने से भी शरीर को आराम मिलता है। लैवेंडर, रोजमेरी, पेपरमिंट और जिंजर एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल, दर्द से राहत देने के साथ-साथ इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है।
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