क्या आप जानती हैं कि पोषण की कमी का भूखे रहने से कोई लेना देना नहीं है। और आप जो खुद को स्वस्थ समझती हैं, आप भी पोषण की कमी से ग्रस्त हो सकती हैं?
यूनिसेफ के अनुसार पोषण की कमी या कुपोषण का अर्थ है प्रोटीन, कैलोरी या माइक्रो न्यूट्रिएंट की कमी। यह कमी सिर्फ तभी नहीं होती जब भरपेट भोजन न मिले, यह तब भी हो सकती है जब आप खाना तो खा रहे हैं, लेकिन उस खाने में पौष्टिक तत्व नहीं हैं। अधिकांश लोग आज इस कुपोषण का शिकार हैं। WHO के सर्वेक्षण के अनुसार दुनिया भर में लगभग 2 बिलियन वयस्क ओवरवेट होने के बावजूद कुपोषण का शिकार हैं।
आयरन, कैल्शियम, जिंक, विटामिन ए और आयोडीन वह मुख्य पोषक तत्व हैं जिनकी कमी अधिकतर लोगों में पाई जाती है।
2011 की एक स्टडी जिसमें 1500 एडल्ट्स का डेटा पढ़ा गया, उसमें पाया गया कि 2 से 10 प्रतिशत ओबीस व्यक्तियों में विटामिन ए और विटामिन ई की कमी होती है।
लेकिन आपको कैसे पता चलेगा कि आप कुपोषित हैं? इसके कुछ आम लक्षण हैं जो आपके शरीर में नजर आते हैं। अगर आपको खुद में ये लक्षण दिखते हैं, तो आप भी पोषण की कमी से ग्रस्त हैं।
जरूरी नहीं कि पोषण की कमी में वजन कम ही हो, यह बढ़ भी सकता है। आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी है, फैट की नहीं। अगर यह अनियोजित वेट लॉस या गेन एक महीने से अधिक समय तक जारी रहे, तो डॉक्टर की सलाह ले लेना ही उचित होता है।
आपके शरीर में पोषण की कमी सबसे पहले आपकी आंखों को ही प्रभावित करती है। आपकी आंखों के नीचे गड्ढे पड़ना, आंखों में दर्द होना या कम दिखाई पड़ना पोषण की कमी के ही लक्षण हैं। विटामिन ए की कमी से आपको दिखना कम हो जाता है, खासकर अंधेरा होने के बाद। कमी ज्यादा समय तक रही तो आपको नाईट ब्लाइंडनेस भी हो सकती है।
अगर आपकी चोट आसानी से हील नहीं होती, तो यह जिंक की कमी की निशानी है। हालांकि आपके शरीर को क्या आवश्यकता है यह डॉक्टर टेस्ट के बाद ही बता सकते हैं। लेकिन इस लक्षण को इग्नोर करने के बजाय गंभीरता से लें।
गहरी नींद सोना हमारे लिए बहुत आवश्यक होती है क्योंकि उस दैरान दिमाग आराम करता है और तभी सुबह उठने के बाद आपको फ्रेश महसूस होता है। अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती तो आपको दिन भर थकान और चिड़चिड़ापन महसूस होगा। लेकिन अगर आप 6 से 8 घण्टे की नींद ले रही हैं मगर फिर भी थकान महसूस हो रही है, तो आप में विटामिन डी की कमी हो सकती है।
अगर आपको अपने गले में लगातार सूजन या दर्द महसूस होता है तो यह गोइटर का शुरुआती चरण हो सकता है। गोइटर आयोडीन की कमी से होता है जिसमें थायराइड ग्लैंड सूजने लगती है। महिलाओं में यह समस्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा देखी जाती है। इसलिए गले में दर्द है तो उसे इंफेक्शन मानकर नजरअंदाज न करें।
झड़ते बाल शरीर के अस्वस्थ होने की पहली निशानी है। आपके शरीर में प्रोटीन, विटामिन ई या विटामिन सी की कमी होने पर बाल अत्यधिक झड़ने लगते हैं। बालों का झड़ना किसी हॉर्मोनल समस्या का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए अगर आपके बाल सामान्य से अधिक झड़ रहे हैं और एक महीने तक गिरते बालों में कोई कमी नहीं आयी है तो डॉक्टर से मिलना ही सबसे बेहतर उपाय होगा।
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कस्टमाइज़ करेंइन माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी लम्बे समय में काफी गम्भीर समस्या खड़ी कर सकती है। डायबिटीज, ओबेसिटी, इनफर्टिलिटी और हृदय रोग इत्यादि की संभावना कुपोषण के कारण बढ़ जाती है।
अगर आप पौष्टिक आहार लें रही हैं तो भी आप में पोषण की कमी हो सकती है। कई ऐसी बीमारी हैं जिसमें शरीर पोषक तत्वों को अब्सॉर्ब नहीं कर पाता जिसके कारण शरीर में पोषण की कमी हो जाती है। क्रोहस डिसीज और सेलिएक डिसीज होने पर आपका पाचनतंत्र आपके खाने से पोषण को सोख नहीं पाता। यही नहीं, आंतो में बैक्टीरिया इंफेक्शन होने पर भी भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को शरीर सोख नहीं पाता जो कुपोषण का कारण बनता है।
इसलिए इन छोटे-छोटे लक्षणों पर खास ध्यान दें और इसमें से दो या उससे अधिक लक्षण होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें। बिना डॉक्टर से पूछे कोई भी सप्लीमेंट न लें। अपने शरीर का ख्याल रखें।