Too much cheese : हर फूड में चीज़ एड करने की आपकी आदत बढ़ा सकती है कभी न पिघलने वाला बॉडी फैट
पिज़्ज़ा के ऊपर पिघला हुआ चीज़ (Double cheese pizza) हो, सुबह के नाश्ते में टोस्ट पर फैला चीज़ स्प्रेड (Cheese spread) या फैंसी क्रैकर पर पिघलता चीज़ हो। अगर चीज़ के नाम से ही आपके मुंह में पानी आने लगता है, तो थोड़ा होल्ड करें। मुंह में आए पानी को ज़रा अंदर निगलें और समझें कि व्यंजनों पर फैला ये चीज़ जब आपके पेट और कमर के आसपास हमेशा के लिए चिपक जाएगा, तब आपका क्या होगा! क्यों डर गईं न? हां, यकीनन ये डरने वाली बात है और टू मच चीज़ (Too much cheese health hazards) के इस ट्रेंड से अब आपको भी डर जाना चाहिए। विशेषज्ञ इसे हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा और हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बता रहे हैं।
चीज़ के स्वाद की आपकी दीवानगी को फूड ब्लॉगर्स भी बखूबी समझते हैं। यही वजह है कि चीज़ आजकल पिज़्ज़ा ही नहीं वड़ा पाव से लेकर बर्फ के गोले पर भी दिख जाता है। हर व्यंजन में चीज़ डालना आज का नया फूड ट्रेंड बन गया है। पर क्या आप जानती हैं कि चीज़ आपके वेट मैनेजमेंट से लेकर हार्ट हेल्थ तक पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है।
यहां जानिए बहुत ज्यादा चीज़ खाने के स्वास्थ्य जोखिम
1 हाई ब्लड प्रेशर के लिए ज़हर है चीज़
चीज़ में आमतौर पर सोडियम की मात्रा अधिक होती है। एक औंस feta चीज़ में 360 मिलीग्राम तक सोडियम हो सकता है। जबकि आपकी आहार सीमा का लगभग इसका 15 प्रतिशत ही है। तो जब ब्लड प्रेशर पर उनके प्रभाव की बात आती है, तो सभी चीज समान तरीके के नहीं होते।
2018 में यूरोपियन रिव्यू ऑफ मेडिकल एंड फार्माकोलॉजिकल साइंसेज में प्रकाशित शोध में ग्राना पडानो, जिन्होंने इतालवी चीज़ के प्रभावों का अध्ययन किया, ने पाया कि जिन प्रतिभागियों ने रोजाना 30 ग्राम चीज़ खाया, उनका रक्तचाप वास्तव में कम हो गया।
क्या कहते हैं शोध
अध्ययन के लेखक ग्यूसेप क्रिप्पा का हवाला देते हुए, इटली के गुग्लिल्मो सैलिसेटो अस्पताल में उच्च रक्तचाप इकाई के निदेशक, अपनी एक रिपोर्ट में लिखते हैं कि इस विशेष चीज़ में दो यौगिक होते हैं – आइसोल्यूसीन-प्रोलाइन-प्रोलाइन (आईपीपी) और वेलिन-प्रोलाइन-प्रोलाइन (वीपीपी)। जो रक्त वाहिकाओं को आराम देकर रक्तचाप कम करते हैं। लेकिन हर कोई इस तरह का चीज़ नहीं खा रहा। अगर आप चीज़ लवर हैं, तो यह जरूरी है कि उसमें सोडियम की मात्रा चेक करें।
2 वेट मैनेजमेंट में है बड़ी रुकावट
वजन नियंत्रण के ऊर्जा संतुलन मॉडल के अनुसार , यदि आप जलाए जाने से अधिक कैलोरी खाते हैं, तो आपका वजन बढ़ेगा। पर यदि आप उपभोग से अधिक खर्च करते हैं, तो आप अपना वजन कम करेंगे। दुर्भाग्य से, चीज़ में बहुत ज़्यादा फैट होने के कारण ये बहुत कैलोरी वाले होते हैं। जहां 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन में केवल 4 कैलोरी होती है, वहीं एक ग्राम फैट में 9 कैलोरी होती हैं ।
3 हाई कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल यूरोपीय जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार चीज़ (Cheese) हमारे पसंदीदा खाद्य पदार्थों में से एक है। इसमें सैचुरेटेड फैट भी भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाने के साथ ही हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।
ऑब्ज़र्वेशनल स्टडीज की एक मेटा-एनालिसिस में जांच की गई कि चीज़ क्जंप्शन ने सीवीडी के कुल रिस्क के साथ-साथ कोरोनरी हार्ट डिजीज (CHD) और स्ट्रोक के रिस्क को कैसे प्रभावित किया। स्टडीज में 200,000 से अधिक लोग शामिल थे। चीज़ के सेवन के प्रभावों की मॉनीटरिंग 10 से अधिक वर्षों तक की गई थी।
हालांकि इस शोध में चीज़ के नियमित सेवन को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बताया गया है। पर इसके अधिक सेवन का असर हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक रूप से पड़ता है।
4 हार्ट हेल्थ के लिए बढ़ सकता है जोखिम
बढ़ा हुआ वजन, कोलेस्ट्रॉल हो या बीपी आपके दिल की सेहत के लिए यह सब किसी भारी खतरे की घंटी की तरह ही हैं। चीज़ में मौजूद फैट और सोडियम को अगर ज़रुरत से ज़्यादा लिया जाए तो वह निश्चित तौर पर खतरे की घंटी है।
इसे ऐसे समझना ठीक रहेगा कि जब शरीर रक्तप्रवाह (blood circulation) से कोलेस्ट्रॉल को साफ नहीं कर पाता है, तो अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल धमनी की दीवारों (artery wall) के साथ जमा हो सकता है। इससे धमनियां सख्त और संकरी हो जाती हैं और इस वजह से हृदय को ब्लड पंप करने के लिए अधिक समय तक काम करना पड़ता है।
समय के साथ, उच्च रक्तचाप धमनियों को अपने तरीके से नुकसान पहुंचा सकता है। यह धमनी की दीवारों में क्रेक्स बनाता है जहां अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल जमा हो सकता है। जो आगे चलकर आपके दिल से एक्स्ट्रा मेहनत कराता है। यह एक्स्ट्रा मेहनत आगे जा कर आपके दिल से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।
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