क्रिकेट गाउंड पर बैट्समैन द्वारा सिक्स मारने या बॉलर द्वारा बैट्समैन को आउट करने पर हर कोई ताली बजाने लगता है। किसी का बढ़िया भाषण सुनने पर आप भी अपने-आपको क्लैपिंग करने से नहीं रोक पाती होंगी। दरअसल, जब भी हम सामने वाले व्यक्ति की उपलब्धि या सफलता को देखते हैं या सामने वाले के किसी विशेष विचार या खासियत से अवगत होते हैं, तो हम उनका उत्साह बढ़ाने के लिए ताली बजाते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि ताली बजाने से हमारे स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है? मेडिकल साइंस का रिसर्च भी कुछ ऐसा ही कहता है।
सितंबर 2017 में साइकोलॉजी ऐंड बिहेवियरल साइंस इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित आलेख के अनुसार, क्लैपिंग के कई अविश्वसनीय फायदे हैं। पार्क में इकट्ठे होकर जिन लोगों ने ताली बजाई, उनमें कई स्वास्थ्य लाभ देखे गए। ताली बजाने वाले लोगों का जब फंक्शनल एमआरआई कराया गया, तो उनके ब्रेन का प्राइमरी सेंसरी मोटर कॉर्टेक्स और सप्लीमेंट्ररी मोटर कॉर्टेक्स अधिक एक्टिव पाया गया। ब्रेन फंक्शन एक्टिवेट होने से उनका कॉन्सनट्रेशन बढ़ा। ह्वाइट ब्लड सेल्स भी बढ़ गए, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा हुआ।
एक्यूप्रेशर के अनुसार, क्लैपिंग से सभी प्रेशर प्वाइंट्स दबते हैं और व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। इस थेरेपी के लिए रोज सुबह या रात में 1 टेबलस्पून कोकोनट या मस्टर्ड ऑयल या दोनों को मिलाकर हथेलियों पर लगाएं। हथेलियों और अंगुलियों पर दबाव देते हुए प्रतिदिन 25-30 मिनट तक ताली बजाएं। इससे संपूर्ण शरीर को फायदा मिलता है।
ताली बजाने से शरीर को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं, इसके लिए हमने बात की गुरुग्राम में पारस अस्पताल में एचओडी-फिजियोथेरेपी डॉ. प्रमिला शर्मा से। डॉ. प्रमिला शर्मा कहती हैं, हमें नियमित तौर पर रोज 20-25 मिनट ताली बजानी चाहिए। इसे कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
5 नियमित तौर पर ताली बजाने का फायदा बच्चों को सबसे अधिक मिलता है। इससे उनका माइंड कॉन्सनट्रेट होता है। इससे वे न सिर्फ शुद्ध लिख पाते हैं, बल्कि उनकी हैंड राइटिंग भी अच्छी होती है। उनका मेंटल डेवलपमेंट सही होता है।
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