किडनी हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है, शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए किडनी का बहुत बड़ा योगदान रहता है। आजकल के समय में जीवन शैली के बदलते प्रभावों को देखते हुए लोगों में पहले की तुलना में ज्यादा किडनी समस्याएं पनपने लगीं हैं।
नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, 26 मिलियन अमेरिकियों में से हर नौ वयस्कों में से एक को किडनी की पुरानी बीमारी है। अन्य 20 मिलियन इसके जोखिम में हैं, लेकिन अधिकांश लोग इसके बारे में नहीं जानते। खासतौर से महिलाएं, इसे लगतार नजरंदाज करती हैं। जबकि उन्हें पुरुषों की तुलना में इसका ज्यादा जोखिम रहता है।
आंकड़े बताते हैं कि कई देशों में मौत का नौवां प्रमुख कारण किडनी की बीमारी है। जो सालाना 85,000 से अधिक लोगों की जान लेती है। इसके अलावा, एक वर्ष में 475,000 से अधिक लोगों को जीवित रहने के लिए डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है।
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि हमारी कुछ दैनिक आदतें भी हमारी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। हम यहां आपको कुछ ऐसे हैबिट्स के बारे में बता रहे हैं, जो देखने में काफी सामान्य लगती हैं लेकिन आपकी किडनी के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
पशु-आधारित प्रोटीन रक्त में एसिड की उच्च मात्रा उत्पन्न करता है, जो एसिडोसिस का कारण बन सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी पर्याप्त एसिड को समाप्त नहीं कर पाती। जिससे अंगों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। विशेषज्ञ बताते हैं कोई भी आहार प्रोटीन, फल और सब्जियों के साथ अच्छी तरह से संतुलित होना चाहिए।
नमक में सोडियम बहुत अधिक मात्रा में होता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है और किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है। सैन जियोवानी बोस्को अस्पताल, इटली द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया है कि बहुत अधिक नमक का किडनी पर सीधा प्रभाव पड़ता है, जो अतिवृद्धि और फाइब्रोसिस को प्रेरित करता है। बहुत अधिक नमक भी किडनी की पथरी का कारण बन सकता है।
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अक्सर सिर दर्द या अन्य तरह का दर्द होने पर हम दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। पर कई बार पेन किलर हमारी आदत में शुमार होने लगती हैं। ये भले ही आपको दर्द से राहत दिला दें, लेकिन आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। पेन किलर का अधिक उपयोग किडनी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हां, वे आपके दर्द को कम करती हैं, लेकिन साथ ही वे किडनी के कैंसर का कारण भी बन सकती हैं।
आर्काइव्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से किडनी कैंसर का खतरा 50% तक बढ़ जाता है।
आपको आधी रात में जो क्रेविंग होती है, उसके लिए प्रोसेस्ड फूड जिम्मेदार हो सकते हैं। हम में से अधिकांश लोग यह नहीं जानते हैं, कि प्रोसेस्ड फूड्स वास्तव में हमारी किडनी के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। प्रोसेस्ड फूड्स सोडियम और फास्फोरस का एक भंडार हैं, जो किडनी की बीमारी का कारण बन सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंअध्ययनों से पता चला है कि जो लोग ज्यादातर जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड्स के भोजन पर निर्भर रहते हैं, वे कि़डनी को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकते हैं और साथ ही मधुमेह को भी ट्रिगर कर सकते हैं।
यदि आप थके हुए हैं, तो सो जाएं। काम एक और दिन इंतजार कर सकता है। सोच रही हैं ऐसा क्यों? खैर, सोने और जागने के चक्र द्वारा किडनी फंक्शन को नियंत्रित किया जाता है, जो अंग 24X7 के कार्यभार को समन्वित करने में मदद करता है।
बोस्टन के ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोधकर्ताओं ने महिला वॉलंटियर की नींद की आदतों का अध्ययन किया और पाया कि बहुत कम नींद किडनी के कार्य में तेजी से गिरावट से जुड़ी थी।
व्हिस्की या वाइन का सेवन किए बिना न रह पाना, आपकी किडनी के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकता। अध्ययन में पाया गया है कि दिन में चार से अधिक ड्रिंक लेना, क्रोनिक किडनी रोग के जोखिम को दोगुना कर सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शराब गुर्दे के कार्य में परिवर्तन का कारण बनती है जिससे रक्त को फिल्टर करने की उनकी क्षमता में बाधा आती है। शराब रक्तचाप को भी प्रभावित करती है जो शरीर के गुर्दे के कार्य में व्यवधान का कारण बनती है।
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