जंक फूड, फास्ट फूड शारीरिक स्थिरता, खराब जीवनशैली के कारण दिन प्रतिदिन लाइफस्टाइल डिसऑर्डर जैसे कि ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गैस, एसिडिटी जैसी अन्य समस्याएं लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। वहीं लोगों में हर छोटी से छोटी समस्या के लिए दवाइयों का सेवन करने की आदत विकसित होती जा रही है। समस्या बढ़ने पर कभी कभार दवाइयों का सेवन (medicine that harmful for gut health) करना उचित है। परंतु यदि इन्हें अपनी नियमित जीवनशैली का हिस्सा बना चुकी हैं, तो यह आपके समग्र सेहत को प्रभावित कर सकता है। खासकर इसका असर पाचन क्रिया पर पड़ता है।
कुछ दवाइयों का कंपोजीशन पेट के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं होता। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ हार्मफुल ड्रग्स के बारे में जिन्हें दवाइयों के तौर पर लेना आपको गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, इत्यादि जैसी डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स का शिकार बना सकता है।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर एमबीबीएस, एमएस (जनरल सर्जरी), डीएनबी (जीआई सर्जरी और जीआई ऑन्कोलॉजी) डॉ. प्रकाश डी. वलसे से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ अहम जानकारी शेयर करते हुए 5 दवाइयों के नाम सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं, इनके बारे में आखिर किस तरह ये गट हेल्थ (medicine that harmful for gut health) को नुकसान पहुंचाते हैं।
डॉक्टर कहते हैं कि “एसिडिटी की समस्या हरी वरी, करी, तंबाकू, अल्कोहल और दवाइयों की वजह से होती है। साथ ही कई ऐसे ड्रग्स का इस्तेमाल दवाइयों को बनाने में किया जाता है, जो हाइपरएसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
बॉडी पेन, पेट दर्द, सिर दर्द लेकर कई प्रकार के ओवर द काउंटर पेन किलर उपलब्ध हैं। जिसे लोग आमतौर पर थकान और शरीर के दर्द को दूर करने के लिए लेते हैं। परंतु यह आपके पाचन क्रिया के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इन दवाइयों का सेवन एसिडिटी और हार्टबर्न की स्थिति पैदा करता है।
यह पेट में एसिड प्रोडक्शन को बढ़ा देता है, साथ ही प्रोस्टाग्लैंडइन को बनने से रोकता है। प्रोस्टाग्लैंडइन डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को प्रोटेक्ट करने के लिए जरूरी होते हैं, वहीं जब डाइजेस्टिव ट्रैक्ट का प्रोटेक्टिव लेयर डैमेज हो जाता है, तो एसिड आसानी से सेल्स में एंटर करते हैं। जिसके कारण इन्फ्लेमेशन की समस्या हो सकती है।
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स्टेरॉयड का हेवी डोज पेट के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज के अनुसार स्टेरॉयड लीवर डैमेज का कारण बन सकता है। वहीं इसकी अधिकता से आप ट्यूमर और पेलिओसिस हेपटिस जैसी गंभीर समस्या का शिकार हो सकती हैं। इस स्थिति में लीवर में खून से भरे हुए सिस्ट बनने लगते हैं, जिसके फटने से इंटरनल ब्लीडिंग शुरू हो जाती है।
इसके साथ यह पेट की लाइनिंग को डिस्टर्ब कर देता है। आगे चलकर यह पेट के अल्सर में तब्दील हो सकता है। वहीं गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिम्टम्स भी देखने को मिलते हैं, जैसे कि एसिडिटी, पेट दर्द, गैस और हार्टबर्न।
बात-बात पर एंटी बायोटिक्स लेना आपके पेट के लिए उचित नहीं है। यह आपके पेट की लाइनिंग को इरिटेट करता है, और इसकी वजह से पेट के ग्लैंड में अधिक एसिड प्रोड्यूस होता है। इसकी वजह से हार्टबर्न, उल्टी आना, जी मचलना पेट में दर्द और डायरिया जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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आजकल की आबादी बुरी तरह से एंग्जाइटी और डिप्रेशन की शिकार हो चुकी है। ऐसे में लोग इस समस्या से निपटने के लिए तरह-तरह की एंटी एंजायटी ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं। जो आपके पेट के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इनके सेवन से जी मचलने और हार्टबर्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इतना ही नहीं डॉक्टर के अनुसार यह पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का कारण बनता है। साथ ही आपकी पाचन प्रक्रिया बुरी तरह से असंतुलित हो जाती है।
खाली पेट स्पैरोनोलाक्टोंन को लेना आपके पेट के लिए अधिक नुकसानदेह हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इस दवाई का नियमित सेवन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का कारण बनता है। साथ ही गैस्ट्रोडूयोडनल अल्सर होने की संभावना बनी रहती है। इतना ही नहीं इससे इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो सकता है। साथ ही ये यूरिक एसिड और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है।
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