वर्ष 2020 हमारे लिए काफी मुश्किल भरा रहा है। इस साल हमारे सामने ऐसी कई परिस्थितियां आईं, जिनका हमने पहले कभी अनुभव नहीं किया था। अनिश्चितता और बाधाओं ने हमें जीवन को थोड़ा बेहतर समझने में मदद की है। जैसा कि अब यह वर्ष खत्म होने वाला है। तो हम उन सभी सीखों के लिए आभारी हैं जो हमने इस वर्ष सीखी हैं।
हालांकि यह वर्ष संघर्षों से भरा था, फिर भी हमने कई ऐसे सुपरफूड्स की खोज की जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं। चाहे कुछ भी हो, इन सुपरफूड्स को आपके भोजन का हिस्सा होना चाहिए, भले ही महामारी समाप्त हो जाए।
इस वर्ष हमने जो सबसे महत्वपूर्ण बात सीखी वह यह है कि ‘स्वास्थ्य ही वास्तविक धन है’, और कुछ भी उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना कि आपके स्वास्थ्य और कल्याण का ध्यान रखना। जब इम्युनिटी-बूस्टिंग की बात आती है, तो इन सुपरफूड्स की लिस्ट में सबसे ऊपर गिलोय शामिल है। लगभग हर एक व्यक्ति ने इस वर्ष इस सुपरफूड का सेवन किया है, चाहे वह सप्लीमेंट के रूप में हो या इसके काढ़े का सेवन।
इस दिल के आकार की जड़ी बूटी में एंटीऑक्सिडेंट की उदार मात्रा होती है, जो आपके शरीर को मुक्त कणों और रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं से लड़ने में मदद करती है। इसके अलावा, यह आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों का सफाया करता है, साथ ही आपके रक्त को शुद्ध करने में भी मदद करता है।
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आयुर्वेद में, आंवला को सबसे अधिक लाभकारी तत्वों में से एक माना जाता है जो विभिन्न रोगों की रोकथाम में मदद करता है। चूंकि आंवला विटामिन-सी और ए, पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड में समृद्ध होता है। इसलिए यह माना जाता है कि इस सुपर फूड का सेवन करने से आपके शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ सकती है जो विदेशी कणों से लड़ने के लिए जिम्मेदार हैं। ये श्वेत रक्त कोशिकाएं आपके शरीर की प्राकृतिक रक्षा को अधिक मजबूत करती हैं।
इसके अलावा, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल्स में प्रकाशित एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि आंवला में एंटिबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण मौजूद होते हैं जो मौसमी समस्याओं से बचाव करने में मददगार होते हैं।
पहले लॉकडाउन और उसके बाद कोविड-19 महामारी के लगातार बढ़ते मामले। वास्तव में यह महामारी किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के लिए आसान नहीं थी। इस साल जो स्थिर रहने वाली समस्य थी वह सिर्फ तनाव थी। लेकिन ऐसे में तुलसी के पत्तों ने वास्तव में तनाव से राहत पाने में मदद की है।
सोच रहीं हैं कि तुलसी के पत्ते कैसे मदद कर सकते हैं? चलिए हम आपको बताते हैं। तुलसी के पत्तों में प्रचूर मात्रा में रूपांतरक मौजूद होते हैं। जो आपके तंत्रिका तंत्र को आराम देने में मदद करते हैं। साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देते हैं। जिससे आपके शरीर में तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
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वे कौन लोग हैं जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान अपने पसंदीदा फूड्स पर प्रतिबंध नहीं लगाया है? वास्तव में हम सभी को ऐसा करना पड़ा। स्वस्थ रहने के लिए हमने बीजों को अपने आहार में शामिल किया। बाजार में कई तरह के बीज उपलब्ध होने के बावजूद, चिया सीड्स सभी लोगों के नाश्ते और सलाद में शामिल रहे।
ऊर्जा बढ़ाने से लेकर प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने तक, चिया सीड्स आपके आहार में शामिल होने चाहिए। इसका एक बहुत अच्छा कारण है कि यह फाइबर और खनिजों का भी एक समृद्ध स्रोत है, जो एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
मोसम्बी विटामिन-सी और फ्लेवोनोइड का एक समृद्ध स्रोत है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। जब आपके शरीर में हाइड्रेशन या एंटीऑक्सिडेंट को बढ़ावा देने की आवश्यकता होती है, तो मोसम्बी पर भरोसा करें! यह विभिन्न संक्रमणों से निपटने और आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करेगा।
भोजन में मसाले की बात हो या काढ़ा के रूप में काली मिर्च के सेवन की। इस महामारी के दौरान व्यापक रूप से हमारे घरों में काली मिर्च का इस्तेमाल किया गया है। खाद्य विज्ञान और पोषण क्रिटिकल रिव्यू पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में भी पाया गया कि काली मिर्च में एंटीऑक्सिडेंट, रोगाणुरोधी और गैस्ट्रो-सुरक्षात्मक गुण होते हैं जो आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने में आपकी मदद करते हैं।
अपने जीवाणुरोधी, रोगाणुरोधी और इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने वाले गुणों के चलते अश्वगंधा कोविड-19 के दौर में काफी लोकप्रिय हो गया है। अश्वगंधा ने सभी अच्छे कारणों के लिए एक विश्वसनीय प्रतिष्ठा अर्जित की है, और यह चिंता और तनाव से लड़ने में भी मदद करता है।
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यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी आपके शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को दबाती है। ताकि आपकी नसों को शांत किया जा सके। वैकल्पिक और पूरक चिकित्सा जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया है कि जिन प्रतिभागियों को अश्वगंधा मिला है, उन्होंने अपनी चिंता या तनाव के स्तर में सुधार देखा है।
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