जब भी हेल्थ की बात चलती है, तो हेल्दी खान-पान की बात जरूर होती है। हेल्दी फ़ूड में सुपरफूड्स को शामिल करने जरूर कहा जाता है। सुपरफ़ूड वर्ड सुनते ही दिमाग में यह बात जरूर आती है कि आखिर कुछ फ़ूड ही सुपर क्यों? पॉवर फ़ूड क्यों? यदि आपके मन में भी यह सवाल है, तो हम आपके लिए लाये हैं खाद्य पदार्थों पर किये गये कुछ महत्वपूर्ण शोध और एक्सपर्ट की राय।
यदि आप डिक्शनरी देखें, तो सुपरफ़ूड का मतलब आप पायेंगे कि ऐसा खाद्य पदार्थ, जो एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर या फैटी एसिड से भरपूर हो। एक ऐसा पावरफुल भोजन, जो किसी बीमारी को दूर करने में मदद करे या वजन घटाने में मदद करे। ग्रीस, एथेंस की यूनिवर्सिटी में हाल में हुए शोध बताते हैं कि सुपरफ़ूड खाद्य पदार्थों की एक ऐसी श्रेणी है, जो शरीर के भीतर विशिष्ट क्रियाओं के साथ बायोएक्टिव यौगिक बनाते हैं।
हाल के वर्षों में कई वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि ये मानव शरीर के समुचित कार्य को मजबूत करने और बढ़ावा देने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार हैं। इनमें एक दर्जन से भी अधिक अद्वितीय गुण होते हैं। ये मानव शरीर की जीवन शक्ति को बढ़ाते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। सुपरफूड्स के सबसे महत्वपूर्ण बायोएक्टिव घटक हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुए शोध बताते हैं कि सुपरफूड्स के सबसे महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट में ज्यादातर विटामिन ए, सी और ई, फ्लेवोनोइड्स, सेलेनियम, β-कैरोटीन, जिंक, लाइकोपीन, एल्ब्यूमिन, यूरिक एसिड, बिलीरुबिन, कोएंजाइम हैं। विभिन्न सुपरफूड्स जैसे हिप्पोफे, गोजी बेरी, ब्लूबेरी, स्पिरुलिना, केफिर, रॉयल जेली, अनार, जामुन, ब्लूबेरी, रसभरी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, सीड्स एंड नट्स, रेड बीन्स, ब्रोकोली, पालक, सब्जियां, दालें आदि समग्र स्वास्थ्य में सुधार और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। सेरोटोनिन और अन्य हार्मोन का उत्पादन बढ़ाना और मानव शरीर की विभिन्न जैविक प्रणालियों के सुचारू संचालन को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य में भी ये मदद करते हैं।
एक मेडिकल कॉलेज में डायटीशियन डॉ. नीलम कहती हैं, ‘इन दिनों मौसम बदल रहा है। कभी सर्दी, तो कभी अचानक से गर्मी लगने लगती हैं। सीजनल चेंज के कारण न सिर्फ कब्ज और दस्त की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि मौसमी बुखार भी अधिक होते हैं। इसलिए इन दिनों जरूरत होती है इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करने वाले सुपर फूड्स की। आइये जानते हैं, हमें कौन-कौन सा सुपर फ़ूड इन दिनों खाना चाहिए।’
डॉ. नीलम अली के अनुसार, मौसम बदलने पर सबसे अधिक पाचन की समस्या होती है। सोडियम, पोटैशियम, डायटरी फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन डी, विटामिन बी6, मैगनीशियम से भरपूर होते हैं मेथी और मेथी के पत्ते। यह बोवेल मूवमेंट को बढ़ावा देती है, भूख पर नियन्त्रण करती है और सूजन को कम कर सकती है। इनके अलावा, ब्लड शुगर लेवल को कम करने, टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद कर सकती है।
प्याज सोडियम, पोटैशियम, आहार फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन डी, विटामिन बी, कोबालिन, मैगनीशियम से भरपूर होता है। यह सुपरफ़ूड गर्मी के मौसम में सबसे अधिक प्रयोग में लाया जाता है। इसमें कूलिंग गुण होते हैं। इसमें मौजूद वेपर आयल शरीर के तापमान को संतुलित करने में मदद करता है।
दही में कैल्शियम, सोडियम, प्रोबायोटिक प्रोटीन भरपूर होता है। मौसम बदलने पर इसे अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। इस तरह से पाचन तंत्र को भी सही रखता है।
सोडियम, पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन बी, फाइबर से भरपूर होता है सौंफ। जब गर्मियां नजदीक हो, तो सौंफ की शर्बत या उसके रस और साबुत रूप में इसका प्र योग बढ़ा देना चाहिए। यह शरीर को ठंडा रखता है और डायजेस्टिव सिस्टम को साफ़ रखने में मदद करता है।
अनार में मैंगनीज, फास्फोरस, पोटैशियम और जिंक भी मौजूद होते हैं। इसमें विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ई और फोलेट (बी9) भी होते हैं।इनके अलावा, राइबोफ्लेविन, थायमिन और पैंटोथेनिक एसिड भी मौजूद होते हैं। विटामिन सी अधिक मात्रा में होने के कारण यह इम्यून सिस्टम मजबूद कर मौसमी फ्लू से भी बचाता है।
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