हमारे शरीर के सबसे खास और नाजुक अंगों में से एक होती हैं आंखें (Eyes)। अगर इनका ख्याल न रखा जाए, तो छोटी-सी परेशानी जिंदगी भर की तकलीफ बन सकती है। गर्मियों में सूरज की चमचमाती किरणें और गर्म हवाएं आंखों (Eyes care in summer) को नुकसान पहुंचाती हैं। ऐसे में आंखों से संबंधित समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है। गर्मियों में आंखों को स्वस्थ रखने (Summer eye care tips) के लिए कुछ जरूरी उपाय और सावधानियां रखी जानी चाहिए।
गर्मियों में आंखों से संबंधित कईं समस्याएं हो जाती हैं, लेकिन थोड़ी सी सावधानी रखकर इनसे बचा जा सकता है-
गर्मियों में कंजक्टिवाइटिस की समस्या बहुत बढ़ जाती है। यह एक संक्रामक रोग है, जो छूने या इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति का तौलिया आदि इस्तेमाल करने से फैलता है।
जानिए इससे कैसे बचें
साफ -सफाई का खास ख्याल रखें।
भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं।
दूसरे व्यक्ति के तौलिए, रूमाल, नैपकिन, बेड शीट, तकिए के कवर इस्तेमाल न करें।
जब भी जरूरी हो हाथ धो लें।
गर्मियों में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है, जिससे आंखों में एलर्जी होने की आशंका बढ़ जाती है।
इससे कैसे बचें
ऐसे स्थान पर जाने से बचें, जहां धूल और प्रदूषण अधिक हो।
जब भी घर से बाहर निकलें, गॉगल लगाएं ताकि आंखें एलर्जन्स के संपर्क में आने से बचें।
दिन में 2-3 बार आंखों को ठंडे पानी से धोएं, ताकि एलर्जन्स और धूल-मिट्टी निकल जाएं।
गर्म और सूखे मौसम के कारण ड्राई आई की समस्या हो जाती है, क्योंकि आंखों की टियर फिल्म तेजी से सूख जाती है, जिससे जलन होती है और खुजली चलती है। जिन लोगों को पहले से ही यह समस्या उनमें इसके मामले बढ़ जाते हैं।
इनसे कैसे बचें
ल्यूब्रिकेंट आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।
एयर कंडीशन के इस्तेमाल से बचें।
पानी और दूसरे तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करें।
गर्मियां हमारी आंखों के स्वास्थ्य को काफी प्रभावित करती हैं। ऐसे में उनकी विशेष देखभाल करना जरूरी है।
सूरज की तेज किरणों से बचाने के लिए सनग्लासेस, हैट और स्कार्फ का इस्तेमाल करें। जब आंखें अधिक मात्रा में अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क में आती हैं, तो मोतियाबिंद होने की आशंका बढ़ जाती है। सन ग्लासेस पहनने से आंखें अल्ट्रा वायलेट किरणों के सीधे संपर्क में आने से बच जाती हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करने से आंखों के लिए सामान्य रूप से काम करने में सहायता मिलती है। डिहाइड्रेशन के कारण टियर ग्लैंड्स पर्याप्त मात्रा में आंसुओं का निर्माण नहीं कर पाती हैं। जो हमारी आंखों में नमी बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। ड्राय आई के कारण आंखों से संबंधित दूसरी समस्याएं भी हो जाती हैं। पानी के अलावा रसीले फल और सब्जियां जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा आदि का सेवन करें।
गर्मियों में पसीना अधिक आता है, इसलिए रोगाणुओं और बैक्टीरिया के संपर्क का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर गंदे हाथों से आंखों को रगड़ेंगे, तो रोगाणु आंखों के संपर्क में आ जाएंगे। इसके कारण एलर्जीस और संक्रमण हो सकता है। इसलिए आंखों को स्वस्थ रखने के लिए साफ-सफाई का ख्याल रखें और हाथ थोड़े से भी गंदे हों तो उन्हें तुरंत धो लें।
आंखों को स्वस्थ रखने में हमारा खानपान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आंखों की कोशिकाओं और रेटिना को मजबूती प्रदान करने में ल्युटेन तथा जैक्सांथिन नामक दो तत्वों की अहम भूमिका है। हरी सब्जियों और फलों में यह तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। आंखों के स्वास्थ्य के लिए हरी सब्जियों, फलों के साथ डेयरी प्रोडक्ट भी अच्छी मात्रा में खाएं।
छह से आठ घंटे की आरामदायक नींद लें। ये आपकी आंखों को प्राकृतिक तरीके से तरोताजा रखने में सहायता करती हैं।
बिना डॉक्टर की सलाह के किसी आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करें।
अगर आप स्विमिंग के लिए जाएं तो सन ग्लासेस पहनें। ताकि क्लोरीन एलर्जी और कंजक्टिवाइटिस से बच सकें।
आई ड्रॉप डालना हो या आइंटमेंट लगाना हो, बिना डॉक्टर की सलाह के न करें।
अगर आंखों से संबंधित कोई गंभीर समस्या हो रही हो तो नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
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