धूम्रपान नुकसानदायक है- हर कोई जानता है। है ना? और फिर भी, 2016-17 के दौरान भारत में किए गए ग्लोबल एडल्ट तम्बाकू सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 20% भारतीय पुरुष और 2% भारतीय महिलाएं धूम्रपान करती हैं।
जबकि धूम्रपान से मृत्यु तो बाद में होती है, उससेे पहले ही तम्बाकू और सिगरेट की यह लत और भी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है। आश्चर्यजनक बात यह है कि सर्वेक्षण के अनुसार, 92% वयस्कों को यह पता होता है कि धूम्रपान कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि वर्तमान में धूम्रपान करने वालों में से 55% धूम्रपान छोड़ने (quit smoking) के बारे में सोच रहे थे, लेकिन वे ऐसा कर पाने में असफल रहे। जो लोग छोड़ने की कोशिश कर रहे थे उनमें से आधे भी इस कोशिश को एक महीने तक जारी नहीं रख पाए और वापस स्मोक करने के लिए तैयार हो गए।
“आपने सोचा कि अब कभी स्मोकिंग नहीं करेंगे और स्मोकिंग छूट गई” यह इतना आसान नहीं है। स्मोकिंग छोड़ने (quit smoking) के लिए आपको अपने परिवार, सहकर्मियों, सहायता समूहों और सलाहकारों के साथ-साथ चिकित्सक द्वारा समय पर सही चिकित्सा की भी जरूरत होती है।
आप स्मोकिंग छोड़ने के बाद फिर से स्मोक न करने लगे इसके लिए निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और/या दवाओं की भी जरूरत होती है।
धूम्रपान शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है, जिसमें हृदय, हार्मोन, चयापचय और मस्तिष्क शामिल हैं। इसलिए, जब आप धूम्रपान छोड़ते हैं और शरीर पर इसका प्रभाव पड़ना शुरू होता है, तो वापसी के लक्षण दिखने लगते हैं।
इन विड्रॉल सिम्प्टम्स की अवधि और तीव्रता इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने समय से धूम्रपान कर रहे थे और आप एक दिन में कितनी सिगरेट पिया करती थीं। आमतौर पर, धूम्रपान की तरफ दोबारा लौटने के लक्षण पांच से छह सप्ताह तक चलते हैं और इनमें दिखाई देते हैं :
इनमें भूख, लालच, थकान, सिरदर्द, खांसी और कब्ज हो सकते हैं।
भूख में वृद्धि रसायनों की कमी के कारण होती है जो धूम्रपान करते समय भूख को दबा रही थीं। लोग धूम्रपान छोड़ने के बाद ज्यादा खाने और वजन बढ़ने की शिकायत करते हैं। आखिरकार, यह लक्षण कुछ दिनों या हफ्तों में गायब हो जाते हैं।
हालांकि निकोटीन के लिए बार-बार ललचाने को मैनेज करना सबसे कठिन है। यह चरणों में आता है और इसकी शुरूआत स्मोकिंग छोड़ने के पहले घंटे में भी हो सकती है। हर बार ये क्रेविंग 15 से 20 मिनट तक रहती है। आपको संगीत सुनने, वीडियो देखने, अपने काम में व्यस्त रहने, या अपने आप को किसी दोस्त या परिवार से बात करने में व्यस्त रखना है। तभी आप इस क्रेविंग को कंट्रोल कर पाएंगी।
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कस्टमाइज़ करेंसिरदर्द और चक्कर आना आमतौर पर हल्के लक्षण होते हैं और थोड़े से प्रयास से काबू किए जा सकते हैं। दूसरी ओर, कब्ज काफी परेशान कर देती है। इस तरह की समस्या में आपको बहुत सारे फलों, सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए।
धूम्रपान तनाव से राहत देता है, इसलिए धूम्रपान की कमी से चिंता बढ़ सकती है। यह कुछ हफ़्ते बहुत ज्यादा हो सकता है। अवसाद तीन से चार सप्ताह के लिए हो सकता है। अगर ये लक्षण ज्यादा तेज हो जाते हैं और लंबे समय तक चलते हैं तो आपको इनके लिए चिकित्सकीय मदद की जरूरत पड़ती है।
हो सकता है कि आप छोटी-छोटी बातों पर बहुत ज्यादा चिड़चिड़ी हो जाएं। खुद को हर तरफ से कटा हुआ भी महसूस कर सकती हैं। आप को ध्यान केंद्रित करने में भी मुश्किल आ सकती है। इस तरह के लक्षणों से भी आपको कुछ दिनों या हफ्तों तक गुजरना पड़ सकता है।
30 मिनट से लेकर 4 घंटे तक : दोबारा सिगरेट पीने की तलब
10 घंटे : बेचैनी और अवसाद
24 घंटे: चिड़चिड़ापन और भूख में वृद्धि
2 दिन: निकोटीन की कमी के चलते सिरदर्द होना
3 दिन : क्रेविंग खत्म होने के बाद चिंता और अवसाद शुरू हो जाता है।
1 सप्ताह : लगातर चिंता और क्रेविंग। यह सतर्क रहने वाला समय होता है, जब आपको ड्रिंक या स्मोक करने वाले लोगों से दूर रहने की जरूरत होती है।
4 सप्ताह: ऊर्जा की कमी, चिंता और अवसाद में सुधार, भूख बदलेगी और क्रेविंग कभी-कभी हो कसती है।
5 सप्ताह बाद : शरीर पर पड़ने वाला निकोटीन का प्रभाव अब लगभग खत्म हो चुका है। फिर से धूम्रपान की तरफ लौटने से बचने के लिए आपको अगले कुछ महीने मानसिक रूप से मजबूत होना है।
अंत में…
हां यह सच है कि स्मोकिंग छोड़ना आसान नहीं है। लेकिन इस बुरी आदत को अपनी जिंदगी से बाहर निकाल फेंकने के लिए क्या आपको नहीं लगता कि थोड़ा सा दर्द और परेशानी बर्दाश्त कर लेनी चाहिए।