क्या बेली फैट आपकी लाइफ में ज़बरदस्ती आ जाता है, भले ही आप कितनी भी डाइट और वर्कआउट कर लें? अगर आपका जवाब हां है, तो ये आदतें हो सकती हैं गुनहगार।
हमारी छोटी-छोटी आदतें, जिन्हें हम हार्मलेस समझते हैं, हमारे बेली फैट के लिए जिम्मेदार होती हैं।
हम बता रहे हैं ऐसी 7 आदतें जो महिलाओं में बेली फैट बर्न करने में समस्या पैदा करती हैं। कहीं आप में तो नहीं हैं ये आदतें-
नाम में डाइट होने का मतलब यह नहीं कि डाइट सोडा हेल्दी है। ज़ीरो कैलोरी या जीरो शुगर का दावा करने वाली इन ड्रिंक्स को हम बेधड़क पी जाते हैं। लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेन्टर के शोध में पाया गया कि दिन में दो डाइट सोडा पीने से कमर 500% तक बढ़ती है!
क्या आप सोच सकते हैं रोज डाइट सोडा आपकी इंचेस पर कितना प्रभाव डाल रहा है। इसका कारण होता है एस्पार्टेम नामक चीनी का सब्स्टीट्यूट। यह आर्टिफिशियल स्वीटनर ब्लड में ग्लूकोज़ को बहुत अधिक बढ़ा देता है, जिसके कारण एक्स्ट्रा ग्लूकोज़ फैट के रूप में हमारे पेट और कमर पर जमा हो जाता है।
अगर आप बहुत समाजिक और फ्रेंडली हैं, अक्सर दोस्तों से बाहर मिलती हैं या डेट्स पर जाती हैं, तो आपके लिए खतरनाक है।
रेस्टोरेंट के खाने में घर के खाने से ज्यादा कैलोरी होती है। साथ ही जब हम किसी के साथ खाते हैं, तो हम ज्यादा खाते हैं। न्यूट्रीशन नामक जर्नल में प्रकाशित लेख के अनुसार एक व्यक्ति के साथ खाने से हम 33% अधिक खाते हैं, दो लोगों के साथ 47%, 4 लोगों के साथ 69% और 8 लोगों के साथ 96% तक ज्यादा खा लेते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बातों में आपने कितना खाया यह पता नहीं चलता, तो दिमाग यह सिग्नल नहीं कर पाता है कि पेट भर गया है।
यकीन नहीं हो रहा कि कैसे सोशल मीडिया आपको मोटा कर रहा है? हम बताते हैं, सोने से पहले फ़ोन इस्तेमाल करने से स्क्रीन की लाइट के कारण नींद अच्छी नहीं आती। जिसके कारण मेलाटोनिन हॉर्मोन कम बनता है। इस हार्मोन की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे फैट बढ़ता है।
दूसरा, खाते वक्त सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से आप भूख से ज्यादा खा सकते हैं, कहती है PLOS की स्टडी। ज्यादा खाने से वेट गेन और बेली फैट बढ़ना तो तय है।
आपको हर काम जल्दी-जल्दी करने की आदत है, यह अच्छी बात है। लेकिन खाते वक्त यह तेज़ी नुकसान पहुंचा सकती है।
जर्नल ऑफ अमेरिकन डाइटिक एसोसिएशन की स्टडी के अनुसार तेज खाने वालों के मुकाबले धीरे खाने वाले 66 कैलोरी हर मील में कम खाते हैं। दिन के तीन मील के हिसाब से लगभग 200 कैलोरी आप एक्स्ट्रा खाती हैं, जिसका असर आपके बेली पर नज़र आता है।
कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के अनुसार अगर आप बड़ी प्लेट में खाती हैं, तो आप ज्यादा खाएंगी। वहीं छोटी प्लेट में खाने पर आप कम खाएंगी। इसका सीधा असर आपकी कैलोरी काउंट पर पड़ेगा।
साथ ही अगर आप खाने को कांच के जार में या आंखों के सामने रखेंगी तो आपका बार-बार खाने का मन होगा।
घर मे जंक फूड लेकर ही न आएं और अगर आता है, तो उसे ऐसी जगह रखें जहां आपको बार-बार नज़र न आये।
लेट डिनर करने से भी बेली फैट बढ़ता है। अगर आप 7 से 9 बजे के बीच खाना नहीं खाते, या खाना खाने के तुरन्त बाद सो जाते हैं, तो आपका वेट बढ़ता है।
ओबेसिटी सोसाइटी के जॉर्नल के अनुसार खाने और सोने के बीच कम से कम 3 घण्टे का फर्क होना चाहिए। इससे आपको कैलोरी बर्न करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
आपको भी कम्फर्टर में लेटना पसन्द है? या आपका रूम आमतौर पर गर्म रहता है? तो यह आपके बेली फैट का कारण हो सकता है। गर्म टेम्परेचर में मेटाबोलिक रेट धीमा होता है, वहीं ठंडक में मेटाबॉलिज्म जल्दी होता है, जिससे फैट बर्न होता है। कम टेम्परेचर में बॉडी को ज्यादा कैलोरी बॉडी टेम्परेचर के लिये खर्च करनी पड़ती हैं, जिससे एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होता।
साथ ही इससे आपको आलस महसूस होता है और आप कोई वर्कआउट नहीं करतीं। इसलिए अपने रूम का टेम्परेचर कम रखें, और अपने कोजी ब्लैंकेट का इस्तेमाल न करें।
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